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Firozabad News: अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन,कार्यशालायें और प्रस्तुतियां छात्रों के लिए अत्यंत लाभकारी- सुकेश
Firozabad News: जेएस यूनिवर्सिटी में दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ विशिष्ट अतिथि व मुख्य अतिथि तथा प्रबंधन अधिकारियों ने सरस्वती के चित्र पर दीप प्रज्ज्वलित कर किया।
Firozabad News: फिरोजाबाद जिले के शिकोहाबाद में जेएस यूनिवर्सिटी में दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ विशिष्ट अतिथि व मुख्य अतिथि तथा प्रबंधन अधिकारियों ने सरस्वती के चित्र पर दीप प्रज्ज्वलित कर किया।
सम्मेलन का शुभारंभ विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं ने नृत्य के माध्यम से स्वागत गान प्रस्तुत कर किया। महानिदेशक डॉ. गौरव यादव ने स्वागत भाषण एवं अतिथियों का परिचय कराया। इसके बाद कुलाधिपति डॉ. सुकेश यादव, डॉ. प्रखर यादव ने विशिष्ट अतिथि डॉ. स्टीफन आर. बर्नहार्ट, अध्यक्ष एवं संस्थापक पनामा का स्वागत किया। जबकि विशिष्ट अतिथि डॉ. पीटर एल्मर बोर्डो कार्यकारी निदेशक फिलीपींस का स्वागत मैनेजिंग ट्रस्टी अशोक यादव, डॉ. हिमांशु यादव, प्रोफेसर राम चेत चौधरी पद्मश्री अध्यक्ष ग्राम्य विकास संस्थान गोरखपुर का स्वागत डॉ. गीता यादव, डॉ. शुभम यादव, श्री सांगसू कू अध्यक्ष इंडियन कोरियन एसोसिएशन, प्रोफेसर एम. समीम निदेशक जामिया हमदर्द दिल्ली का स्वागत कुलपति डॉ. पीएस यादव, श्री प्रवीण ठाकुर चीफ मेंटर ऑफ जीनस, श्री राजेश कश्यप सीईओ नॉर्डेक लैब टेक्नोलॉजी का स्वागत डॉ. वीपी अग्रवाल, श्री हर्ष मल्होत्रा सीईओ नई दिल्ली तथा डॉ. दीपेंद्र सिंह राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेज मैनपुरी का स्वागत महानिदेशक डॉ. गौरव यादव ने पुष्पगुच्छ एवं स्मृति चिह्न देकर किया। विशिष्ट अतिथियों एवं मुख्य अतिथियों ने दूर-दूर से आए शोधकर्ताओं एवं विद्यार्थियों को अपने व्याख्यान दिए।
कुलपति डॉ. सुकेश यादव ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन, कार्यशालाएं और प्रस्तुतियां छात्रों के लिए बहुत फायदेमंद हैं क्योंकि इनसे उन्हें वर्तमान घटनाओं का मूल्यांकन करने, समझने और अपना नेटवर्क बनाने में मदद मिलती है। अध्यक्ष डॉ. गीता यादव ने कहा कि एक या दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलनों का आयोजन विषय विशेषज्ञों और उद्योग को एक साथ लाने और अपने ज्ञान और विचारों को साझा करने के लिए किया जाता है। सम्मेलन में देश-विदेश के 200 से अधिक शोधकर्ताओं ने अपने शोध पत्र प्रस्तुत किए। सम्मेलन का संचालन सहायक प्रोफेसर डॉ. नूपुर राघव ने किया।