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Bijnour Border Dispute : यूपी-उत्तराखंड के किसान आमने-सामने, चलीं ताबड़तोड़ गोलियां...सीमा के गांवों में तनाव
Bijnour Border Dispute : सीमा विवाद की वजह से यूपी और उत्तराखंड के किसान शनिवार को आमने-सामने आ गए। दोनों पक्षों ने ताबड़तोड़ गोलियां बरसायी। पुलिस जांच में जुटी।
Bijnour Border Dispute : सीमा विवाद को लेकर भारतीय जनता पार्टी (BJP) शासित दो राज्य आमने-सामने आ गए। जी हां, यूपी के बिजनौर जिले के ग्राम हिम्मतपुर बेला (Himmatpur Bela) और उत्तराखंड के ग्राम बादशाहपुर (Badshahpur) के किसान शनिवार (04 मार्च) को एक-दूसरे के सामने बंदूकें लेकर खड़े हो गए। मामला तूल पकड़ लिया।
देखते ही देखते दोनों गांव के किसानों ने कई राउंड गोलियां चलाई। जबकि, एक किसान के 40 बीघा गन्ने के खेत में आग लगा दी गई। सीमा के दोनों तरफ गांवों में तनाव की स्थिति है। जिले के थाना मंडावर (Police Station Mandawar) पुलिस मामले की जांच में जुटी है।
क्या है मामला?
उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले के मंडावर गंगा खादर इलाके में सीमा विवाद एक बार तनाव की वजह बना हुआ है। यूपी और उत्तराखंड सीमा पर एक बार फिर विवाद देखने को मिला। आपसी बहस से शुरू हुए विवाद ने तूल पकड़ लिया। जमीन के सर्वे में कोई हल नहीं निकलने के बाद दोनों तरफ के किसान आमने-सामने आ गए। शुक्रवार की देर शाम दोनों तरफ से किसानों के बीच कई राउंड फायरिंग हुई। गोलियां चलने से इलाके के लोग थर्रा गए। गांव में अभी भी भय का माहौल है। गनीमत रही कि किसी को गोली नहीं लगी।
40 बीघा गन्ने की फसल में लगा दी आग
सीमा विवाद से फायरिंग तक पहुंचा मामला यहीं नहीं थमा। मंडावर क्षेत्र के किसानों का आरोप है कि उत्तराखंड के किसानों ने करीब 40 बीघा गन्ने के खेत में आग लगा दी। बिजनौर जिले के किसानों ने पुलिस प्रशासन से कार्रवाई की मांग की है। बता दें, इससे पहले उत्तराखंड (Uttarakhand) के ग्राम बादशाहपुर और यूपी के ग्राम हिम्मतपुर बेला में सीमा विवाद के निपटारे को लेकर साल 2019 में सर्वे हुआ था। इस सर्वे के दौरान भी दोनों गांव के लोगों में भिड़ंत हुई थी। तब भी गोलियां चली थी।
बीते हफ्ते अफसरों में हुई थी तनातनी
बिजनौर (Bijnor) और उत्तराखंड की सीमा पर उपजा विवाद नया नहीं है। इस विवाद को निपटाने के लिए पिछले हफ्ते दोनों तरफ से अफसर जुटे थे। सर्वे का काम भी हुआ था। लेकिन, उत्तराखंड के लक्सर (Laksar) के SDM गोपाल राम बिनवाल सहित अन्य अफसर सहमत नहीं हुए। तब वो अपनी टीम के साथ वापस लौट गए थे। हालांकि, बिजनौर के अधिकारियों ने इसे लेकर हरिद्वार प्रशासन को चिट्ठी भी लिखी है। पिछले हफ्ते सर्वे के दौरान ही दो अफसरों में भिड़ंत हो गयी थी।