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Firozabad News: काल बनी शिकोहाबाद की नहर, एक माह में डूबे दर्जन भर लोग

Firozabad News: पिछले एक माह में शिकोहाबाद की निचली गंग नहर में एक दर्जन लोग डूब चुके हैं। प्रशासन की लापरवाही के कारण हादसे हो रहे हैं।

Brajesh Rathore
Published on: 25 May 2024 3:39 PM IST
Firozabad News
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Firozabad News (Pic: Newstrack)

Firozabad News: फिरोजाबाद जनपद की निचली गंग नहर भोगनीपुर ब्रांच शिकोहाबाद नहर लोगों के लिए काल बन गयी है। एक माह में दर्जन भर लोगों की नहर में डूब कर जीवन लीला समाप्त हो चुकी है जिसमें प्रथम दृष्ट्या सिंचाई विभाग की लापरवाही दिखाई दे रही है। आये दिन लोगों के घरों के चिराग बुझ जाते हैं, कई माँ की गोद तो कई महिलाओं की मांग उजाड़ रही है।

नहर पर नहीं है स्नान घाट

नहर के पुल के पास स्नान घाट न बनाने से आये दिन लोग डूब रहे हैं। फिरोजाबाद नगर के व शिकोहाबाद क्षेत्र के आसपास के लोग ज्यादातर भूड़ा नहर पुल के पास नहाने को आते हैं। नहर में पैर रखते ही 10 से 12 फुट गहरे पानी मे चले जाते हैं, उनका बचना फिर असंभव हो जाता है। एक बार में दो दो लोग डूब जाते हैं। नहर पुल के किनारे अगर स्नान घाट बनाए जाते तो आये दिन हो रहे हादसों से लोग बच जाते। नहर में नहाने आने वाले लोग सीढ़ियों पर उतर कर नहा सकते थे। लोगों की जान नहीं जाती।

गर्मियों में बढ़ जाता है मौत का आंकड़ा

गर्मियों के मौसम में नहर में डूबने का आंकड़ा अक्सर बढ़ जाता है। भीषण गर्मी में लोग नहर में नहाने को यार दोस्तों के साथ आते हैं और यहाँ मौत का शिकार बन जाते हैं। बड़ी तादात में गर्मियों में फिरोजाबाद नगर के युवा शिकोहाबाद में नहर नहाने आते हैं जिससे यह मौत का आंकड़ा गर्मियों में बढ़ जाता है।

बाहरी लोग अक्सर होते हैं मौत का शिकार

इस नहर में ज्यादातर मरने वालों का आंकड़ा बाहरी लोगों का है। अक्सर फिरोजाबाद के लोग इस नहर में डूबते हैं। जो तैरना भी नहीं जानते और उनको वहाँ की गहराई का भी पता नहीं होता। इसलिए वह डूब जाते हैं जिसके लिए प्रशासन या सिंचाई विभाग ने आज तक कोई ठोस कदम नही उठाया है।



Sidheshwar Nath Pandey

Sidheshwar Nath Pandey

Content Writer

मेरा नाम सिद्धेश्वर नाथ पांडे है। मैंने इलाहाबाद विश्विद्यालय से मीडिया स्टडीज से स्नातक की पढ़ाई की है। फ्रीलांस राइटिंग में करीब एक साल के अनुभव के साथ अभी मैं NewsTrack में हिंदी कंटेंट राइटर के रूप में काम करता हूं। पत्रकारिता के अलावा किताबें पढ़ना और घूमना मेरी हॉबी हैं।

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