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Etawah: अब गोशालाओं में गौ-माता के भरण पोषण के लिए अधिकारी भी, अपनी इनकम का कुछ हिस्सा दान करेंगे

Etawah News: अब सरकार द्वारा संचालित गोशालाओं में अधिकारी भी अपनी इनकम का कुछ हिस्सा गो माता के भरण पोषण में व्यय करेंगे।

Sandeep Mishra
Published on: 5 Jun 2022 11:00 AM IST (Updated on: 5 Jun 2022 11:14 AM IST)
Etawah Gaushalas
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गो-माता के भरण पोषण के लिए अधिकारी भी अपनी इनकम का कुछ हिस्सा 

Etawah: अब सरकार द्वारा संचालित गोशालाओं में अधिकारी भी अपनी इनकम का कुछ हिस्सा गो माता के भरण पोषण में व्यय करेंगे। स्मरण रहे कि ग्राम पंचायतो में आवारा गायों के रख रखाव व भरण पोषण के लिए जो जिम्मेदारी ग्राम प्रधानों व ग्राम पंचायत सचिवों की दी गयी थी, उस काम मे अब जिले अन्य अधिकारी भी अपना सहयोग पुण्य के भागी बनेंगे।

इन अधिकारियों ने गोशाला के लिये दिया दान

इटावा की जिलाधिकारी श्रुति सिंह (District Magistrate Shruti Singh) ने भर्थना तहसील क्षेत्र में संचालित कुछ गौशालाओं के लिए अर्जित किये गए सौ कुन्तल से अधिक भूसा से भरे वाहनों को झंडी दिखा कर कई गौशालाओं के लिए रवाना किया है।

इन सभी गोशालाओं के लिए भेजे गए भूसे का दान-भरथना नगर पालिका परिषद के अधिशाषी अधिकारी राम आसरे कमल ने बताया कि गौवंशों के लिए उन्होंने 30 कुन्तल भूसा प्रदान किया है जबकि बकेबर टाउन एरिया के अधिशाषी अधिकारी अजय पटेल ने 25 कुन्तल भूसा दान किया है। इसी तरह से भरथना कृषि उत्पादन मंडी समिति के सचिव अनिल कुमार ने क्षेत्र की कई गौशालाओं के लिए 50 कुन्तल भूसा दान किया है।

डीएम सौजन्य से भेजे गए भूसा भरे वाहन

इटावा की जिलाधिकारी श्रुति सिंह (District Magistrate Shruti Singh) ने जनपद के विभिन्न अधिकारियों द्वारा सौ कुन्तल से अधिक भूसा भरे ट्रेक्टर,यूटीलिटी,छोटा हाथी आदि वाहनों को ग्राम कुँअरा,बकेबर, भरथना आदि स्थानों पर संचालित गौशालाओं के लिए झंडी दिखाकर रवाना किया है।

इस अवसर पर भरथना कृषि उत्पादन मंडी समिति सचिव अनिल कुमार,भरथना नगर पालिका के अधिशाषी अधिकारी राम आसरे कमल,बकेबर के ई०ओ०अजय पटेल के अलावा जिला भर के सभी अधिकारी कर्मचारी मौजूद रहे।

आवारा गायों के संरक्षण के प्रति प्रशासन हुआ गम्भीर

इटावा जनपद में आवारा गायें एक बहुत बड़ी समस्या हो गयी है। पालतू गायों को उनके स्वामी घर मे उनका दूध निकालने के बाद सड़क गली व खेतों में लावारिश की स्थिति में खुला छोड़ देते हैं।इसी समस्या से निपटने के लिये अब जिला प्रशासन ने काऊ सफारी खोलने की रणनीति पर अमल करना शुरू कर दिया है।

जनपद में काऊ सफारी खोलने के लिये प्रशासन ने 60 एकड़ भूमि भी खरीदने की दिशा की ओर अपने कदम बढ़ा दिए हैं।इस काऊ सफारी में जनपद मे घूम रहीं आवारा गायों को रखा जाएगा।जिन गो पालकों की आवारा गाय इस काऊ सफारी में रखी जाएंगी।उनकी गाय वापस जुर्माना की रकम वसूलने के बाद ही वापस की जाएंगी।



Vidushi Mishra

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