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Two Girls Dead Bodies: युवकों से पूछताछ में मिले अहम सुराग, पिता ने कहा- दोनों की हत्या की गई, सामने आया ये सच
Two Girls Dead Bodies: फर्रुखाबाद के कायमगंज कोतवाली क्षेत्र में सहेलियों की मौत के मामले में पुलिस ने दो युवकों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों पर आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया गया है। पूछताछ में दोनों से अहम सुराग मिले हैं।
Two Girls Dead Bodies: यूपी के फर्रुखाबाद जिले में मंगलवार को फंदे पर दो सहेलियों के शव लटकते मिलने के बाद हड़कंप मच गया था। इसको लेकर राजनीति भी गरमाने लगी थी। वहीं इस मामले में पुलिस ने दो युवकों को गिरफ्तार किया है। दोनों युवकों के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया गया है। जांच में पुलिस को पता चला है कि सहेलियां चाचा के मोबाइल में अपना सिम डालकर बात करती थीं। उसके बाद मोबाइल से सिम निकालकर सब कुछ डिलीट कर देतीं।
जिले के कायमगंज कोतवाली क्षेत्र के एक गांव में मंगलवार की सुबह अनुसूचित जाति की युवती (18) और किशोरी (17) के शव पेड़ पर एक ही दुपट्टे से लटके हुए मिले थे। परिजनों ने हत्या कर शव फंदे पर लटकाने का आरोप लगाया था। वहीं पोस्टमार्टम रिपोर्ट में दोनों की मौत का कारण फंदा लगने से दम घुटना बताया गया।
एक सहेली के चाचा का था मोबाइल
वहीं, परिजन दोनों सहेलियों के शरीर पर चोटों के निशान होने का दावा कर रहे थे। बुधवार को डीएम व एसपी की मौजूदगी में दोनों सहेलियों का एक ही चिता पर अंतिम संस्कार किया गया। इससे पूर्व मौके पर एक मोबाइल व एक सहेली के वस्त्र में सिम मिला था। जांच में पता चला कि मोबाइल एक सहेली के चाचा का था। दोनों सहेलियों के पास एक सिम था।
पूछताछ के दौरान कई तथ्य हुए उजागर
दोनों सहेली चाचा के मोबाइल में अपना सिम डालकर बात करती थीं। पुलिस ने कॉल डिटेल निकालकर गुरुवार को कायमगंज के भगौतीपुर निवासी पवन और कंपिल के भैंसार धर्मपुर निवासी दीपक को गिरफ्तार कर लिया। सूत्रों की मानें, तो दोनों से पूछताछ के दौरान कई तथ्य उजागर हुए हैं।
पुलिस अधीक्षक आलोक प्रियदर्शी ने बताया कि दोनों सहेलियों से दुष्कर्म की पुष्टि के लिए सुरक्षित की गई स्लाइड की रिपोर्ट अभी नहीं आई है। पुलिस की कई टीमें सभी बिंदुओं पर जांच कर रही है। मामले का जल्द खुलासा होगा। राजनीतिक लोग पोस्टमार्टम के संबंध में जो बात कह रहे हैं। उसके बारे में सीएमओ ही सही जानकारी दे सकते हैं।
पिता बोले- दोनों की हत्या की गई है
गुरुवार दोपहर तीन बजे दोनों सहेलियों के पिता गांव पहुंचे और मीडिया के सामने कहा कि पुलिस के साथ थे। पुलिस ने घटना के बारे में बहुत कुछ खोज लिया है। उनकी बेटियों की हत्या ही की गई है। उन्होंने कहा, तहरीर देकर मुकदमा भी दर्ज कराएंगे। इंस्पेक्टर रामअवतार ने बताया कि तहरीर मिलने पर मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस को मिले अहम सुराग
इस मामले की गहनता से जांच चल रही है। जल्द ही परिणाम सामने होगा। इधर, गांव में हालात को देखते हुए कायमगंज कोतवाली के इंस्पेक्टर क्राइम राजेश कुमार सिंह और कंपिल एसओ जितेंद्र चौधरी पुलिस फोर्स व एक ट्रक पीएसी के साथ मौजूद हैं।
युवती और किशोरी के घर पहुंचे सपा, कांग्रेस और बसपा नेता
कायमगंज क्षेत्र के एक गांव में दो सहेलियों के पेड़ पर शव लटके मिलने के बाद प्रदेश की राजनीति गरमा गई है। बृहस्पतिवार को कांग्रेस, सपा व बसपा के नेता पीड़ित परिवार से मिले। नेताओं ने परिजनों को सांत्वना देने के साथ न्याय दिलाने का भरोसा दिया। वहीं, भाजपाइयों ने शुक्रवार को पीड़ित परिवार से मिलने की बात कही है।
लुईस खुर्शीद बोलीं- शरीर पर चोटों के निशान दिखे
पूर्व विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद की पत्नी पूर्व विधायक लुईस खुर्शीद सबसे पहले पीड़ित परिवार के घर पहुंचीं। घर पर सहेलियों के पिता नहीं थे। वह महिलाओं से मिलीं। महिलाओं ने बताया कि दोनों को मारकर पेड़ पर लटकाया गया है। पुलिस ने उन्हें शव देखने नहीं दिया। पोस्टमार्टम के बाद शरीर पर चोटों के निशान दिखे।
हर हाल में न्याय दिलवाया जाएगा
लुईस खुर्शीद ने कहा कि यह मामला राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के संज्ञान में है। उन्होंने ही भेजा है। जरूरत पड़ी, तो सलमान खुर्शीद भी आएंगे। हर हाल में न्याय दिलवाया जाएगा।। उनके साथ प्रदेश महासचिव प्रकाश प्रधान, प्रदेश सचिव जुनैद खान, जिलाध्यक्ष शकुंतला देवी, उजैर खा व खुशहाल मियां आदि थे।
सहेलियों के पिता के न मिलने पर सवाल खड़े किए
इसके बाद बसपा मंडल कोआर्डिनेटर नागेंद्र जाटव, जिलाध्यक्ष आरडी बौद्ध की अगुवाई में प्रतिनिधिमंडल घटनास्थल पर पहुंचा। इसके बाद वह पीड़ित परिवारों से मिले। सहेलियों के पिता के न मिलने पर सवाल खड़े किए। कहा कि आखिर वह कहां चले गए। करीब तीन बजे सहेलियों के पिता के पहुंचने पर उनसे बातचीत की।
अखिलेश यादव ने सच जानने भेजा है
इसके बाद सपा जिलाध्यक्ष चंद्रपाल सिंह यादव की अगुवाई में प्रतितिनिधिमंडल पहुंचा। उन्होंने कहा कि सबसे पहले यह मामला राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने उठाया। उन्होंने सच जानने के लिए भेजा है। दलित परिवारों पर अत्याचार नहीं होने देंगे। वह हर संभव मदद के साथ न्याय दिलाने में मदद करेंगे।