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Etah News: राष्ट्र व धर्म की रक्षा में वीरगति प्राप्त करने वालो को मिलता हैं बैकुंठ -स्वामी बिशुद्धानन्द

Etah News: काशी पीठ के पीठाश्वर बिशुद्धानन्द महाराज ने बताया कि हवन का अनुष्ठान के समय मातृ शक्ति को अपने पति दाहिने ओर ही वैठना चाहिए तथा रजस्वला नारियों को धार्मिक अनुष्ठान ने प्रतिभाग नहीं करना चाहिए।

Sunil Mishra
Published on: 6 Feb 2025 8:54 PM IST
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Etah News: एटा उत्तर प्रदेश के एटा जनपद के जलेसर नगर क्षेत्र के एमजीएम मैदान में चल रहे ग्यारह दिवसीय श्री सहस्त्र चंडी महायज्ञ एंव संत प्रवचन कार्यक्रम के अन्तर्गत बुधवार को काशीधाम से स्वामी बिशुद्धानन्द महाराज का आगमन हुआ। अपने प्रवचन में महाराज जी ने भक्तगणों को सनातन धर्म एंव प्रणायाम के प्रति जागरूक करते हुए कहा कि प्रणायाम से पुण्य की प्राप्त होती है। इसलिए हमें पूरी साधना के साथ प्रणायाम अवश्य करना चाहिए।

काशी पीठ के पीठाश्वर बिशुद्धानन्द महाराज ने बताया कि हवन का अनुष्ठान के समय मातृ शक्ति को अपने पति दाहिने ओर ही वैठना चाहिए तथा रजस्वला नारियों को धार्मिक अनुष्ठान ने प्रतिभाग नहीं करना चाहिए। तथा आहूति भी नही देनी चाहिए। सनातन धर्म में रजस्वला नारियों का किसी धार्मिक अथवा अनुष्ठान के कार्य में प्रतिभाग करना पूर्ण निषेध माना गया है। इसके साथ ही ब्राहमण, क्षत्रिय, वैश्य की वह संतान जो अधर्मी हो वह भी अनुष्ठान में आहूति देने का अधिकारी नहीं है। उन्होने बताया कि आज अनेक लोगो को अश्वमेघ यज्ञ का आयोजन करते हुए देखा जा रहा है।

जो कि सनातन धर्म के अनुसार विल्कुल गलत किया जा रहा है। उन्होने बताया कि अश्वमेघ यज्ञ वहीं पुरूष कर सकता है जिसके माता पिता के 12 वर्षो तक ब्रहमचर्य के करने के पश्चात उसका जन्म हुआ हो। और जो सभी कार्य धर्म के अनुसार करता हो। ऐसा ही मनुष्य अश्वमेघ यज्ञ करने का हकदार है। त्रेता युग मे भगवान राम अश्वमेघ यज्ञ के हकदार थे। वह सभी अहर्ताऐं रखते थे। वर्ष 1946 में भी दिल्ली में भी एक अश्वमेघ यज्ञ कराया गया था। उन्होंने कहा कि देश को आज़ादी अंग्रेजो के साथ संग्राम करने के साथ साथ अश्वमेघ जैसे धार्मिक अनुष्ठान संपन्न किये जाने की वजह से मिली है। उन्होंने कहा कि जो लोग राष्ट्र और धर्म की रक्षा में वीरगति प्राप्त करते हैं उन्हें सीधे बैकुंठ की ही प्राप्ति होती है।

इस मौके पर - जगमोहन कौैशल, चन्द्रशेखर त्रिपाठी, बागीश कटारा, लोकेन्द्र पाठक, देवेश तिवारी, अजय मोहन शर्मा, पुष्पेन्द्र तिवारी, शिवा पाठक, तपन कटारा, भरत शर्मा, दुष्यंत भारद्वाज, राहुल अग्रवाल, राजन गुप्ता, दीपक पालीवाल आदि सैंकड़ो भक्तगण मौजूद रहे।



Shalini Rai

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