TRENDING TAGS :
लो भईया! कर्जमाफी के लिए नहीं दी रिश्वत तो मृतक घोषित किए गए कई किसान
'हमारी सरकार अगर सत्ता में आई, तो प्रदेश से भ्रष्टाचार का सफाया होगा।' चुनाव से पहले यही शब्द थे यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ के। मगर अब क्या ? पार्टी पावर में तो आ गई मगर रिश्वतखो
बलरामपुर: 'हमारी सरकार अगर सत्ता में आई, तो प्रदेश से भ्रष्टाचार का सफाया होगा।' चुनाव से पहले यही शब्द थे यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ के। मगर अब क्या ? पार्टी पावर में तो आ गई मगर रिश्वतखोरी, ठगी तो अब भी जारी है। हम बात कर रहे हैं बलरामपुर के एक गांव की जहां कर्ज माफी में रिश्वत ना देने पर किसानों को मार दिया जाता है।
चौकिए मत, लेखपाल की ये काली करतूत सामने आई है। सीएम योगी आदित्यनाथ की कर्ज माफी योजना के तहत लेखपाल से मांगी गई रिपोर्ट के नाम पर किसानों से रिश्वत मांगने का आरोप लेखपाल पर लगा है और रिश्वत की रकम न देने वाले किसानों को लेखपाल ने अपने ही कलम से मृत घोषित कर दिया।
मामला उस समय उजागर हुआ जब किसान कर्ज माफी की जानकारी लेने सर्व यूपी ग्रामीण बैंक पहुंचा। इस दौरान बैंक मैनेजर उसे वहां देखकर हैरान रह गया। उसने बताया कि तुम्हारा नाम तो मृतक सूची में दर्ज है। तुम तो मर चुके हो। किसान ने जब खुद के जिंदा होने की बात कही तो बैंक मैनेजर ने कहा इसका सत्यापन करने के बाद कोई कार्रवाई की जाएगी । मृत घोषित किसानों ने रेहरा बाजार थाने लेखपाल के विरुद्ध तहरीर दी है।
मामला थाना रेहरा बाजार के जुवारा गांव का है जहां गांव के रहने वाले किसान मुनिजर, गौरी शंकर, राजेन्द्र बैंक में नोडियूस लेने गए हुए थे तभी बैंक मैनेजर ने बताया कि आपका नाम मृत सूची में है। पहले इसका सत्यापन कराया जाएगा उसके बाद योजना का लाभ दिया जाएगा।
इस संबंध में बैंक मैनेजर एच रिजवी ने बताया कि मृतकों की सूची में कुल 27 नाम आए हैं अब इनका सत्यापन करा कर रिपोर्ट अपने हेडक्वार्टर को दी जाएगी। उसके बाद कर्जमाफी की कार्रवाई शुरू होगी ।
पूरे मामले पर रेहरा थानाध्यक्ष ने बताया कि ग्रामीणों ने लेखपाल के विरुद्ध तहरीर दी है लेकिन मामला राजस्व से जुड़ा है तो बिना उच्चाधिकारियों के आदेश के कोई भी कार्यवाई संभव नही है, आदेश मिलते ही मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी।