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Flood in UP: फर्रुखाबाद में घटा गंगा का जलस्तर, बस्ती में नदियां उफान पर, Newstrack पर जानिए दोनों जिलों का हाल
Flood in UP: लगातार बारिश के चलते यूपी में नदियों का जलस्तर फिर से बढ़ने लगा है। गंगा समेत कई नदियों का जलस्तर बढ़ने से लोगों को काफी समस्या का सामना भी करना पड़ रहा है।
Flood in UP: लगातार बारिश के चलते यूपी में नदियों का जलस्तर फिर से बढ़ने लगा है। गंगा समेत कई नदियों का जलस्तर बढ़ने से लोगों को काफी समस्या का सामना भी करना पड़ रहा है। बस्ती जिले में घाघरा, कुआनो, मनवर, नदियों का कहर जारी है। बाढ़ के कहर से 102 गांव प्रभावित और 8 गांव मैरुंड हो गए हैं। हालांकि इस बीच राहत की खबर भी आयी है। फर्रुखाबाद में गंगा का जलस्तर रविवार को 10 सेंटीमीटर घटकर 136.90 मीटर पर आ गया है। आईये जानते हैं दोनों जिलों का हाल।
फर्रुखाबाद में घटा गंगा का जलस्तर
फर्रुखाबाद में गंगा का जलस्तर रविवार को 10 सेंटीमीटर घटकर 136.90 मीटर पर आ गया है। हालांकि बाढ़ प्रभावित गांवों में लोगों की मुसीबतें कम नहीं हुई हैं। घरों व रास्तों में पानी भरा होने से लोगों के पैरों की खाल खराब होने लगी है। रामगंगा का जलस्तर बढ़ कर 135.25 मीटर पर पहुंच गया है। किनारे गांव में कटान तेज हो गया है। गंगानदी के जलस्तर से निचले इलाके में बसे ग्रामीण घबराए हुए हैं। आंखों से रात की नींद छिन गई है। निचले इलाकों में गंगानदी का जो पानी भर गया है उससे लोग परेशान हो रहे हैं। बड़ी संख्या मे ग्रामीण जलभराव के बीच निकल रहे हैं। माखन नगला रोड पर पानी चल रहा है। ऐसी ही स्थिति जटपुरा कैलियाई गांव की है।
पिछले तीन दिन से एक लाख क्यूसेक से कम पानी छोड़े जाने से रविवार को गंगा के जलस्तर में गिरावट आ गई है। फिर भी गंगा का जलस्तर चेतावनी बिंदु से 30 सेंटीमीटर ऊपर बह रहा है। खतरे का निशान 137.10 मीटर पर है। नरौरा बांध से 46 हजार 908 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। गांव अंबरपुर, करनपुर घाट, रामपुर, जोगराजपुर, लायकपुर, अमीराबाद, आशा की मड़ैया, हरसिंहपुर कायस्थ, तीसराम की मड़ैया और अंबरपुर की मड़ैया में घरों पानी भरा है। इससे वहां के लोगों के पैरों की खाल खराब होने लगी है। बदायूं मार्ग पर अभी पानी बह रहा है। इससे वहां से गुजरने वाले वाहन चालकों को परेशानी हो रही है। अभी तक तहसील प्रशासन ने किसी भी बाढ़ प्रभावित गांव में मदद नहीं पहुंचाई है।
जलभराव के बीच ग्रामीण निकलने को मजबूर हैं। कहीं नाव से आवागमन हो रहा है तो कहीं जान जोखिम में डालकर लोग निकल रहे हैं। ग्रामीण घबराए हुए हैं। रामपुर जोगराजपुर गांव पूरी तरह से बाढ़ के पानी से घिरा हुआ है। स्थिति यह हो गयी है कि यहां लोग नाव के सहारे इधर उधर जा रहे हैं। अंबरपुर की मड़ैया के लोगों की सबसे ज्यादा स्थिति खराब है। नगला दुर्ग, सुंदरपुर, हरसिंहपुर कायस्थ मेे भी लोग दिक्कतों के बीच रहने को मजबूर हो रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि इस बार जिस तरह का जलस्तर बढ़ा और फिर कम हुआ उससे तमाम तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ा। प्रशासन ने भी कोई गंभीरता नहीं दिखाई। ग्रामीणो का कहना है कि अभी तक कोई अधिकारी इस क्षेत्र का दौरा करने नहीं आया हैऔर न ही कोई मदद नहीं की गयी है। बस इतना जरूर हुआ कि मांंग के अनुरूप नाव जरूर मिली। ग्रामीण परेशान हो रहे हैं। सुरक्षित ठिकाना भी तलाश रहे हैं। सबसे ज्यादा दिक्कत निचले क्षेत्रों में ही हो रही है।
रिपोर्ट- दिलीप कटियार, फर्रुखाबाद
बस्ती जिले का हाल
बस्ती जिले में घाघरा, कुआनो, मनवर, नदियों का कहर जारी है। बाढ़ के कहर से 102 गांव प्रभावित हो गए हैं, जबकि 8 गांव मैरुंड हुए हैं। शासन से नामित पंचायती राज विभाग के विशेष सचिव शाहिद मंजर अब्बास रिजवी ने आज दुबौलिया विकास खण्ड में धरमूपुर मुस्तकहम में बंधे का निरीक्षण किया। बाढ़ चौकी देखा तथा कटरिया गांव में बाढ़ पीड़ितों को राशन सामाग्री का वितरण किया।
वहीं ग्रामीणों ने उनसे सुबिखाबाबू गांव की ओर जाने वाली सड़क बनवाने की मांग की। इस दौरान प्रभारी जिलाधिकारी/मुख्य विकास अधिकारी डॉ. राजेश कुमार प्रजापति, एडीएम अभय कुमार मिश्रा, एसडीएम हर्रैया सुखवीर सिंह तथा अधिशासी अभियन्ता बाढ़ खण्ड दिनेश कुमार उपस्थित रहे।
पंचायती राज विभाग के विशेष सचिव ने सर्किट हाउस में अधिकारियों के साथ बाढ़ की स्थिति और बाढ़ पीड़ितों को क्या सहायता दी जा रही है उसकी समीक्षा की। नोडल अधिकारी समीक्षा के बाद बाढ़ क्षेत्रों का दौरा किया, उन्होंने आज दुबौलिया विकास खण्ड में धरमूपुर मुस्तकहम में बंधे का निरीक्षण किया।
नोडल अधिकारी ने चिकित्सकों को निर्देश दिया कि दवाओं का किट बनाकर और उसमें दवा का प्रयोग करने की विधि और समय लिखी हुयी पर्ची रखकर लोगों को वितरित करें ताकि वे सही तरीके से दवा का सेवन कर सकें।
इस दौरान अपर जिलाधिकारी अभय कुमार मिश्रा ने बताया कि जिले में बाढ़ से कुल 102 गांव प्रभावित है। इसमें से 8 गांव मैरूण्ड है। लगभग 6069 आबादी प्रभावित है। कुल 36 नावे लगायी गयी है। 16 बाढ़ चौकिया स्थापित है, जहं तीन शिफ्ट में अधिकारियों-कर्मचारियों की ड्यिटी लगायी गयी है। बाढ़ शरणालय भी 30 बनाये गये हैं। बाढ़ से अभी तक कोई जन हानि या पशु हानि नहीं हुयी है।
रिपोर्ट - अमृत लाल, बस्ती