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नंबर बढ़ाने का गोरखधंधा: यहां से संचालित होता था पूरा गिरोह, हुआ पर्दाफाश

आरोपियों को गोरखपुर में स्थित भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम न्यायालय गोरखपुर में पेश किया गया है। इस पूरे मामले में जिला मुख्यालय पर स्थित एक मूल्यांकन केन्द्र का नाम भी सामने आ रहा है लेकिन पुलिस ने अभी उसका खुलासा नही किया है।

SK Gautam
Published on: 18 March 2020 6:14 PM IST
नंबर बढ़ाने का गोरखधंधा: यहां से संचालित होता था पूरा गिरोह, हुआ पर्दाफाश
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अम्बेडकरनगर: माध्यमिक शिक्षा परिषद की उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन में नम्बर बढ़वाने को लेकर सक्रिय गिरोह का पर्दाफाश करने में जिले की पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। हालांकि गिरोह का मास्टर माइन्ड अभी पुलिस के हाथ नही लग सका है लेकिन उसके गुर्गाें को गिरफ्तार कर पुलिस ने नगदी, एटीएम कार्ड व परीक्षार्थी अनुक्रमांक की सूची अवश्य बरामद कर ली है।

मूल्यांकन केन्द्र के नाम का खुलासा नहीं

सभी आरोपियों को गोरखपुर में स्थित भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम न्यायालय गोरखपुर में पेश किया गया है। इस पूरे मामले में जिला मुख्यालय पर स्थित एक मूल्यांकन केन्द्र का नाम भी सामने आ रहा है लेकिन पुलिस ने अभी उसका खुलासा नही किया है।

क्षेत्राधिकारी टाण्डा अमर बहादुर के साथ प्रेस से मुखातिब होते हुए पुलिस अधीक्षक आलोक प्रियदर्शी ने बताया कि अलीगंज पुलिस को इस गिरोह के टाण्डा में सक्रिय होने की भनक मिली थी। नम्बरों में हेरा फेरी करने वाले गिरोह का मास्टर माइन्ड मुजफ्फर नगर के खुड्डाछपार का रहने वाला कमर इन्तखाब है। कमर इन्तखाब ही अपने कम्प्यूटर आपरेटर सहारनपुर निवासी मोहम्मद वामिक के साथ इस पूरे धंधे का संचालन करता था।

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यह लोग आपस में व्हाटसप काल के जरिये बात करते थे जिससे पकड़ में न आ सकें। कमर इन्तखाब मो0 वामिक को पैकेट व पैसा उपलब्ध कराता था तथा उसे नियत स्थान पर पंहुचाने के लिए भेज देता था। नियत स्थान पर पंहुचकर मो0 वामिक सम्बन्धित व्यक्ति से कमर इन्तखाब की बात करवाता था।

सूची के आधार पर नम्बर बढ़वाये जाते थे

एसपी ने बताया कि उस पैकेट में अनुक्रमांको की सूची रहती थी। इसी सूची के आधार पर नम्बर बढ़वाये जाते थे। टाण्डा आया वामिक मो0 मोबीन निवासी नैपुरा थाना टाण्डा से मिला था लेकिन इसी दौरान वह पुलिस के हत्थे चढ़ गया। पूछतांछ के बाद पुलिस ने महरूआ थानान्तर्गत तरसावां निवासी प्रमोद श्रीवास्तव को भी गिरफ्तार कर लिया।

दो दर्जन से अधिक जिलों तक फैला है यह नेटवर्क

एसपी ने बताया कि यह गिरोह दो दर्जन जिलों मे सक्रिय है जिसमें बड़ी संख्या में लोग शामिल हैं। मो0 वामिक के कब्जे से दो टाइपशुदा परीक्षार्थी अनुक्रमांक, सूची अंग्रेजी विषय, तीन एटीएम पीएनबी, एक एटीएम एचडी एफसी बैंक व एक एटीएम स्टेट बैंक तथा सात सौ रूपये नगद बरामद किया गया है।

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मोबीन के कब्जे से चालीस हजार रूपये नगद तथा सांइस विषय की परीक्षार्थी अनुक्रमांक सूची व प्रमोद श्रीवास्तव के पास से 25 हजार रूपये नगद तथा कला विषय की परीक्षार्थी अनुक्रमांक सूची बरामद किया गया है। सभी आरोपियों को भ्रष्टाचार निवारण संगठन न्यायालय गोरखपुर के लिए भेज दिया गया है।



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SK Gautam

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