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Basti News: खाद न मिलने से किसान परेशान, समय पर बुवाई न होने से कम पैदावार का अंदेशा

Basti News: बस्ती जिले में रबी की फसल की बुवाई करने के लिए किसानों को खाद नहीं मिल पा रही है जिससे किसान काफी परेशान हैं। समितियों पर सिर्फ यूरिया खाद ही उपलब्ध है।

Amril Lal
Report Amril Lal
Published on: 30 Nov 2022 4:56 PM IST (Updated on: 30 Nov 2022 5:58 PM IST)
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बस्ती जिले में डायाखाद न मिलने से किसान परेशान समय पर बुवाई न होने से कम पैदावार की चिंता: Video- Newstrack

Basti News: बस्ती जिले (Basti district) में रबी की फसल की बुवाई करने के लिए किसानों को खाद नहीं मिल पा रही है जिससे किसान काफी परेशान हैं। समितियों पर सिर्फ यूरिया खाद ही उपलब्ध है। किसानों ने सीधा आरोप लगाते हुए कहा कि डाया खाद न मिलने के कारण हम लोगों की फसलें बुवाई नहीं हो पा रही है। समय पर गेहूं की फसल बुवाई ना होने पर पैदावार कम होता है। जिला अधिकारी बस्ती प्रियंका निरंजन (District Magistrate Basti Priyanka Niranjan) ने कहा दो रैक खाद मंगाने के लिए शासन को पत्र लिखा गया है जल्द ही खाद उपलब्ध हो जाएगा।

जहां प्रदेश सरकार दावा करती है कि किसानों की आय दोगुनी हो रही हैं समय पर उनको खाद बीज सहित अन्य उपकरण भी कृषि प्रयोग में उपलब्ध कराए जा रहे हैं वहीं बस्ती जिले में कृषि अधिकारियों की लापरवाही के कारण किसानों को रबी की फसल की बुवाई में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। उनको डीएपी खाद नहीं मिल पा रही है। जिससे किसानों को गेहूं की फसल बोने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। खेतों में डीएपी खाद नहीं पड़ पा रही है।

बस्ती जिले में किसी समिति पर डीएपी खाद नहीं है

किसानों का कहना है पैदावार नहीं हो पाएगी। किसानों ने सीधा आरोप लगाते हुए कहा कि बस्ती जिले में किसी समिति पर डीएपी खाद नहीं है। हम लोग सुबह उठकर प्रतिदिन समिति पर आते हैं कि रात में खाद आई होगी लेकिन खाद न मिलने से मजबूरन हम लोग यूरिया और पोटाश मिलाकर खेतों में बुवाई कर रहे हैं। यूरिया और पोटाश मिलाकर कर बोने से खेतों में पैदावार कम होती है।

किसानों ने कई बार शासन को भेजा पत्र

इस संबंध में जिला अधिकारी बस्ती प्रियंका निरंजन ने बताया हमने कई बार शासन को पत्र भेजकर दो रैक डीएपी खाद मंगाने के लिए लिखा है और अधिकारियों से लखनऊ बात भी हुई है। जल्द ही खाद डीएपी उपलब्ध हो जाएगी। जिले में किसानों की समस्या खत्म हो जाएगी। लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि जब गेहूं की फसल की बुवाई खत्म हो जाएगी तब डीएपी खाद बस्ती जिले में आएगी, तो शायद इस खाद आने से किसानों को कोई लाभ नहीं मिल पाएगा।



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Shashi kant gautam

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