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Firozabad News: किसान महापंचायत में केंद्र पर जमकर बरसे किसान नेता, सचिव के तबादले की मांग
Firozabad News: राष्ट्रीय अध्यक्ष ने केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि किसानों की नाराजगी के कारण ही लोकसभा में 300 से 240 सीट पर सिमट गए। हरियाणा, जम्मू कश्मीर में भी भाजपा को हार देखनी पड़ेगी।
Firozabad News: शिकोहाबाद। केंद्र सरकार ने 2014 में किसानों को कर्ज माफी, किसान आयोग का गठन, फसल के उचित मूल्य का भरोसा दिया था। लेकिन केंद्र सरकार ने आज तक एक भी वायदा पूरा नही किया। दो टर्म के बाद तीसरा टर्म चल रहा है लेकिन किसान के हित में एक भी कदम नही उठाया। यह सरकार किसान विरोधी है यह उद्योगपतियों की सरकार है। यह विचार भारतीय किसान यूनियन भानू गुट के राष्ट्रीय अध्यक्ष भानु प्रताप सिह ने कंथरी पर आयोजित किसान महापंचायत में व्यक्त किए।
डीएपी व यूरिया की किल्लत पर भड़के किसान
प्रदेश में डीएपी व यूरिया की भारी किल्लत हो रही है लेकिन सरकार खाद दिलाने में नाकाम सिद्ध हो रही है। किसानों अपना खून पसीना जलाकर अन्न पैदा करता है। लेकिन सरकार खाद बीज भी उपलब्ध नही करा पा रही है। आलू की फसल के साथ ही गेंहू की फसल की बुवाई होनी है।
राष्ट्रीय अध्यक्ष ने केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि किसानों की नाराजगी के कारण ही लोकसभा में 300 से 240 सीट पर सिमट गए। हरियाणा, जम्मू कश्मीर में भी भाजपा को हार देखनी पड़ेगी। केंद्र को तत्काल किसान आयोग का गठन करना चाहिए। किसानों के सभी प्रकार के कर्ज माफ होने चाहिए। बरसात से किसानों की भरपाई नुकशान के हिसाब से हो। अंग्रेजों के बने कानून के हिसाब से न हो। किसानों के नलकूप प्रीपेड मीटर से मुक्ति हो। पूरे देश के किसानों को ट्यूबेल की बिजली मुफ्त मिले। डीएपी को बड़े बड़े उद्योगपतियों ने जमा कर रखी है।
सरकार को अल्टीमेटम
उन्होंने मुकेश अंबानी की शादी पर भी जमकर कटाक्ष किया। अगर किसानों की मांगे नही मानी तो 2029 में 138 पर समेट देगे। इसलिए सरकार को अल्टीमेटम है कि किसानों की समस्या को समझे उसका निराकरण कराए। अन्यथा पूरे देश से भाजपा साफ हो जाएगी। 2014 में किसानों ने सरकार को भरपूर समर्थन दिया था लेकिन इस बारे किसानों ने समर्थन नही दिया। जिसके कारण आज सरकार बैसाखी पर चल रही है। इस दौरान ओमवीर सिह जिलाध्यक्ष, सी पी सिंह एड, राकेश सोलंकी, प्रशांत, रत्नेश, पवन कुमार सहित बड़ी संख्या में किसान नेता व किसान मौजूद थे।