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महिला IPS से तंग आकार ट्रेन से कटा सचिवालय कर्मी, पुलिस महकमे में हड़कंप
जिस पुलिस से लोग इंसाफ की उम्मीद करते हैं वही पुलिसकर्मी अपना रुतबा दिखाने के लिए ऐसा कुछ कर बैठते हैं, जिससे अगले की जिंदगी बर्बाद हो जाती है।
लखनऊ। जिस पुलिस से लोग इंसाफ की उम्मीद करते हैं वही पुलिसकर्मी अपना रुतबा दिखाने के लिए ऐसा कुछ कर बैठते हैं, जिससे अगले की जिंदगी बर्बाद हो जाती है। कॅरियर बर्बाद करने के मामले में पुलिस का नाम सबसे ऊपर आता है, क्योंकि किसी भी कानून में फंसाने का पावर इन्हीं के पास होता है। राजधानी लखनऊ में ऐसा ही मामला सामने आया है। यहां महिला आईपीएस डीसीपी उत्तरी प्राची सिंह के रुतबे का शिकार सचिवालय में संविदा कर्मी के तौर पर काम कर रहा विशाल सैनी हुआ है। विशाल ने सुसाइड नोट में आईपीएस प्राची सिंह पर फर्जी सेक्स रैकेट में फंसाने का अरोप लगाया है। उसने लिखा है कि आईपीएस प्राची सिंह की वजह से उसका कॅरियर तबाह हो गया है। इसकी वजह से वह अपने घर और करीबियों से नजर नहीं मिला पा रहा था, जिसके चलते वह आत्महत्या कर रहा है। साथ ही उसने आईपीएस प्राची सिंह पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है।
सेक्स रैकेट में फंसाने का आरोप
जानकारी के अनुसार हसनगंज रैदास मंदिर रेलवे क्रासिंग के पास आज सुबह सचिवालय में संविदा कर्मी विशाल सैनी ने ट्रेन के सामने कूदकर आत्महत्या कर ली। मृतक के पास से मिले मोबाइल और सुसाइड नोट से उसकी पहचान हो सकी। वहीं सुसाइड नोट में लिखी बातों के बाद से पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है। विशाल ने सुसाइड नोट में एडीसीपी उत्तरी प्राची सिंह पर सेक्स रैकेट के झूठे आरोप में फंसा कर जेल भेजने का आरोप लगाया है। बता दें चांदगंज छपरतल्ला निवासी विशाल सैनी सचिव यूपी भूतत्व एवं खनिकर्म डॉ. रोशन जैकब के कार्यालय में कम्यूटर आपरेटर था। आज सुबह वह आफिस के लिए निकला था। लेकिन दोपहर 12 बजे के करीब उसका शव रैदास रेलवे क्रासिंग के पास से दो टुकड़ों में मिला। घटना की सूचना पर महानगर, हसनगंज और अलीगंज की पुलिस पहुंच गई। काफी देर तक सीमा विवाद में उलझने के बाद पुलिस ने इसकी सूचना विशाल के परिजनों को दी।
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विशाल के परिजनों के मुताबिक 13 फरवरी को विशाल सैनी को सेक्स रैकेट के झूठे मामले में फंसाकर जेल भेज दिया गया था। पुलिस के इस आरोप पर विशाल के घरवालों को विश्वास नहीं हो रहा था। जेल में विशाल ने परिजनों को बताया था कि वह 13 फरवरी को ठेले के पास खड़ा होकर चाउमीन खा रहा था। इसी दौरान एडीसीपी प्राची सिंह वहां आ गईं। उनके इशारे पर सिपाहियों ने विशाल को दबोच लिया। कारण पूछने पर पुलिस की तरफ से सेक्स रैकेट में शामिल होने की बात कही गई। पुलिस के सामने विशाल सचिवालय कर्मी होने का दुहाई देता रहा, मगर उसकी एक न सुनी गई। परिवार वालों के मुताबिक जेल से छूटने के बाद विशाल काफी उदास रहता था।
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