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Mahoba News: बेटियों की मां होना जुर्म की सजा, मारपीट कर किया बेदखल

Mahoba News Today: "अगले जन्म मोहे बिटिया न कीजो"... एक के बाद एक दो पुत्रियां होने पर पति और ससुरालीजनों ने विवाहिता को किया बेघर, न्याय के लिए भटक रही विवाहिता।

Imran Khan
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Published on: 16 Nov 2022 9:34 PM IST
Mahoba News
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फिरयाद लेकर भटकती पीड़ित (सोशल मीडिया)

Mahoba News Today: "अगले जन्म मोहे बिटिया न कीजो"... एक के बाद एक दो पुत्रियां होने पर पति और ससुरालीजनों ने विवाहिता को किया बेघर, न्याय के लिए भटक रही विवाहिता। महोबा में बेटियां होने की एक विवाहिता को ऐसी सजा मिली कि पति और ससुरालीजनों ने उसे मारपीट कर बेघर कर दिया और अब उसे अपने साथ नहीं रखना चाहते। पीड़िता पिछले तीन माह से अपने मायके में रह रही है। ऐसे में पीड़िता अपने भाई के साथ अधिकारियों की चौखट पर जाकर न्याय की गुहार लगाने को मजबूर है। सात जन्मों का साथ निभाने की कसमें खाने वाले पति की इस करतूत से पीड़िता अपनी दो मासूम बच्चियों की परवरिश को लेकर चिंतित है।

"अगले जन्म मोहे बिटिया न कीजो" ये लाइन महोबा की इस विवाहिता की दुर्दशा बताने के लिए काफी है जो अपनी दो मासूम बच्चियों के साथ न्याय गुहार लगाती दर-दर भटकने को मजबूर है। एक के बाद एक दो पुत्रियां पैदा होने पर पति ने रिश्तों की मर्यादाओं को ही पीछे छोड़ दिया और बेटे की चाह में अपनी पत्नी और बेटियों को बेघर कर डाला।

दरअसल यह मामला खन्ना थाना क्षेत्र के ग्योड़ी गांव से जुड़ा हुआ है। जहां रहने वाली शिवानी गुप्ता का विवाह वर्ष 2018 में हमीरपुर जनपद के भरुआ सुमेरपुर में रहने वाले विमलेश गुप्ता के साथ हुआ था। विवाहिता बताती है कि शादी में उसके पिता ने अपनी सामर्थ्य के अनुसार 10 लाख रुपये नगद, सोने चांदी के आभूषण और गृहस्थी का सामान दिया था। मगर दहेज के लोभी ससुराल वाले और पति चार पहिया कार की मांग कर उसे प्रताड़ित करने लगे और अक्सर उसके साथ मारपीट होने लगी।

फिर भी विवाहिता पत्नी धर्म निभाते हुए पति और ससुरालीजनों को खुश रखने का प्रयास करती रही, लेकिन उनकी प्रताड़ना कम नहीं हुई और लगातार दहेज में कार की मांग के लिए विवाहिता को प्रताड़ित किया जाता रहा और चार माह बाद ये सदमा गरीब पिता बाबूलाल नही सह पाया और उसकी सदमें से मौत हो गई। पीड़िता किसी तरह अपने वैवाहिक रिश्ते को बचाने के लिए हर सितम सह रही थी और इसी दौरान वर्ष 2019 में उसने एक पुत्री कोमल को जन्म दिया। उसे उम्मीद थी कि संतान के जन्म के बाद पति का बर्ताव बदल जायेगा मगर ऐसा नही हुआ बल्कि पुत्री होने के चलते पति और क्रूर हो गया और पुत्र होने की चाह में अपनी पत्नी को प्रताड़ित करने लगा।

फिर भी विवाहिता किसी तरीके से अपने रिश्ते को बचाने की कोशिश करती रही। इस दौरान रिश्तेदारों और पहचान के लोगों ने पंचायत भी की लेकिन हर बार आश्वासन के बाद भी पति का रवैया नहीं बदला और जब वर्ष 2021 में विवाहिता ने एक और पुत्री तान्या को जन्म दिया तो पति आपा खो बैठा और एक के बाद एक बेटियां पैदा होने से आक्रोशित हो गया।

पीड़िता का आरोप है कि बेटियों के पैदा होने से ससुराली जनों और उसके पति ने उसके साथ जुल्म ढाना शुरू कर दिया। बेरहमी से मारपीट कर उसे घर से निकाल दिया और पिछले 3 माह से पीड़िता अपने भाई कल्याण के यहां रह कर गुजर-बसर कर रही है। पीड़िता और उसका भाई बताते है पति के जुल्मों की शिकायतें उसने हमीरपुर जनपद में भी की लेकिन कोई कार्यवाही नहीं की गई। बेटे की चाह में विवाहिता को न केवल प्रताड़ित किया गया बल्कि जान से मारने तक की धमकियाँ दी गई। ऐसे में पीड़िता अपनी मासूम बच्ची के साथ महोबा पुलिस अधीक्षक की चौखट पर खड़ी न्याय की गुहार लगाकर पति और ससुरालियों पर कानूनी कार्रवाई की मांग कर रही है।



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Prashant Dixit

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