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Firozabad News: नीलांचल एक्सप्रेस की चपेट में आने से आधा दर्जन गोवंशों की मौत

Firozabad News: हादसे की सूचना पर पहुचे रेलवे विभाग के अधिकारियों ने ट्रेक पर पड़े गोवंश के शव को हटवाया तब जाकर यातायात शुचारु हुआ।

Brajesh Rathore
Published on: 30 Nov 2022 8:29 AM GMT
Firozabad
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नीलांचल एक्सप्रेस की चपेट में आने से आधा दर्जन गोवंशों की मौत (photo: social media )

Firozabad News: बुधवार की सुबह रेलवे स्टेशन पर माधोगंज के करीब आधा दर्जन गोवंश नीलांचल एक्सप्रेस की चपेट में आ गए। जिससे गोवंशों की मौत हो गई। ट्रेन की इंजन में एक सांड फस गया जिससे ट्रेन रुक गई। गनीमत रही कि कोई बड़ा हादसा नही हुआ। हादसे के बाद 20 मिनट के लिए यातायात ठप पड़ गया। हादसे की सूचना पर पहुचे रेलवे विभाग के अधिकारियों ने ट्रेक पर पड़े गोवंश के शव को हटवाया तब जाकर यातायात शुचारु हुआ।

बुधवार की सुबह साढ़े दस बजे के करीब दिल्ली से कानपुर की ओर जा रही नीलांचल एक्सप्रेस माधोगज के पास ओवर ब्रिज के पास पहुँची ही थी कि तभी अचानक आधा दर्जन के करीब गोवंश ट्रेन के सामने आ गए। अचानक से ट्रेन के आगे गोवंश आने से ट्रेन की गोवंश से जोरदार भिड़ंत हो गई। जिससे जोरदार आवाज हुई।

हादसे के दौरान एक सांड ट्रेन के इंजन में फस गया। वह आधा किमी दूर तक इंजन में फंसकर घिसटता चला गया। हादसा होते ही रेलवे विभाग में हड़कप मच गया। आनन फानन में स्टेशन मास्टर रमेश लाल मीणा के साथ विभागीय अधिकारी मौके पर पहुँच गए। आनन फानन में रेलवे के कर्मचारियों ने गोवंश को ट्रैक से हटवाया। उसके बाद यातायात शुचारु हुआ। इस दौरान करीब 20 मिनट यातायात प्रभावित रहा। जहां के तहां ट्रेन को रोक दिया गया।

किसान गोवंश को खदेड़कर रेलवे ट्रेक पर लाए थे

रेलवे के कर्मचारियों ने बताया कि कुछ किसान गोवंश को खदेड़कर रेलवे ट्रेक पर लाए थे इसी दौरान गोवंश ट्रेन की चपेट में आए हैं। गनीमत रही कि हादसे के दौरान ट्रेन बड़े हादसे के शिकार से बच गई। इस बारे में स्टेशन मास्टर रमेश लाल मीणा ने बताया कि ट्रेक 15 से 20 मिनट के लिए प्रभावित रहा है। इंजन में कोई खराबी नही आई है। इसलिए ट्रेन गंतव्य के लिए रवाना कर दी गई। बाद में गोवंश का अन्तिम संस्कार करा दिया गया।

Monika

Monika

Content Writer

पत्रकारिता के क्षेत्र में मुझे 4 सालों का अनुभव हैं. जिसमें मैंने मनोरंजन, लाइफस्टाइल से लेकर नेशनल और इंटरनेशनल ख़बरें लिखी. साथ ही साथ वायस ओवर का भी काम किया. मैंने बीए जर्नलिज्म के बाद MJMC किया है

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