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Eta News: एटा तहसील में लेखपाल बैठे धरने पर, लेखपाल की बहाली होने तक जारी रहेगा धरना
Eta News: एटा जनपद मुख्यालय पर आज कार्य में लापरवाही व अधिकारी से अभद्रता के आरोप में लेखपाल के निलंबन पर लेखपाल संघ द्वारा आज तहसील मुख्यालय पर तहसील परिसर में धरना प्रदर्शन कर नायब तहसीलदार सतीश चंद्र सम्राट के ट्रांसफर तथा निलंबित लेखपाल की बहाली की मांग कर धरना दिया ।
Eta News: एटा जनपद मुख्यालय पर आज कार्य में लापरवाही व अधिकारी से अभद्रता के आरोप में लेखपाल के निलंबन पर लेखपाल संघ द्वारा आज तहसील मुख्यालय पर तहसील परिसर में धरना प्रदर्शन कर नायब तहसीलदार सतीश चंद्र सम्राट के ट्रांसफर तथा निलंबित लेखपाल की बहाली की मांग कर धरना दिया साथ ही लेखपालों ने पूरे जनपद में काम बंद करने की जिला प्रशासन को चेतावनी दे धरने पर बैठ गए।
नेम सिंह वर्मा पूर्व जिला अध्यक्ष लेखपाल संघ ने नायब तहसीलदार सतीश चंद्र सम्राट पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए बिना किसी ठोस कारण के लेखपाल अशोक कुमार यादव के खिलाफ रिपोर्ट भेज कर उन्हें निलंबित कर दिया था । जिसे लेकर पूरे लेखपाल समाज में भारी आक्रोश व्याप्त हो गया और सभी लेखपाल काम बंद करके सदर तहसील परिसर में हड़ताल पर बैठ गए लेखपालों की मांग थी भ्रष्ट नायक तहसीलदार का ट्रांसफर किया जाए और निलंबित लेखपाल को बहाल किया जाए जब तक लेखपाल को बाहल नहीं किया जाता तब तक धरना प्रदर्शन जारी रहेगा।
लेखपाल अशोक यादव पर अभद्रता का गलत आरोप
लेखपाल कल्पना भदोरिया ने धरना स्थल पर कहा कि नायव तहसीलदार सतीश चंद्र सम्राट द्वारा लेखपाल अशोक यादव पर अभद्रता का गलत आरोप लगाकर आख्या भेज दी जिस कारण वह निलंबित हो गए जब तक वह वहाल नहीं होते धरना जारी रहेगा, निलंबित लेखपाल अशोक कुमार यादव ने बताया एक प्रधान की शिकायत पर जांच कमेटी बनाकर हमारे सहित चार लोगों से जांच कराई गई थी जिसकी हम लोगों द्वारा तीन दिन पूर्व रिपोर्ट तैयार कर ली गई लेकिन व्यस्त था के कारण में उन्हें दे नहीं पाया बीते दिनों जब मैं मुख्यालय से 35 किलोमीटर दूर क्षेत्र में था नायब तहसीलदार सतीश चंद्र ने मुझे फोन पर 5 मिनट में आने का आदेश दिया तो 35 किलोमीटर से मैं 5 मिनट में कैसे आ सकता था। मैंने उन्हें बताया में 5 मिनट में नहीं आ सकता ,तो उन्होंने मेरे खिलाफ जांच आख्या रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को भेज दी, जिस पर मुझे निलंबित कर दिया गया ।
नायब तहसीलदार श्रेणी 6-2 की भूमि को खाली कराकर प्रधान को दिलवाना चाहते थे जो नियमानुसार गलत है इसमें सरकार द्वारा गरीब लोगों को कब्जे वाली भूमि को उन्हीं के नाम कर उन्हें घर बनाने के लिए प्रदान किया जाने का नियम है, मैंने ऐसा करने से मना किया तो उन्होंने अपनी हठधर्मिता के चलते मेरे खिलाफ कार्रवाई कर दी । घटना के संबंध में उप जिलाधिकारी सदर से कई बार फोन से वार्ता करना चाही किंतु उनका फोन नहीं उठा , जिस कारण समाचार लिखे जाने तक क्या कार्यवाही की गई इसकी स्पष्ट जानकारी नहीं हो सकी, समाचार लिखे जाने तक लेखपाल संघ और लेखपाल सभी एकजुट होकर नायब तहसीलदार के ट्रांसफर की मांग कर रहे थे और निलंबित लेखपाल अशोक कुमार यादव की बहाली की मांग जारी थी।
अब देखना है कि इस निलंबन की कार्यवाही में अधिकारी सही है या कर्मचारी, अगर अधिकारी सही है तो, लेखपाल की बहाली संभव नहीं है और अगर अधिकारी गलत है तो लेखपाल की बहाली मजबूरी होगी।