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Etah News: फर्जी डाक्टर ने डिलीवरी के बाद बिना सफाई किये ही लगा दिये टांके हालत बिगड़ी
Etah News: एक निजी अस्पताल के संचालक पर एक महिला के जीवन के साथ खिलवाड़ करने का आरोप लगाते हुए हॉस्पिटल संचालक और तीमारदारों में जमकर हाट टाक हुई ।
Etah News (Image From Social Media)
Etah News: जनपद के थाना जलेसर क्षेत्र के नगर में खुले अवैध एवं फर्जी हॉस्पिटल मरीजों की जान के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। मगर स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारी कोई कार्रवाई करने की जहमत नही उठा रहे हैं। नगर की पुरानी पेट्रोल पंप के सामने स्थित एक निजी अस्पताल के संचालक पर एक महिला के जीवन के साथ खिलवाड़ करने का आरोप लगाते हुए हॉस्पिटल संचालक और तीमारदारों में जमकर हाट टाक हुई ।
घटना का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रहा है । पीड़ित ने कोतवाली पुलिस को तहरीर देकर हॉस्पिटल संचालक के विरुद्ध कार्रवाई की गुहार लगायी है। कोतवाली जलेसर क्षेत्र के ग्राम नगवाई निवासी सचिन कुमार पुत्र विनोद कुमार ने कोतवाली पुलिस को दी गयी तहरीर में आरोप लगाते हुए बताया है कि उसकी पत्नी आरती देवी को दूसरी डिलेवरी होनी थी। परेशान होने पर उसे 01मार्च 2025 को सुबह 7 बजे पुरानी पैट्रोल पम्प के सामने मां गायत्री कन्या महाविद्यालय रोड पर स्थित "सिंह क्लीनिक एण्ड नर्सिंग होम" में भर्ती कराया था। जहाँ डा० जसवन्त सिंह व डा० प्रिया देवी व डा० अनुराग द्वारा 18 हजार रुपये लेकर आपरेशन किया गया था। डाक्टरों के आपरेशन के दौरान खराई को कैंची से उठाते समय कैंची की नोंक से बचेदानी के अन्दर घाव हो गया। जिससे इन्फैक्शन हो गया। स्थिति खराब होने पर डा० जसवन्त सिंह द्वारा मल्होत्रा हास्पीटल आगरा को भेज दिया गया था। जहाँ पर लगभग डेढ़ लाख रुपये से अधिक खर्च हो गया।
गत 19 मार्च 2025 को पत्नी की हालत पुनः बिगड़ गयी। अगले दिन 20 मार्च 2025 को सुवह ही पत्नी को शकुन्तला देवी हास्पीटल आगरा में भर्ती कराया गया। जहाँ डाक्टरों ने बच्चेदानी में खराई रह जाने पर पत्नी का दुवारा आपरेशन किया। जिसमे 80 हजार रुपये खर्च हो गये। पीड़ित का आरोप है कि पहले डा जसवन्त सिंह ने आगरा का खर्चा देने की बात कही थी। लेकिन जब वह 26 मार्च 2025 को डा० जसवन्त सिंह से मिला और आगरा में पहले दिलबाये गये डेढ़ लाख रूपये देने को कहा तो डॉ जसवंत सिंह ने साफ मना कर दिया। गाली गलौज व धमकी देकर पीड़ित को भगा दिया गया ।
समाचार लिखे जाने तक यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि यह चिकित्सालय डिलीवरी के लिये अधिकृत है या नहीं। उक्त सम्बन्ध में डाक्टर सर्वेश अपना फोन नही उठा रहे। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ उमेश कुमार त्रिपाठी ने कहा कि अभी तक पीड़ित ने कोई शिकायत नहीं की है घटना संज्ञान में आई है उक्त मामले की जांच कराकर कार्यवाही की जाएगी।