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Rain In UP: यूपी में बारिश नहीं होने से किसान परेशान, सीएम योगी ने की समीक्षा, जारी किए ये निर्देश

Rain In UP: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने गुरुवार शाम प्रदेश में अब तक हुई कम बारिश और सूखे जैसे बन रहे हालात की समीक्षा की।

Rahul Singh Rajpoot
Published on: 14 July 2022 5:24 PM GMT
Farmers upset due to lack of rain in UP, CM Yogi reviewed, issued these instructions
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लखनऊ: यूपी में बारिश नहीं होने से किसान परेशान, सीएम योगी ने की समीक्षा: Photo - Newstrack

Lucknow: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने गुरुवार शाम प्रदेश में अब तक हुई कम बारिश और सूखे जैसे बन रहे हालात की समीक्षा की। इस दौरान सीएम योगी ने किसानों की मदद के लिए अधिकारियों को जरूरी दिशा-निर्देश जारी किए। इस बैठक में दोनों डिप्टी सीएम, जल शक्ति मंत्री मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव गृह के साथ सिंचाई विभाग (Irrigation Department) के तमाम अफसर मौजूद रहे।

मुख्यमंत्री ने अब तक धान और खरीफ (Kharif crop) की बुआई को लेकर कृषि विभाग के अधिकारियों से जानकारी ली। साथ ही अब तक किस जिले में कितनी बारिश हुई और कहां सूखे जैसे हालात बन रहे हैं इससे भी अवगत कराया। सीएम योगी की इस बैठक में जिन मुख्य बिंदुओं पर चर्चा हुई और सीएम योगी ने क्या दिशा निर्देश जारी किए वह इस प्रकार है।

सीएम योगी की इस बैठक में जिन मुख्य बिंदुओं पर चर्चा हुई

● दक्षिणी पश्चिमी मॉनसून के प्रभाव से इस वर्ष 13 जुलाई तक मात्र 76.6 मिलीमीटर वर्षा हुई है। जो कि सामान्य वर्षा 199.7 मिलीमीटर से लगभग 62% कम है। इस बीच एकमात्र आगरा जनपद ऐसा रहा जहां सामान्य वर्षा हुई। ललितपुर, फिरोजाबाद, वाराणसी और हापुड़ में सामान्य (80% से 120%) और खीरी, देवरिया, एटा और बिजनौर में सामान्य से कम (60%-80%) वर्षा हुई है। 19 जिले ऐसे हैं यहां अब तक सामान्य से 40% से 60% तक ही वर्षा दर्ज की गई है। किसानों/फसलों की स्थिति को देखते हुए हमें सभी परिस्थितियों के लिए तैयार रहना होगा।

● उत्तर प्रदेश में आमतौर पर 15 जून तक बरसात का मौसम प्रारंभ हो जाता रहा है, जो कि 15 सितंबर तक जारी रहता है। खेती-किसानी की समृद्धि के लिए यह प्राकृतिक वर्षा अमृत है। इस बार मॉनसून में देरी है। हालांकि प्राकृतिक वर्षा जल से सिंचाई के साथ-साथ सरकार द्वारा नहरों, नलकूपों के विस्तार से सिंचाई सुविधा को बेहतर बनाया गया है। ताजा स्थिति के अनुसार सभी प्रमुख नदियों, नहरों और जलाशयों में पर्याप्त जलराशि है। यह संतोषप्रद स्थिति है।

● अल्प वर्षा के कारण खरीफ फसलों की बोआई का कार्य प्रभावित हुआ है। खरीफ अभियान 2022-23 के अंतर्गत 13 जुलाई की अद्यतन स्थिति के अनुसार प्रदेश में 96.03 लाख हेक्टेयर के लक्ष्य के सापेक्ष 42.41 लाख हेक्टेयर की बोआई हो सकी है, जो कि लक्ष्य का मात्र 44.16% ही है। इसमें 45% हिस्सा अकेले धान की बोआई का है। गत वर्ष इसी तिथि तक 53.46 लाख हेक्टेयर भूमि पर बोआई हो चुकी थी।

● मौसम वैज्ञानिकों के आंकलन के अनुसार आगामी 18 जुलाई से अच्छी वर्षा की संभावना है। यद्यपि विलंब से बोआई उपज को प्रभावित करती है। किंतु हमें वैकल्पिक प्रबंध के संबंध में तैयार रहना होगा।

● सभी परिस्थितियों के लिए हमारी कार्ययोजना तैयार रहनी चाहिए। कृषि, सिंचाई, राहत , राजस्व आदि सम्बंधित विभाग अलर्ट मोड में रहें। प्रत्येक जनपद में कृषि विज्ञान केंद्रों, कृषि विश्वविद्यालयों, कृषि वैज्ञानिकों के माध्यम से किसानों से सतत संवाद बनाये रखें। उन्हें सही जानकारी उपलब्ध हो।

● बांदा, चंदौली, हमीरपुर, देवरिया, जालौन जिलों के साथ साथ बलिया, बस्ती, गोरखपुर, महराजगंज, संतकबीरनगर और श्रावस्ती जैसे जिलों पर विशेष ध्यान दिया जाना अपेक्षित है।

● आगामी एक सप्ताह हमारे लिए चुनौतीपूर्ण हो सकता है। ऐसे में यह सुनिश्चित करें कि कहीं भी पेयजल का अभाव न हो। विंध्य और बुंदेलखंड में पेयजल की सुचारु आपूर्ति बनी रहे। वन विभाग वन्य जीवों के लिए तथा पशुपालन विभाग पशुओं के पेयजल की व्यवस्था बेहतर बनाये रखे। बरसात पर निर्भर जलाशयों में जल की उपलब्धता के लिए विशेष प्रयास किए जाएं।

Shashi kant gautam

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