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MIG-21 Crashed: सम्मान के साथ हुआ फाइटर पायलट का अंतिम संस्कार, उमड़ी भीड़
भारत माता की जय और शहीद अभिनव अमर रहें का गूंजा नारा
मेरठ। स्क्वाड्रन लीडर शहीद अभिनव चौधरी का उनके पैतृक गांव में आज दोपहर सम्मानपूर्वक अंतिम संस्कार किया गया। अंतिम संस्कार में हजारों की भीड़ उमड़ी थी। वहीं शहीद के परिवार के लोगों ने नम आंखों से अंतिम विदायी दी । गांव में लोगों ने भारत माता की जय और अभिनव अमर रहें का नारा भी लगाया।
पंजाब के मोगा में गुरुवार को भारतीय वायुसेना के मिग-21 लड़ाकू विमान दुर्घटनाग्रस्त होने पर शहीद हुए अभिनव चौधरी का पार्थिव शरीर शनिवार सुबह हिंडन एयरबेस स्टेशन से उनके आवास पर पहुंचा। पार्थिव शरीर के साथ एयरफोर्स के अधिकारी आए, हालांकि उन्होंने कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया। पार्थिव शरीर को अंतिम दर्शन के लिए विशेष वाहन से उतारा गया। अभिनव के पार्थिव शरीर को देखते ही परिवार के लोग अपने आसुओं को रोक नहीं पाए। थोड़ी देर बाद ही उनका पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव पुसार के लिए रवाना हो गया, और दोपहर में उनका अंतिम संस्कार किया गया।
शहीद अभिनव चौधरी के पार्थिव शरीर को सेना की ट्रक में लाया गया और उसी ट्रक में गांव की ओर लेकर निकले। पिता सत्येंद्र चौधरी को परिवार के अन्य सदस्यों के साथ दूसरी गाड़ी में लाने की तैयारी थी, लेकिन पिता ने वायुसेना अफसरों से कहा कि वह बेटे के साथ ही जाएंगे। उन्होंने कहा कि मुझे बेटे के साथ ही जाना है और परिवार का जो भी सदस्य साथ चलना चाहे उसे भी साथ ही जाने दीजिए। नौजवान बेटा खोने के गम में ट्रक के सफर को उन्होंने अनदेखा ही किया। शहीद अभिनव के पिता सत्येंद्र चौधरी, पत्नी सोनिका उज्जवल, छोटी बहन मुद्रिका और सोनिका की छोटी बहन मोनिका पार्थिव शरीर के साथ ही मेरठ से बागपत के पुसार गांव के लिए रवाना हुए। इस दौरान मोनिका जहां अभिनव के पिता को संभाल रही थी वहीं दूसरी ओर मुद्रिका भाभी सोनिका को संभालने की कोशिश करती दिखी।
खबर मिलने के बाद परिवार में मच गया कोहराम
वहीं शुक्रवार तड़के उनके शहीद होने की खबर आई तो परिवार में कोहराम मच गया। पिता ने बताया कि शुक्रवार सुबह करीब चार बजे एक अधिकारी का फोन आया था। उन्होंने ही बेटे के शहीद होने की सूचना दी। बेटे अभिनव चौधरी के शहीद होने से पूरी तरह टूट चुके पिता सतेंद्र चौधरी का कहना है कि देश के जवान पुराने जहाज उड़ा रहे हैं। साथ ही यह भी कहा कि यह जवानों की जिंदगी का सवाल है। इससे पहले भी कई जवान अपनी जान गंवा चुके हैं। उन्होंने हाथ जोड़कर सरकार से अपील की है कि देश में मिग-21 विमानों को तुरंत बंद कर देना चाहिए। वहीं उन्होंने रोते हुए कहा कि मेरा लाल तो चला गया बस अब आगे किसी का लाल न जाए, इसलिए सरकार को इन्हें तुरंत बंद कर देना चाहिए।
मिग-21 का फाइटर पायलट था शहीद अभिनव
यहां बता दें कि शहीद अभिनव चौधरीने अपनी शादी में दहेज प्रथा के खिलाफ जाकर रस्म के तहत सिर्फ एक रुपया लिया था। इस पर पूरे देश में उनकी खूब सराहना हुई थी। अनिभव काफी होनहार थे और 2014 में उनकी नौकरी लगी थी। 25 दिसम्बर 2019 को बागपत के गांव मवींकला निवासी सोनिका पुत्री शिव कुमार से उनकी शादी हुई थी। बागपत के पुसार गांव निवासी किसान सतेंद्र चौधरी मेरठ में सी-91 गंगासागर कॉलोनी में सपरिवार रहते हैं। उनका होनहार बेटा अभिनव चौधरी वायु सेना में मिग-21 का फाइटर पायलट थे। वह इस समय पठानकोट एयरबेस में तैनात थे। अभिनव के पिता सतेंद्र चौधरीने अपने बेटे की शादी में रस्म के तहत केवल एक रुपया स्वीकार किया था। इससे उनकी और उनके बेटे की खूब सराहना हुई थी। मां सत्या चौधरी गृहणी हैं। बहन मुद्रिका बीटेक फाइनल ईयर में है। जबकि पत्नी सोनिका उज्जवल दो साल पहले ही फ्रांस से मास्टर ऑफ साइंस की पढ़ाई करके लौटी हैं।