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फतवा जारी, कहा- मदरसों-घरों पर फहराएं तिरंगा, खुलकर मनाएं जश्न

aman
By aman
Published on: 13 Aug 2016 2:39 PM GMT
फतवा जारी, कहा- मदरसों-घरों पर फहराएं तिरंगा, खुलकर मनाएं जश्न
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बरेली : स्वतंत्रता दिवस के मौके पर आम लोगों के मन में एक सवाल जरूर उठता है कि क्या मुस्लिम समुदाय मदरसों और घरों पर झंडा फहरा सकते हैं या नहीं? इस बार दरगाह आला हजरत से इस मसले पर फतवा ही जारी कर दिया गया। फतवे से साफ हो गया है कि झंडा फहराने या जश्न मनाने में किसी तरह का कोई हर्ज नहीं है।

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फहरा सकते हैं तिरंगा

इस सिलसिले में दरगाह से सवाल पूछा गया था। जवाब में दरगाह आला हजरत के मुफ्ती ने कहा कि शरीयत के दायरे में रहकर जश्न मनाने में कोई हर्ज नहीं है। इस्लामी कानून के उसूलों का एहतराम करते हुए मुल्क का झंडा भी फहरा सकते हैं। बेहतर यह है कि आजादी के जश्न में उन मुस्लिम उलेमा और मजहबी रहनुमाओं को खिराजे अकीदत पेश करें, जिन्होंने अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ आवाज उठाई थी।

आजादी के जश्न में बढ़-चढ़कर हिस्सा लें

मुफ्ती ने ये भी कहा, ऐसा कर फिरकापरस्तों की साजिश को भी नाकाम किया जा सकता है, जो मुसलमानों के खिलाफ मुल्क से दुश्मनी का इल्जाम लगाते रहते हैं। ऐसी ताकतों को जवाब देने के लिए आजादी के जश्न में बढ़-चढ़कर हिस्सा लें। इस जश्न के लिए हमारे बुजुर्गों ने भी कुर्बानियां दी थीं। आजादी की फिजा में सांस लेने की तमन्ना थी। दरगाह आला हजरत के मदरसा मंजरे इस्लाम के मुफ्ती मुहम्मद सलीम नूरी ने फतवा जारी कर सभी मुसलमानों से जश्ने आजादी में हिस्सा लेने का आह्वान किया था।

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अमन कुमार - बिहार से हूं। दिल्ली में पत्रकारिता की पढ़ाई और आकशवाणी से शुरू हुआ सफर जारी है। राजनीति, अर्थव्यवस्था और कोर्ट की ख़बरों में बेहद रुचि। दिल्ली के रास्ते लखनऊ में कदम आज भी बढ़ रहे। बिहार, यूपी, दिल्ली, हरियाणा सहित कई राज्यों के लिए डेस्क का अनुभव। प्रिंट, रेडियो, इलेक्ट्रॉनिक और डिजिटल मीडिया चारों प्लेटफॉर्म पर काम। फिल्म और फीचर लेखन के साथ फोटोग्राफी का शौक।

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