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Etah News: रजिस्ट्रार कानूनगो का रिश्वत लेते हुए वीडियो वायरल, एटा ने रिश्वत खोरी में बनाया रिकार्ड
Etah News: गुरुवार को तहसील कार्यालय का रिश्वत लेते हुए एक और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। वायरल वीडियो में रजिस्ट्रार क़ानूनगो प्रेमपाल सिंह रिश्वत लेते हुए दिख रहे हैं।
Etah News: जलेसर तहसील कार्यालय में भ्रष्टाचार चरम पर है। तहसीलकर्मियों का रिश्वत लेते हुए आये दिन वीडियो वायरल हो रहे हैं। गुरुवार को तहसील कार्यालय का रिश्वत लेते हुए एक और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। वायरल वीडियो में रजिस्ट्रार क़ानूनगो प्रेमपाल सिंह रिश्वत लेते हुए दिख रहे हैं।
सूत्रों की माने तो ग्राम सभा की भूमि का आवंटन होने के पांच वर्ष बाद असक्रमंणी भूमि को संक्रमणी कराने के लिए रजिस्ट्रार कानूनगो द्वारा लेखपाल और राजस्व निरीक्षक की रिपोर्ट के बाद अपनी रिपोर्ट लगाई जाती है। इसके बाद भूमि संक्रमर्णी हो जाती है। भूमि को संक्रमर्णी कराने तथा रिपोर्ट लगाने के एवज में तहसील में रजिस्ट्रार कानूनगो कार्यालय में तैनात रजिस्ट्रार कानूनगो प्रेमपाल सिंह द्वारा किसानों तथा अधिवक्ताओं से दस- दस हजार रुपये की रिश्वत लिए जाने का मामला सामने आया है। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है।
वीडियो में एक अधिवक्ता तथा किसान से पट्टे की जमीन को संक्रमर्णी कराने के नाम पर रजिस्ट्रार कानूनगो प्रेमलाल सिंह द्वारा दस हजार रूपये की रिश्वत ली जा रही है। सोशल मीडिया पर इस वीडियो के वायरल होने के बाद समूची तहसील में हड़कम्प मच गया है। एक सप्ताह के अन्दर तहसील में तैनात लेखपाल,कानूनगो और आर के द्वारा रिश्वत लेने का यह तीसरा वीडियो वायरल हुआ है। हालांकि न्यूजट्रैक सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो की पुष्टि नही करता है।
इससे पूर्व रविवार को जहाँ क्षेत्र के गांव शाहनगर टिमरुआ के किसान भगवानदास से चकबन्दी लेखपाल मुकेश कुमार द्वारा 15 लाख रुपये मांगे जाने का वीडियो वायरल हुआ था। जिस पर डीएम प्रेमरंजन सिंह द्वारा सोमवार को ही लेखपाल मुकेश कुमार को निलंबित कर दिया गया था। वहीं मंगलवार को राजस्व निरीक्षक रामभरोसे लाल द्वारा एक किसान से पाँच पाँच सौ के नोट लेते हुए वीडियो वायरल हुआ था। जिस पर तीन दिन बीत जाने के बाबजूद जिला प्रशासन द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई है। अभी तक कार्रवाई नही होना बुद्धिजीवियों में चर्चा का विषय बना हुआ है। लोगो का मानना है कि अधिकारी जांच के नाम पर राजस्व निरीक्षक को बचाने की फिराक में लगे हुए है। वहीं तहसीलदार राकेश कुमार का कहना है कि मामले की जांच एसडीएम साहब कर रहे है। उन्होंने इस संबंध में अधिवक्ता से भी बात की है। अभी वह मीटिंग मे हैं।