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कोरोना का कहरः बेटे का शव ई-रिक्शा में ले जाने को मजबूर हुआ पिता
एक ओर देश में कोरोना का कहर जारी है तो वहीं दूसरी ओर सरकार के सभी दावे फेल होते नजर आ रहे हैं।
रायबरेलीः एक ओर देश में कोरोना का कहर जारी है तो वहीं दूसरी ओर सरकार के सभी दावे फेल होते नजर आ रहे हैं। ताजा मामला डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा के प्रभार वाले जिले की है। जहां कोरोना से मरीजों की मौत हो रही है। इसके साथ ही कोविड-19 प्रोटोकॉल के तहत अंतिम संस्कार किये जाने के लगातर दावे किए जा रहे हैं। लेकिन स्वास्थ्य महकमा लोगों की स्वास्थ्य को ताक पर रखकर कोरोना मरीजों के शव उनके परिजन को दे रहे हैं।
जिसके कारण कोरोना संक्रमण कम होने के बजाए लगातार बढ़ता जा रहा है। कोरोना से मरने वालों के शवों को साथ प्रोटोकॉल का उल्लंघन किस तरह हो रहा है। इसकी तस्वीरे रायबरेली से सामने आई है। जहां एल 2 अस्पताल में एक कोरोना मरीज की मृत्यु के बाद स्वास्थ्य विभाग द्वारा अंतिम संस्कार न करवा कर उसके शव को उसके परिजनों को सौंप दिया गया।
बता दें कि दुखी परिजन शव को ई रिक्शा से ले जाने को मजबूर हुए। और रायबरेली का स्वास्थ महकमा कोरोना प्रोटोकॉल का तहत मृतक का अंतिम संस्कार नहीं करवा पाया। यह हृदयविदारक तस्वीरें रायबरेली के एल 2 अस्पताल की है जहां कोरोना से जूझ रहे एक युवक की मौत हो गई।
एम्बुलेंस ने मिलने पर ई-रिक्शा पर ले जाते शव
आपको बताते चले कि अस्पताल प्रशासन ने युवक के शव को एम्बुलेंस में न भेज कर उसके परिजन को दे दी। जिसके बाद पिता अपने बेटे का शव ई-रिक्शा से ले जाने पर मजबूर हो गया। शव को ई-रिक्शा में ले जाने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। जिसने स्वास्थ्य विभाग के दावों की हकीकत सबके सामने रख दी।
वीडियो वायरल होने के बाद स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मच गया। लेकिन जिम्मेदार अधिकारी इस मामले में कुछ भी बताने से कतराते रहें।
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