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Farrukhabad News: जिले में डीएपी खाद की कमी से किसान परेशान, खाद के लिए सुबह से लगी लाइन

Farrukhabad News: डीएपी, एनपीके के लिए किसान बेहद परेशान है। सातनपुर आलू मडी में इफको बाजार सातनपुर में सुबह 6 बजे से किसान खाद के लिए आ जाते हैं और लाइन में लग जाते है।

Vinay Singh
Published on: 17 Oct 2024 10:14 PM IST
Farrukhabad News ( Pic- News Track)
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Farrukhabad News ( Pic- News Track)

Farrukhabad News: फर्रुखाबाद जिले में इन दिनो आलू की फसल बुआई के लिए खाद की भारी किल्लत है। डीएपी, एनपीके के लिए किसान बेहद परेशान है। सातनपुर आलू मडी में इफको बाजार सातनपुर में सुबह 6 बजे से किसान खाद के लिए आ जाते हैं और लाइन में लग जाते है। 5-6 घंटे बाद एनपीके खाद बडी मुश्किल से केवल दो बोरी साथ में 600 रुपयें की नैनोदी जा रही है जो बड़ी मुश्किल से मिल पा रही है ।

किसानो में कौशल कुमार, केवल नगला, इच्छाराम राजेपुर ब्लाक, रामसिंह खैराबाद ब्लाक बढ़पुर, राम लडैते आदि किसानो का सरकार व प्रशासन पर जबरदस्त आक्रोश व्याप्त है। जिनका कहना है कि जिला प्रशासन खाद की काला बाजारी पर रोक नही लगा पा रही है। प्राईवेट दुकानदार मनमाने रेट पर खुलेआम खाद बेंच रहे है।

बाजार मे दुकानदार 1700 से 1800 रुपए मे बेंच रहे हैं एनपीके

अमृतपुर संबाददाता के अनुसार अमृतपुर तहसील क्षेत्र मे एक बड़े रकबे मे आलू की खेती की जाती है। किसान रात दिन एक करके इस समय आलू की फसल के लिए खेतों को तैयार करने मे लगे हैं। आलू की बुआई के लिए किसानों की पहली पसंद डीएपी न मिलने से किसान काफी परेशान नजर आ रहा है। डीएपी की किल्लत तथा विकल्प के तौर पर एनपीके भी न मिल पाने से आलू की बुआई पिछड़ रही है जिससे किसान काफी परेशान नजर आ रहा है। किसान रामसिंह, सतीश शर्मा ने बताया किसी भी भाव डीएपी बाजार मे नही मिल पा रही है। सरकारी गोदामों पर भी लाइन मे लगने के बाद खाद नही मिल पा रही है। जिससे आलू की बुआई पिछड़ रही है।

किसान रामसिंह ने बताया प्राइवेट दुकानदार मनमाने रेट मे एनपीके बेंच रहे है। जिससे किसान को लागत लगाना मुश्किल लग रहा है। उन्होंने बताया बाजार मे दुकानदार 1700 से 1800 रुपए मे एनपीके बेंच रहे हैं। किसान देवेंद्र, रामाधार आदि लोगों का कहना है कि 15 सितंबर से आलू की बुआई के लिए खेत तैयार पड़ा है खाद के अभाव मे अभी तक बुआई नही हो पाई है। बुआई लेट होने से आलू के उत्पादन पर असर पडऩा तय है वहीं कृषि विभाग के अधिकारियों का कहना है कि जिले मे जरूरत के हिसाब से पर्याप्त मात्रा मे उर्वरक उपलब्ध है। किसान को किसी प्रकार की परेशानी नहीं होने दी जाएगी।

जिले को इस सप्ताह मिल रही एनपीके 50 हजार व डीएमपी 38 हजार बोरी

जिला कृषि अधिकारी के अनुसार जिले को इसी सप्ताह एनपीके 50 हजार व डीएमपी की 38 हजार बोरी मिलने जा रही है।जिला कृषि अधिकारी बीके0 सिंह ने बताया कि जिलाधिकारी डा. वीके सिंह द्वारा शासन को जनपद के किसानों हेतु पर्याप्त डीएपी व एनपीके की उपलब्धता के लिए पत्र लिखा गया था । जिसके बाद इफ्को कम्पनी की डीएपी व एनपीके की रैक लगने वाली है। जिसमें से जनपद को 22,000 बोरी डीएपी व 7,200 बोरी एनपीके0 प्राप्त हो रही है। इसके बाद तीन दिन के अन्दर इसी कम्पनी की एनपीके की 26,000 बोरी प्राप्त होंगी।

इस सप्ताह आरसीएफ व पीपीएल कम्पनी की एनपीके 32,000 बोरी प्राप्त हो रही हैं। इसके अलावा सभी सहकारी समितियों पर पीसीएफ वफर गोदाम में रिजर्व एनपीके 20,000 बोरी को प्राथमिकता पर समितियों पर भेजने के आदेश जिलाधिकारी डा0वी0के0 सिंह द्वारा दिया गया है।जिला कृषि अधिकारी ने बताया कि नैनो डीएपी का मूल्य 600 रु0 प्रति 500 मि0ग्रा0 का प्रयोग एक एकड आलू की फसल में प्रयोग करें। यह 4.6 बोरी दानेदार डीएपी के स्थान पर पर्याप्त रहेगी। इसके प्रयोग से 85.90 प्रतिशत तत्व पौधा लेता है एवं कर्म खर्च से समुचित आलू उत्पादन होगा।



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Shalini Rai

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