Flood in UP: बाढ़ की जद में अवध के 200 गांव, राप्ती और सरयू में उफान से हाहाकार

Flood in UP: राप्ती और सरयू नदी में जलस्तर बढ़ने से श्रावस्ती, बहराइच और अयोध्या के कई इलाकों में बाढ़ के हालात बन गए हैं। कई गावों में बाढ़ का पानी घुस गया है।

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Newstrack Network
Published on: 9 July 2024 4:04 AM GMT (Updated on: 9 July 2024 4:11 AM GMT)
Flood in UP
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Flood in UP (Pic: Social Media)

Flood in UP: भारी बारिश और नेपाल से छोड़े जा रहे पानी के चलते उत्तर प्रदेश के कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। सोमवार को नदियों के उफना जाने से बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। राप्ती नदी की बाढ़ ने श्रावस्ती और बलरामपुर के कई इलाकों को अपनी चपेट में ले लिया है। गोंडा, बहराइच, अयोध्या, सीतापुर व बाराबंकी में बढ़ते पानी से हालात खराब हो गए हैं। बाढ़ की संभावना बढ़ती जा रही है। अवध क्षेत्र के करीब 200 गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया है। इसके साथ ही मौसम विभाग ने यूपी में अगले दो दिन भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। इससे हालात और बिगड़ सकते हैं।

खतरे के निशान से ऊपर राप्ती

श्रावस्ती में सोमवार को भी राप्ती का जल स्तर खतरे के निशान 127.70 मीटर से 40 सेमी ऊपर यानी 128.1 मीटर रहा। नदी के बढ़ते जलस्तर और बारिश की वजह से 75 गांव बाढ़ की चपेट में हैं। घरों में पानी भरने लगे हैं। बाढ़ से बचने के लिए लोग छतों पर शरण लेने को मजबूर हैं। बाढ़ का पानी 99 विद्यालयों में भर गया है। पानी भरने से स्कूल बंद हो गए हैं। बच्चों की शिक्षा पर प्रभाव पड़ रहा है। नानपारा-मैलानी रेलवे ट्रैक पर पानी भरने से ट्रेनों का संचालन 11 जुलाई तक रोक दिया गया है। लोगों ने नई और सुरक्षित जगह की तलाश शुरु कर दी है। बलरामपुर में राप्ती खतरे के निशान से 42 सेमी ऊपर बह रही है। ग्रामीण क्षेत्रों के बाद अब शहर में भी बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है।

बहराइच, गोंडा व अयोध्या भी प्रभावित

बहराइच में सरयू नदी उफान पर है। नदी ने लाल निशान पार कर लिया है। चार तहसीलों नानपारा, मिहींपुरवा, महसी व कैसरगंज के 25 गांव बाढ़ के पानी से घिर गए हैं। उनपर बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। अंबेडकरनगर में भी सरयू नदी का जलस्तर बढ़ना शुरू हो गया है। सरयू नदी अयोध्या में लाल निशान से महज 43 सेमी दूर है। अयोध्या-गोंडा को जोड़ने वाले ढेमवा पुल पर तेजी से कटान शुरू हो गया है। बाराबंकी में सरयू नदी खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गई है। जिले के कई गांव बाढ़ के पानी से घिर गए हैं। गोंडा में सरयू खतरे के निशान से ऊपर उठ गई है। नदी निशान से 18 सेमी ऊपर बह रही है। तरबगंज तहसील क्षेत्र में ऐली परसौली के आगे तटबंध नहीं होने से दत्तनगर, बनगांव, ब्यौंदा माझा, तुलसीपुर माझा गांवों के आसपास के रास्तों पर पानी भर गया है। लोगोंं के हालात बिगड़ने लगे हैं।

यूपी में बाढ़ से सात की मौत

सोमवार को प्रदेश में बाढ़ में डूबने से सात लोगों की मौत हो गई। श्रावस्ती में सोमवार को दो युवक तालाब में डूब गए। एक का शव बरामद कर लिया गया। बाराबंकी में कल्याणी नदी में आठ वर्षीय बालक की डूबने से मौत हो गई। वहीं, बलरामपुर के धोबहा पहाड़ी नाले में नहाते समय दो बच्चे बह गए। एक का शव बरामद कर लिया गया। बदायूं और बरेली में भी दो लोगों की डूबने से मौत हो गई।

जलशक्ति मंत्री ने लिया जायजा

जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने गोंड़ा में बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों का जायजा लिया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि बाढ़ नियंत्रण में अफसर दिन-रात जुटे रहें। उन्होंने चंदापुर किटौली व ऐली परसौली के बच्ची माझा गांव में तटबंध का हाल जाना।

अगले दो दिन बारिश का अलर्ट

मौसम विभाग ने उत्तर प्रदेश में अगले दो दिन भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। कई इलाकों में येलो और ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। आज पूर्वी व पश्चिमी यूपी के कई इलाकों में गरज चमक के साथ मध्यम से भारी बारिश के लिए येलो और ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। हालांकि आज कम बारिश होने की आशंका जताई गई है। कल 10 जुलाई से मानसूनी बारिश फिर रफ्तार पकड़ेगी।

Sidheshwar Nath Pandey

Sidheshwar Nath Pandey

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मेरा नाम सिद्धेश्वर नाथ पांडे है। मैंने इलाहाबाद विश्विद्यालय से मीडिया स्टडीज से स्नातक की पढ़ाई की है। फ्रीलांस राइटिंग में करीब एक साल के अनुभव के साथ अभी मैं NewsTrack में हिंदी कंटेंट राइटर के रूप में काम करता हूं। पत्रकारिता के अलावा किताबें पढ़ना और घूमना मेरी हॉबी हैं।

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