TRENDING TAGS :
Prayagraj News: बाढ़ की मार, महंगी हुई सब्जियां, शिमला मिर्च 120 तो खीरा 70 रुपए पहुंचा
Prayagraj News: देश और प्रदेश के कई हिस्सों में आई बाढ़ का विकराल रूप देखने को मिल रहा है जिसकी वजह से तटीय इलाकों में पैदा होने वाली सब्जियों पर इसका असर देखा जा रहा है।
Prayagraj News: पहाड़ों में हुई बारिश और डैम से छोड़ा गया पानी ने लोगों की दिक्कतें बढ़ा दी हैं। एक तरफ जहां तटीय इलाके में रहने वालों के लिए लगातार बढ़ रहा जलस्तर एक बड़ी मुसीबत बना हुआ है तो वहीं दूसरी तरफ प्रयागराज में सब्जियों के दाम भी आसमान छू रहे हैं । देश और प्रदेश के कई हिस्सों में आई बाढ़ का विकराल रूप देखने को मिल रहा है जिसकी वजह से तटीय इलाकों में पैदा होने वाली सब्जियों पर इसका असर देखा जा रहा है।
प्रयागराज में हरी सब्जियों के दाम आसमान छू रहे हैं करेला ₹80 किलो तो शिमला मिर्ची तो ₹120 किलो बिक रही है भिंडी भी 50 किलो, ₹20 किलो बिकने वाला खीरा 70₹ किलो बिक रहा है जबकि 15 से ₹20 किलो बिकने वाली लौकी 30 से ₹40 की जबकि नैनवा भी 40 के पार पहुंच चुका है। स्थानीय लोगों का कहना है कि देश में लगातार महंगाई बढ़ी है कुछ हफ्ते पहले डीजल और पेट्रोल के दाम बढ़ने से सब्जियों के दाम आसमान छू रहे थे तो वहीं अब बाढ़ और बारिश के चलते एक बार फिर सब्जयों में आग लगी है।
लोगों का कहना है कि सब्जी खरीदने में उन्होंने भारी कटौती करनी पड रहीं है।जो सब्जी वो 2 किलो खरीदते थे आज वह आधा किलो या 1 किलो खरीद रहे हैं। जबकि महिलाओं का कहना है कि किचन का बजट बिल्कुल बिगड़ गया है रोजमर्रा की जरूरत की चीजें महंगी हो गई है और अब सब्जियों के दाम भी परेशान कर रहे हैं। हालांकि अभी बारिश का मौसम है ऐसे में सब्जियों के दाम कम नहीं होंगे लेकिन वह सरकार से गुहार लगा रही है कि बढ़ती हुई महंगाई को काबू में करें ताकि आम जनता को राहत मिल सके ।
बारिश की वह से सब्जियों के दाम आसमान छू रहे
उधर सब्ज़ी व्यापारी अजजू का कहना है कि जब तक बाढ़ और बारिश का कहर रहेगा तब तक सब्जियों के दाम ऐसे ही आसमान छूते नजर आएंगे हालांकि बढ़ते हुए सब्जियों के दाम की वजह से उनकी बिक्री में भी कमी आई है। सब्ज़ी मंडी जो पहले ग्राहकों की वजह से गुलज़ार रहती थी आज बेहद कम ग्राहक नज़र आते है। सुबह का वक्त हो या फिर शाम का ग्राहकों की संख्या में कमी देखी जा रही है। गौरतलब है कि जानकारों के मुताबिक अभी दोनों नदियों का जलस्तर में और इजाफा देखने को मिलेगा क्योंकि डैम से छोड़ा गया पानी पहुंचने वाला है जिससे समस्याएं और पैदा होगी।