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Etah News: भू-माफियाओं की नजर पड़ी इस मंदिर पर, कॉमर्शियल कॉम्लैक्स में तब्दील करना चाहते हैं
Etah News: शिकायत कर्ता ने मंदिर श्री रघुनाथ जी महाराज पर लगे फर्जी संस्था को बोर्ड हटवाने की बात भी शिकायत में कही है। साथ ही मन्दिर को हथियाने वालों एवं चढ़ावे का दुरूपयोग करने की बात भी शिकायत में कही है।
Etah News: उत्तर प्रदेश के एटा जनपद के थाना कोतवाली नगर शहर के बीचोंबीच स्थित मन्दिर श्री रघुनाथ जी महाराज एटा पर कुछ भूमाफियाओं की नजर पड़ चुकी है। ये भूमाफिया मन्दिर को कॉमर्शियल कॉम्लैक्स की शक्ल में तब्दील करना चाह रहे हैं। तभी तो इन लोगों ने एक फर्जी समिति का पंजीकरण कराकर 70 साल पुराने मंदिर को हड़पने का असफल प्रयास किया है।
आपको बताते चलें कि एटा शहर के ठण्डी सड़क स्थित मन्दिर श्री रघुनाथ जी महाराज लगभग 70 वर्ष पुराना प्राचीन मन्दिर है अब तक महावीर दल नाम की संस्था इस मन्दिर का संचालन रखरखाव बदस्तूर करती चली आ रही थी 70 वर्ष पुराने इस मन्दिर के सर्वराकार के रूप में पंडित प्रभूदयाल वशिष्ठ औंनघाट वाले कार्यरत थे।
जिनकी विगत 24 सितंबर 2023 को पंडित प्रभूदयाल की मृत्यु हो जाने के बाद भू-माफियाओं की नजर इस मन्दिर की ओर हो गईं। और एक फर्जी संस्था नरेन्द्र सचदेवा उर्फ नारद, अंकुर गुप्ता एवं हरीश साहनी साहनी क्लॉथ स्टोर द्वारा पंजीकृत कराई गई और कुछ भूमाफियाओं से मिलकर मन्दिर परिसर में दुकानों का निर्माण कर अपने जेबें गर्म करने का कुचक्र रच डाला।पंडित प्रभूदयाल की मृत्यु के बाद उनकी धर्मपत्नी श्रीमती शकुन्तला देवी मंदिर की सर्वराकार / पुजारी के रूप में कार्यभार संभाल रही हैं। विचारणीय बिन्दु तो ये है कि जब मन्दिर 70 साल पुराना है तो मात्र 11 माह पूर्व पंजीकृत हुई संस्था मन्दिर का संचालन आखिर कैसे कर सकती है। जब यह बात मन्दिर की सर्वराकार श्रीमती शकुन्तला वशिष्ठ के पुत्र अखिलेश वशिष्ठ को पता चली तो उन्होंने फर्जी संस्था के गठन की शिकायत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से कर डाली। साथ ही संस्था के रजिस्ट़ार से भी शिकायत की गई है। जिसमें हरीश कुमार साहनी, अंकुर गुप्ता एवं नरेन्द्र सचदेवा को नामित किया गया है।
शिकायत कर्ता ने मंदिर श्री रघुनाथ जी महाराज पर लगे फर्जी संस्था को बोर्ड हटवाने की बात भी शिकायत में कही है। साथ ही मन्दिर को हथियाने वालों एवं चढ़ावे का दुरूपयोग करने की बात भी शिकायत में कही है। इतना ही नहीं मंदिर की सर्वराकार श्रीमती शकुन्तला वशिष्ठ के पुत्र अखिलेश कुमार वशिष्ठ ने भूमाफियाओं द्वारा अपनी हत्या कराये जाने की आशंका भी व्यक्त की है। क्यों कि विगत 40 वर्षों से मंन्दिर परिसर में निवास कर रहे इस परिवार को भूमाफिया बेदखल कर मंदिर को कॉमर्शिलयल कॉम्पलैक्स बनाने की योजना में लगे हुए हैं। वहीं मंदिर की सर्वराकार ने जिलाघिकारी एटा प्रेमरंजन सिंह से इस फर्जी संस्था की बनाई गयी है सुसायटी की उच्च स्तरीय जांच कराकर मंदिर पर बुरी दृष्टि रखने वाले माफियाओं के खिलाफ कठोर कार्यवाही की मांग की है।