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Annual Convention: माइक्रोफाइनेंस एसोसिएशन का पांचवा वार्षिक अधिवेशन हुआ लखनऊ में आयोजित, राज्यमंत्री जसवंत सिंह सैनी हुए शामिल
Annual Convention: कार्यक्रम के दौरान विभिन्न प्रतिभागियों को राज्यमंत्री जसवंत सिंह सैनी ने सर्टिफिकेट प्रदान किए। वहीं, अगले कुछ वर्षों में माइक्रोफाइनेंस का व्यवसाय देश में 17 लाख करोड़ रुपए तक पहुंचने की संभावना है।
राजधानी लखनऊ में माइक्रोफाइनेंस एसोसिएशन ऑफ उत्तर प्रदेश द्वारा होटल हयात रीजेंसी में पांचवा वार्षिक अधिवेशन में शामिल हुए यूपी सरकार के राज्यमंत्री जसवंत सिंह सैनी।
का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में यूपी सरकार के राज्यमंत्री जसवंत सिंह सैनी शामिल हुए।
Annual Convention: सूबे की राजधानी लखनऊ में माइक्रोफाइनेंस एसोसिएशन ऑफ उत्तर प्रदेश द्वारा होटल हयात रीजेंसी में पांचवा वार्षिक अधिवेशन का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में यूपी सरकार के राज्यमंत्री जसवंत सिंह सैनी शामिल हुए। राज्यमंत्री सैनी ने एसोसियेशन के सदस्यों के साथ द्वीप प्रज्जवलन कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। कार्यक्रम का संचालन मिनी श्रीवास्तव और समापन संबोधन अजय गनओतरा ने किया। इस दौरान राज्यमंत्री ने विभिन्न प्रतिभागियों को सर्टिफिकेट प्रदान किया।
अगले चार वर्षों में इतना बड़ा होगा माइक्रोफाइनेंस का व्यवसाय
दिल्ली से आए एमएफआइएन के सीईओ आलोक मिसरा ने बताया कि मौजूदा समय देश में माइक्रोफाइनेंस का व्यवसाय करीब तीन लाख करोड़ का है, जोकि अगले तीन से चार-वर्षो में करीब 17 लाख करोड़ तक पहुंचने की संभावना है।
समुचित सेवा के उद्देश्य आरबीआई के नए नियम आए
इस मौके पर भारतीय रिजर्व बैंक के क्षेत्रीय निदेशक डॉ बालू केनचप्पा ने कहा कि केंद्रीय बैंक के नए नियम ग्राहकों को सस्ती तथा समुचित सेवा प्रदान करने के उद्देश्य से लिया गया है। केंद्रीय बैंक इन संस्थाओं से ब्याज दर में कटौती तथा पारदर्शिता की उम्मीद करता है। वहीं, नाबार्ड के मुख्य महाप्रबंधक एस.के डोरा ने नाबार्ड द्वारा उपलब्ध कराई जा रही वित्तीय सहायता तथा जेएलजी माध्यम से लाभार्थियों तक कैसे लाभ पहुंचे आदि पर प्रकाश डालते हुए कहा कि कैसे हम लोग लघु उद्यम विकसित कर सकते है।
विभिन्न मुद्दों पर हुई चर्चा
इस साथ ही, इस मौके पर कोविड के दौरान अनुभव, ग्राहक सुरक्षा, तथा टेक्नोलॉजी का बेहतर उपयोग, पर परिचर्चा भी हुई,जबकि परिचर्चा पर विशेषज्ञों ने अपने विचार रखे। वहीं, एसोसिएशन के सीईओ सुधीर सिन्हा ने बताया कि परिचर्चा से निकले विचारों को संकलित करके आगे की कार्यवाही की जाएगी, जिससे सेक्टर एक जिम्मेदार तथा भरोसेमंद लेंडर के रूप में अपने को स्थापित कर सके।