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EXCLUSIVE : सोलर से चलेगा UP,अक्षय ऊर्जा में हुआ सबसे ज्यादा 67000 करोड़ का निवेश
उत्तर प्रदेश में हो रही इनवेस्टर समिट 2018 में निवेश के एमओयू की बाढ आई है तो सबसे ज्यादा इस गंगा में र समिअक्षय ऊर्जा विभाग ही नहा रहा है। इस सेक्टर को पूरे इनवेस्टर समिट में सबसे ज्यादा निवेश हुआ है। एक दो नहीं पूरे 67 हजार करोड़ का निवेश।
अनुराग शुक्ला
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में हो रही इनवेस्टर समिट 2018 में निवेश के एमओयू की बाढ आई है तो सबसे ज्यादा इस गंगा में र समिअक्षय ऊर्जा विभाग ही नहा रहा है। इस सेक्टर को पूरे इनवेस्टर समिट में सबसे ज्यादा निवेश हुआ है। एक दो नहीं पूरे 67 हजार करोड़ का निवेश। इस सेक्टर में कुल 46 एमओयू हुए है। इस मौके पर newstrack.com/ अपना भारत से एक्सक्लूसिव बातचीत में अक्षय ऊर्जा विभाग के मंत्री बृजेश पाठक ने दावा किया कि निवेशकों को किसी तरह दिक्कत नहीं होगी और पांच साल में पूरा प्रदेश ही सोलर एनर्जी से चलेगा। पेश है प्रमुख अंश-
न्यूजट्रैक- आपके सेक्टर में अच्छा निवेश आया है क्या कहेंगे ?
ब्रजेश पाठक- देखिये उत्तर प्रदेश की सरकार ने बहुत कोशिश की है। हमारे मुख्यमंत्री जी के कुशल निर्देशन के अलावा उनका सक्रिय सहयोग भी था। उसी का असर है कि निवेश आया है। मेरे सेक्टर में बहुत असीम संभावना है यही वजह है कि निवेशकों का इतना विश्वास मिला है। मेरे सेक्टर में सबसे ज्यादा निवेश हुआ है। एमओयू तो 46 हुए हैं पर 67 हजार करोड़ का निवेश आया है।
न्यूजट्रैक- आपके सेक्टर कुछ फाइनेंस की परेशानियां आती है क्या करेंगे।
ब्रजेश पाठक-जब एमओयू साइन हो रहे थे तो एसबीआई के चेयरमैन भी थे। उन्होंने स्पष्ट कहा कि हर फीसेबल प्रोजेक्ट को वो फाइनेंस करेंगे। एक खास बात उन्होंने कही कि एसबीआई को थर्मल आदि की अपेक्षा सोलर प्रोजेक्ट पर ज्यादा भरोसा है ऐसे में फाइनेंस की कोई दिक्कत नहीं होगी।
न्यूजट्रैक- आपके सेक्टर की सबसे बड़ी दिक्कत है लैंडबैंक की इससे कैसे निपटेंगे ?
ब्रजेश पाठक- देखिए लैंडबैंक की व्यवस्था प्रमोटर्स ने की है। अब एक प्रावधान यह भी सरकार ने कर दिया है कि किसान अब किसी भी प्रमोटर को किसान अपना खेत असीमित समय के लिए लीज पर दे सकता है। इसके अलावा अगर सरकार को व्यवस्था करनी हुई तो हमारे पास बुंदेलखंड से लेकर पूर्वांचल तक बहुत सी ऊसर भूमि है। हम उसे उपलब्धक रा देंगे।
न्यूजट्रैक- आपके सेक्टर में सोलर उत्पादन से ज्यादा उसके ट्रांसमिशन की समस्या आती है, इसके लिए क्या करने जा रहे हैं?
ब्रजेश पाठक- देखिए उत्तर प्रदेश सरकार ने अब ट्रांसमिशन की समस्या का समाधान कर दिया है। हमने तीन स्लैब बनाए हैं। 10 मेगावाट की 10 किलोमीटर की ट्रांसमिशन की लाइन बनाकर देगी, वहीं 15 मेगावाट से 50 मेगावाट तक 15किलोमीटर की लाइऩ बनाकर देगी इसके साथ ही 50 मेगावाट से ज्यादा की लाइन पर 20 किलोमीटर ट्रांसमिशन की लाइन मुफ्त बनाकर देगी।