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Eatwah: खून और पेशाब से सनी चादर ओढ़ने को मजबूर मरीज, लापरवाही ऐसी कि ठीक-ठाक मरीज भी तोड़ दे दम!
Eatwah News: अस्पताल में आए मरीजों को खून और पेशाब से सनी चादरे दी जा रही है, इससे मरीज काफी परेशान दिखाई दे रहे। मरीजों की समस्याएं सुनने को लिए कोई तैयार नहीं है।
Eatwah News: उत्तर प्रदेश के इटावा में एक बार फिर के जिला अस्पताल के स्टाफ की लापरवाही सामने आई है।बीते दिनों यहां डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने दौरा किया। उस दौरान तो व्यवस्था चकाचौंध रहीं लेकिन उसके बाद हालात बुरे हो गए। अस्पताल में आए मरीजों को खून और पेशाब से सनी चादरे दी जा रही है, इससे मरीज काफी परेशान दिखाई दे रहे। मरीजों की समस्याएं सुनने को लिए कोई तैयार नहीं है।
अस्पताल में अंदर घुसेंगे तो दीवारों की गंदगी देखकर अच्छे इंसान को उल्टी हो जाए। लेकिन अस्पताल के सफाई कर्मी कहीं कोना पकड़ कर सुरती बना रहे तो वहीं नर्स भी घरेलू समस्याएं पर चर्चा कर रहीं या तो हंसी ठहाके लग रहे। अस्पताल में मरीजों को क्या समस्या और क्या जरूरत है इससे सभी बेफिक्र है। इतना ही नहीं जब कोई मरीज स्टाफ से शिकायत करता है तो इस तरह का व्यवहार मानों कि जंगली बिल्ली को छेड़ दिया हो। दरअसल, ये रवैया तब सामने जब न्यूजट्रैक की टीम ने अस्पताल में पड़ताल की।
डिप्टी सीएम के आदेशों का जिला अस्पताल के स्टाफ पर नहीं पड़ रहा असर
उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री डॉ बृजेश पाठक लगातार सभी सरकारी अस्पतालों का जायजा ले रहे हैं और व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने में जुटे हुए हैं। हाल ही में कुछ दिन पहले उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने जिला अस्पताल का निरीक्षण किया था और डॉक्टरों को आदेश दिए थे कि किसी भी तरीके की जिला अस्पताल में लापरवाही न बरती जाए। लेकिन एक बार फिर से लापरवाही का मामला सामने आया है ।यहां पर जिला अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में भर्ती मरीजों को खून और पेशाब से सनी चादर की जा रही है। जिसको मरीज मजबूरन ओढ़ता हुआ दिखाई दे रहा है। जिस की कुछ तस्वीरें सामने आने लगी हैं और जिला अस्पताल पर सवाल भी खड़े होने लगे हैं।
सीएमएस भी नहीं कर रहे लापरवाह स्टाफ पर कार्रवाई
भीमराव अंबेडकर जिला अस्पताल में एक के बाद एक लापरवाही सामने आ रही हैं। उसके वावजूद भी जिला अस्पताल के मुखिया अपने स्टाफ के ऊपर कारवाई करने से बचते हुए दिखाई दे रहे हैं। यहां पर लगातार स्टाफ की लापरवाही के मामले सामने आ रहे हैं लेकिन सीएम साहब अपने स्टाफ के लोगों को बचाने में जुटे हुए दिखाई दे रहे हैं, जिससे सवाल खड़े हो रहे हैं कि ऐसे लापरवाह स्टाफ को सीएमएस साहब क्यों बचा रहे हैं?