×

Etah News: सकरौली में विकास कार्यों की खुली पोल, ग्रामीणों ने की जांच की मांग

Etah News: प्राथमिक विद्यालय और आंगनबाड़ी केंद्र की बदहाल स्थिति सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद ग्रामीणों ने ग्राम प्रधान और पंचायत सचिव पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए हैं।

Sunil Mishra
Published on: 10 March 2025 9:18 PM IST
Etah News: सकरौली में विकास कार्यों की खुली पोल, ग्रामीणों ने की जांच की मांग
X

Etah News: जलेसर तहसील क्षेत्र के ग्राम पंचायत सकरौली में विकास कार्यों की अनदेखी और भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है। प्राथमिक विद्यालय और आंगनबाड़ी केंद्र की बदहाल स्थिति का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद ग्रामीणों ने ग्राम प्रधान और पंचायत सचिव पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए हैं। ग्रामीणों ने मांग की है कि विकास कार्यों की तकनीकी जांच कराई जाए।

ग्राम पंचायत में अनियमितताओं पर आक्रोश

ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि पंचायत में शासन से आई विकास कार्यों की धनराशि का ग्राम प्रधान, पंचायत सचिव और विभागीय अधिकारियों की मिलीभगत से बंदरबांट किया गया। उपग्राम महापुर के बाद धर्मपुर में भी पंचायत सचिव और प्रधान के खिलाफ नाराजगी बढ़ रही है।

वायरल वीडियो में हुए खुलासे

गांव धर्मपुर के तुर्रम सिंह राजपूत, सीमा देवी, भूरी देवी, अनीता देवी, मीरा देवी, बच्चू सिंह, राहुल कुमार, बंटू सिंह, अरविंद कुमार, किशन स्वरूप सहित अन्य ग्रामीणों ने बताया कि प्राथमिक विद्यालय और लर्निंग लैब आंगनबाड़ी केंद्र में विकास के नाम पर बड़े घोटाले हुए हैं।आंगनबाड़ी केंद्र में रनिंग वॉटर के नाम पर गड़बड़ी हुई है। छत पर रखी टंकी में पानी का कनेक्शन ही नहीं हुआ। टोंटियों की चोरी होना दर्शाया गया है।

शौचालय अधूरे पड़े हैं और आज तक उनके ताले भी नहीं खुले।आंगनबाड़ी केंद्र के प्रांगण में इंटरलॉकिंग नहीं हुई, बल्कि वहां झाड़ियां उगी हुई हैं।बाउंड्री की पीछे की दीवार पर प्लास्टर नहीं हुआ है।मिट्टी भराव के स्थान पर गड्ढे ही गड्ढे नजर आ रहे हैं।इसी तरह प्राथमिक विद्यालय के सौंदर्यीकरण और इंटरलॉकिंग का भी हाल खराब है। स्कूल के प्रांगण में अब भी गड्ढे बने हुए हैं।

ग्राम पंचायत और पीएमजीएसवाई में विवाद

विद्यालय और आंगनबाड़ी केंद्र के बाहर की इंटरलॉकिंग को पीएमजीएसवाई योजना के तहत बनाया गया, जबकि ग्राम पंचायत इसे अपना कार्य बता रही है।

पहले भी की जा चुकी है शिकायत

ग्रामीणों ने बताया कि इस भ्रष्टाचार को लेकर तहसील और जिला प्रशासन को पहले ही शिकायतें दी जा चुकी हैं। अब मुख्य सचिव और कमिश्नर को पत्र भेजकर ग्राम पंचायत में हुए विकास कार्यों की तकनीकी जांच कराने की मांग की गई है।

अधिकारियों का बयान

खण्ड विकास अधिकारी पीएस आनंद ने बताया कि मामला संज्ञान में है। स्वास्थ्य कारणों से वह दो दिन के अवकाश पर हैं। उन्होंने आश्वासन दिया कि वापस आने के बाद वह स्वयं गांव जाकर स्थलीय निरीक्षण करेंगे और वायरल वीडियो की जांच कर दोषियों के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।

Ramkrishna Vajpei

Ramkrishna Vajpei

Next Story