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ब्लैक फंगस के रोकथाम के लिए विशेषज्ञ देंगे सुझाव, मुख्यमंत्री योगी ने मांगी रिपोर्ट

इस समय देश कोरोना महामारी के खिलाफ जंग लड़ रहा है। इस बीच एक नए बीमारी का लक्षण देखने को मिल रहा है।

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Newstrack Network NetworkPublished By Shweta
Published on: 12 May 2021 4:20 PM IST (Updated on: 12 May 2021 6:47 PM IST)
ब्लैक फंगस
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ब्लैक फंगस (फोटो सौजन्य से सोशल मीडिया)

लखनऊः मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath)ने टीम 9 से कहा है कि ब्लैक फंगस (Black fungus) बीमारी की रोकथाम के लिए विशेषज्ञों की सलाहकार समिति के साथ बैठक करें और प्रभावी रणनीति तैयार करें। उन्होंने टीम से कहा कि ब्लैक फंगस को रोकने के लिए जरूरी उपाय और रणनीति एक विस्तृत रिपोर्ट मुख्यमंत्री कार्यालय में जमा कराई जाए।

बता दें कि योगी ने आगे कहा कि इससे बचाव के लिए सावधानियां, लाइन ऑफ ट्रीटमेंट, तैयारियों आदि के बारे में मुख्यमंत्री कार्यालय को विस्तृत रिपोर्ट दी जाए। उन्होंने कहा कि कोरोना मरीजों के लिए बेड बढ़ाने के लिए प्रयास को तेज करने की आवश्यकता है। इस दौरान आगे कहा कि बीते 24 घंटो में चिकित्सा शिक्षा विभाग के विभिन्न अस्पतालों में 115 बेड, वाराणसी में डीआरडीओ अस्पताल में आईसीयू के 250 और लखनऊ के हज हाउस स्थित एचएएल हॉस्पिटल में आईसीयू के 100 बेड की संख्या बढ़ाया गया है। इस समय जिलास्तर पर भी काम लगातार जारी है।

कोरोना को देखते हुए उन्होंने निर्देश दिया कि बेड की संख्या के लिए सभी विकल्पों पर ध्यान देते हुए कार्यवाही की जाए। चिकित्सा शिक्षा मंत्री स्तर से इसकी दैनिक समीक्षा की जाए। राज्य स्तर पर गठित स्वास्थ्य विशेषज्ञों की परामर्शदात्री समिति के आकलन, अनुशंसाओं आदि संबंधी रिपोर्ट पर मुख्य सचिव की अध्यक्षता में एसीएस स्वास्थ्य, एसीएस ग्राम्य विकास एवं पंचायती राज व प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा की समिति प्राथमिकता के साथ विचार करें। ऑक्सिजन प्लांट बनाने में तेजी लाने की जरूरी है। स्वास्थ्य विभाग और मेडिकल एजुकेशन विभाग के अस्पतालों में स्थापित होने वाले प्लांट की कार्यवाही की दैनिक समीक्षा की जानी चाहिए। योगी ने कहा कि सहारनपुर में नए ऑक्सीजन प्लांट अगले दो दिन में चालू हो जाएंगे। चीनी विभाग द्वारा 75 जिलों में प्लांट स्थापना की कार्यवाही तेजी से की जा रही है। निजी क्षेत्र द्वारा भी ऑक्सिजन प्लांट स्थापित कराए जा रहे हैं, उन्हें नियमानुसार सभी आवश्यक सहूलियत प्रदान की जाए। कोविड के उपचार हेतु एयर सेपरेटर यूनिट, ऑक्सीजन प्लांट की स्थापना आदि के संबंध में सांसद/विधायक निधि से सहयोग किया जा सकता है।

शराब की बिक्री पर सख्त कार्रवाई

आपको बताते चले कि इस दौरान योगी ने कहा कि कुछ जिलों में अवैध शराब के सेवन से लोग मर रहे हैं इसकी बिक्री पूरी तरह खत्म करने की जरूरीत है इसके लिए सख्त कार्रवाई की जाए। प्रवर्तन की कार्यवाही मिशन मोड़ में हो। आंशिक कोरोना कर्फ्यू को दृष्टिगत रखते हुए रेहड़ी, पटरी, ठेला व्यवसायी, निर्माण श्रमिक, पल्लेदार आदि के भरण-पोषण की समुचित व्यवस्था की जाए। नगरीय क्षेत्रों में अनिवार्य रूप से इनका संचालन किया जाए। अधिकांश जिलों में कम्युनिटी किचेन प्रारम्भ हो चुके हैं। इनकी संख्या और बढ़ाये जाने की जरूरत है। इस जारी में निजी स्वयंसेवी संस्थाओं से भी सहयोग प्राप्त करना उचित होगा। उन्होंने कहा कि 'सफाई, दवाई, कड़ाई, के मंत्र के अनुरूप प्रदेशव्यापी स्वच्छता, सैनीताइजेशन का अभियान चल रहा है। इसे और प्रभावी बनाया जाए। लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करने की जरूरत है। कोरोना कर्फ्यू को प्रभावी ढंग से लागू किया जाए। निराश्रित गौ आश्रय स्थलों में भूसा-चारा के पर्याप्त प्रबंध रखे जाएं। 500 से अधिक गौ वंश वाले गौ आश्रय स्थलों को गोबर गैस उत्पादन सहित ऊर्जा के नवीन केंद्र के रूप में विकसित करने की दिशा में काम करने की अवश्यक्ता है। वाराणसी में एक मॉडल खड़ा किया गया है, गोरखपुर में भी प्रयास किए जा रहे हैं। भारत सरकार से भी इस संबंध में आवश्यक सहयोग प्राप्त होगा।



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