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उत्तर प्रदेश में बाढ़ से बिगड़े हालात, 22 जिले प्रभावित, पूर्वांचल के लिए तीन दिन खतरनाक

गंगा-कचलाब्रिज बदायूं, प्रयागराज बलिया, वाराणसी, गाजीपुर, बलिया, यमुना नदी, औरैया, जालौन, हमीरपुर, बांदा, प्रयागराज, बेतवा नदी- हमीरपुर, शारदा-नदी पलियाकलॉ खीरी, तथा क्वानों चन्द्रदीपघाट गोण्डा एवं चम्बल नदी में खतरे के जलस्तर से ऊपर बह रही है।

Shreedhar Agnihotri
Written By Shreedhar AgnihotriPublished By Ashiki
Published on: 12 Aug 2021 4:40 PM IST (Updated on: 12 Aug 2021 5:31 PM IST)
Flood in Varanasi
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अलर्ट पर एनडीआरएफ

लखनऊ: उत्तर प्रदेश में दिन पर दिन बाढ़ के हालात खराब होते जा रहे हैं। गंगा-कचलाब्रिज बदायूं, प्रयागराज बलिया, वाराणसी, गाजीपुर, बलिया, यमुना नदी, औरैया, जालौन, हमीरपुर, बांदा, प्रयागराज, बेतवा नदी- हमीरपुर, शारदा-नदी पलियाकलॉ खीरी, तथा क्वानों चन्द्रदीपघाट गोण्डा एवं चम्बल नदी में खतरे के जलस्तर से ऊपर बह रही है।

प्रदेश में पिछले कुछ दिनों से राजस्थान व मध्य प्रदेश में भारी बारिश के कारण चम्बल, बेतवा व अन्य स्थानीय नदियों सहित यमुना का जलस्तर बढ़ा है। इसके कारण वर्तमान में 22 जनपदों के 466 गांव बाढ़ से प्रभावित है।

मौसम विभाग द्वारा अगले तीन दिनों के लिए चेतावनी जारी की है कि पूर्वी जिलों के जनपद जैसे प्रयागराज, चंदौली, सोनभद्र, मिर्जापुर, वाराणसी, संतरविदास नगर, जौनपुर, सिद्धार्थनगर, गोण्डा, बलरामपुर और तराई के जिलों बहराइच, श्रावस्ती में भारी बारिश की संभावना है। दूसरी तरफ औरैया, जालौन, हमीरपुर, बांदा में यमुना का जलस्तर लगातार घट रहा है। इस प्रकार प्रदेश में गत एक जून, 2021 से अब तक 438.9 मिमी औसत वर्षा हई, जो सामान्य वर्षा 444.2 मिमी के सापेक्ष 99 प्रतिशत है।

प्रदेश में बाढ के हालात को देखते हुए मुख्यमंत्री इटावा व औरैया क्षेत्रों का दौरा कर चुके हैं। आज वह वाराणसी के दौरे पर हैं। वाराणसी में गंगा लगातार बढती जा रही है। कहीं कोई घटना न हो जाए इसके लिए अब पुलिस, एनडीआरएफ के साथ आईटीबीपी के जवानों की भी तैनाती की गई है। सरकारी आंकडों के अनुसार वाराणसी में गंगा का जलस्तर 72.12 मीटर तक पहुंच गया है और अभी भी इसमें 1 सेंटीमीटर प्रति घण्टे की रफ्तार से बढ़ोतरी जारी है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि जहां कहीं भी तटबंध है उनकी निगरानी रखे व जलस्तर का लगातार अनुश्रवण करते रहे। प्रदेश सरकार द्वारा राज्य आपदा निधि से समुचित व्यवस्था करने के निर्देश भी दिये गये है। जहां-जहां पर जान-माल का नुकसान हुआ है, वहां-वहां समुचित व त्वरित सहायता उपलब्ध करायी जा रही है।

प्रदेश के राहत आयुक्त रणवीर प्रसाद ने बताया कि बाढ़ प्रभावित जनपदों में बचाव कार्य निरन्तर जारी है। अब तक कुल 10290 ड्राई राशन किट वितरित किए गये हैं। विगत 24 घंटे में 20102 लंच पैकेट तथा अब तक कुल 85738 लंच पैकेट वितरित किए गए हैं। प्रदेश में 922 बाढ़ शरणालय तथा 1015 बाढ़ चौकी स्थापित की गयी है। प्रदेश में विगत 24 घंटों में स्थापित किए गए पशु शिविर की संख्या 9 अब तक कुल 430 पशु शिविर स्थापित किये गये हैं। विगत 24 घंटों में पशु टीकाकरण की संख्या 8440 तथा अब तक कुल पशु टीकाकरण की संख्या 7,63,395 है।



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