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हादसा या साजिश? BRD कॉलेज में आग की जांच के लिए टीम गठित
गोरखपुर: बीआरडी मेडिकल कॉलेज के प्रशासनिक भवन जिसमें प्रिंसिपल ऑफिस भी है, में सोमवार (08 जनवरी) सुबह 9:30 बजे आग लग गई। इसकी जानकारी तब मिली जब कर्मचारियों ने दफ्तर खोला। यह आग नीचे से लेकर प्रथम तल तक पहुंच गई। सरकार की तरफ से इस आग के कारणों की जांच के लिए टीम गठित कर जांच शुरू कर दी गई है। यह आग लगी है या लगाई गई है इसकी जांच की जाएगी। डीएफओ के नेतृत्व में तकनीकी टीम गठित की गई है।
पहले कर्मचारियों ने अपने स्तर से आग पर काबू पाने की कोशिश की। लेकिन आग की विकरालता को देखते हुए फायर ब्रिगेड की गाड़ियों को बुलाया गया। अभी भी आग पर पूरी तरीके से काबू नहीं पाया जा सका है।
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सिरदर्द बढ़ना तय
बताया जाता है कि जहां आग लगी है वहीं रिकॉर्ड रूम भी है। आग की लपटें रिकॉर्ड रूम तक पहुंच चुकी है। आग लगने के कारणों को शार्ट सर्किट बताया जा रहा है। अभी कुछ सप्ताह पूर्व डॉ. गणेश कुमार ने बीआरडी मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल का पदभार ग्रहण किया था। नए प्रिंसिपल के लिए यह सिरदर्द बढ़ाने वाला मामला है। बताया जा रहा है कि बीआरडी मेडिकल कॉलेज गैस त्रासदी मामले के रिकॉर्ड भी उसी रिकॉर्ड रूम में रखे हैं।
आग पर काबू पाया
बीआरडी मेडिकल कॉलेज में लगी आग पर फिलहाल काबू पा लिया गया है। पुलिस और प्रशासनिक अमला मौके पर मौजूद है। अग्निशमन दल की 4 गाड़ियों ने आग पर काबू पाया।
कितना रिकॉर्ड जला कहना मुश्किल
इस हादसे पर एसपी नॉर्थ गणेश शाहा ने कहा, कि 'इस मामले की जांच की जा रही है। आग कैसे लगी और इस आग में कितनी क्षति हुई इसका अनुमान लगाया जा रहा है। साथ ही कितना रिकॉर्ड जला है ये कहना अभी मुश्किल है।'
ये कहा प्रभारी प्रिंसिपल ने
बीआरडी मेडिकल कॉलेज के प्रभारी प्रिंसिपल अशोक कुमार श्रीवास्तव ने बताया, कि 'फिलहाल आग के कारणों का पता नहीं चल पा रहा है। प्रिंसिपल कक्ष के कमरे, स्टोनो के कमरे और उसके पीछे रिकॉर्ड फ़ाइल रूम में आग लगी है। इसकी विशेष जानकारी नहीं है। यह आग कैसे लगी यह जांच का विषय है।'
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