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Pilibhit News: शारदीय नवरात्रि का आज प्रथम दिवस, पीलीभीत में यशवन्त्री देवी मंदिर हुआ जलमग्न

Pilibhit News: पीलीभीत जनपद में भी शारदीय नवरात्र बड़ी धूमधाम के साथ मनाया जाता रहा है। पर बीते दिनों हुई मूसलाधार बरसात ने शारदीय नवरात्र पर्व पर मंदिर में पानी भर गया है।

Pranjal Gupata
Published on: 26 Sep 2022 8:58 AM GMT
Today is the first day of Shardiya Navratri, Yashwantri Devi temple in Pilibhit submerged
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पीलीभीत: शारदीय नवरात्रि का आज प्रथम दिवस, पीलीभीत में यशवन्त्री देवी मंदिर हुआ जलमग्न

Pilibhit News: आज से शारदीय नवरात्रि (Sharadiya Navratri) शुरू हो चुके हैं, आज शारदीय नवरात्र का प्रथम दिवस है। शारदीय नवरात्र में मां दुर्गा के अलग-अलग स्वरूपों की पूजा की जाती है। मान्यता है कि नवरात्रि में मां दुर्गा की विधिवत पूजा करने वालों व व्रत करने वाले भक्तों पर उनकी विशेष कृपा होती है। इस साल शारदीय नवरात्रि नौ दिन के पड़ रहे हैं। 26 सितंबर से यह शुरू होकर शारदीय नवरात्रि 4 अक्टूबर तक रहेंगे। 5 अक्टूबर को दशहरा या विजयादशमी (vijayadashmi) भी मनाई जाएगी।

वहीं पीलीभीत जनपद में भी शारदीय नवरात्र बड़ी धूमधाम के साथ मनाया जाता रहा है। पर बीते दिनों हुई मूसलाधार बरसात ने शारदीय नवरात्र पर्व पर मंदिर (Temple) में आने वाले भक्तों की पूजा अर्चना पर पानी फेर दिया है।


यशवन्त्री देवी मंदिर भक्तों की भारी भीड़ जुटती है

आपको बता दें कि प्रत्येक वर्ष शारदीय नवरात्र पर्व पर शहर के सुप्रसिद्ध यशवन्त्री देवी मंदिर (Yashwantri Devi Temple) में भक्तों की भारी भीड़ जुटती है पर इस बार मां यशवन्त्री देवी मंदिर में भक्तों की भीड़ देखने को नही मिली, इसकी प्रमुख वजह बीते दिन हुई जनपद में मूसलाधार बरसात है। जिसकी बजह से मंदिर प्रांगण सहित पूरे मंदिर परिसर में जलभराव की स्थिति बताई जा रही है। बीते दिन हुई मूसलाधार बरसात ने पूरे शहर को जलमग्न कर दिया तो बही शहर का मां यशवन्त्री मंदिर भी इससे अछूता नही रहा।

आपको बता दें कि मंदिर परिसर में बने तालाब का जल स्तर इतना बढ़ गया कि पूरे मंदिर प्रांगण व मंदिर परिसर में जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो गई। बताया जा रहा है कि मंदिर में बने तालाब में शहर के दो नालों का पानी आता है। पूर्व में पुलिस अधीक्षक आवास के सामने वाले नाले का पानी इस तालाब में आता था। अब शहर में बसी एक नवीन संजय रॉयल पार्क कालोनी के नाले का पानी भी इसी तालाब में आने लगा। जिसके कारण पानी ने विशाल रूप धारण कर लिया है।


मंदिर प्रांगण में जल भराव

बताया यह भी जा रहा है कि पूर्व में कभी भी मंदिर प्रांगण में जल भराव की स्थिति कभी उत्पन्न नही हुई है। यह पहली बार है जो मंदिर प्रांगण तक पानी का जल भराव हुआ है। आपको बता दें कि इस साल नवरात्रि सोमवार से प्रारंभ हो रहे हैं। ऐसे में मां दुर्गा की सवारी हाथी है। मां की विदाई भी इसी सवारी पर होगी। मां के हाथी पर आगमन को बेहद शुभ संकेत बताया जा रहा है।

घटस्थापना का मुहूर्त

26 सितंबर से शुरू हुए शारदीय नवरात्रि इस साल पूरे नौ दिन के रहेंगे। वहीं घटस्थापना का मुहूर्त सुबह 6 बजकर 11 मिनट से शुरू होकर 7 बजकर 51 मिनट तक रहेगा। वहीं पुनः 11 बजकर 48 मिनट से शुरू होकर 12 बजकर 36 मिनट तक रहेगा।

Shashi kant gautam

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