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राशन घोटाले में 6 खाद्य आपूर्ति निरीक्षक समेत 3 कंप्यूटर ऑपरेटर के खिलाफ FIR दर्ज
कानपुर: पिछले जुलाई महीने में करोड़ों रुपये के राशन घोटाले का मामला जब प्रकाश में आया तो मुख्य सचिव ने इसे गंभीरता से लेते अधिकारियो को जमकर फटकार लगायी थी और जाँच के आदेश दिए थे। जब अधिकारियो द्वारा राशनिंग ऑफिस से जाँच शुरू हुई तो राशनिंग ऑफिस के अन्दर से ही घोटाले का बड़ा खेल चल रहा था। जिसमें शहर भर के 42 कोटेदारो के खिलाफ कानपुर कोतवाली में एफ़आईआर दर्ज करायी गयी थी।
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जब पुलिस की जाँच में राशनिंग ऑफिस के तीन कम्यूटर ऑपरेटर और छह खाद्य आपूर्ति निरीक्षक दोषी पाए गए है। जिसमें से एक कम्यूटर ऑपरेटर को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल है। इसके साथ ही एक हिस्ट्रीशीटर कोटेदार को भी जेल भेजा गया है।
गरीबों के राशन को डकारने वाले कोटेदार कंप्यूटर ऑपरेटर खाद्य आपूर्ति निरीक्षको से साठ गांठ कर करोड़ों का चूना लगा रहे थे । पुलिस ने अपनी जाँच में पाया है कि रशिंग ऑफिस में बैठने वाले कम्यूटर ऑपरेटर आशीष पाल ,नीतू और प्रभात आधार कार्ड के नम्बरों में खेल करके राशन की फेरा फेरी करने में कोटेदारो की मदद करते थे। इनका जाल पूरे महानगर में फैला था।
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राशन की हेराफेरी में छह खाद्य आपूर्ति निरीक्षक अशफाक अहमद ,अशफाक फारुखी ,प्रसान्त ,सुधीर श्रीवास्तव ,संतोष कुमार और लोक्मानी भट्ट इस कार्य में शामिल थे। कोटेदारो की तरफ से इन्हें मोटी रकम पहुचाई जाती थी। पुलिस की विवेचना में अभी और भी नाम खुलने बाकी है। इस घोटाले में विभाग के अभी कई बड़े अधिकारियो के नाम भी सामने आने वाले है।
पुलिस शनिवार को कम्यूटर ऑपरेटर आशीष पाल को गिरफ्तार कर लिया है और उसे जेल भेजा है। इसके साथ हिस्ट्रीशीटर कोटेदार फहीम पहलवान को भी गिरफ्तार किया है। फहीम पहलवान पर शहर के विभिन्न थानों में 32 मुक़दमे है जिसमें हत्या ,हत्या का प्रयास ,लूट ,चोरी जैसे संगीन मामलों में नामजद है। फहीम पहलवान खुद को बसपा का नेता बताता था और बसपा का सदस्य भी रह चुका है।
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एसपी क्राइम राजेश यादव के मुताबिक राशन घोटाले में अभी यह पहली गिरफ़्तारी है। अभी फरार चल रहे कम्यूटर ऑपरेटर की तलाश जारी है इसके साथ ही इसमें अन्य लोगो की भी गिरफ़्तारी होना बाकी है।