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Rain in Prayagraj: संगम नगरी में बाढ़ की स्थिति, लोगों ने दूसरे स्थानों पर किया शिफ्ट
Flood in Prayagraj: संगम नगरी प्रयागराज में बाढ़ की स्थिति है। इसको लेकर जिला प्रशासन की ओर से तटीय क्षेत्रों में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है।
Flood in Prayagraj: संगम नगरी प्रयागराज में बाढ़ की स्थिति है। राजस्थान, दिल्ली एनसीआर और दूसरे राज्यों से आ रहे पानी से यमुना (Yamuna River) का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। इन राज्यों में स्थित बांधों और बैराजों से लगभग 20.5 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है, जिससे गंगा-यमुना नदी (Ganga-Yamuna River) खतरे का निशान जल्दी पार कर सकती है। इसको लेकर जिला प्रशासन की ओर से तटीय क्षेत्रों में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। साथ ही प्रशासन ने एक दर्जन बाढ़ राहत शिविर भी तैयार कर दिये हैं, जिससे कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के आस पास रहने वाले लोगों को हानि न पहुंच सके।
लोगों ने दूसरे स्थानों पर किया शिफ्ट
बहराल भले ही लोगों की जान के बचाव के लिए उन्हे दूसरे स्थानों पर शिफ्ट कर दिया हो, लेकिन ये स्थिति इस बात से इंकार नहीं कर सकती कि लोगों को किस हद तक परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। बाढ़ जैसे हालात हुए तो लोगों को दूसरी जगह शिफ्ट कर दिया। पानी जब आगे बढ़ा तो सब्जी और फलों के दाम बढ़ गए। मतलब कि, बाढ़ की दूसरी मार लेकिन दिक्कत यहीं नहीं रुकी। बाढ़ के हालातों ने लोगों को तीसरी मार झेलने पर भी मजबूर कर दिया। ये तब हुआ जब श्मशान भूमि तक पानी इतना बढ़ गया कि शवों को जलाने के लिए जगह नहीं बची और हालात ऐसे बन गए कि, शवों को घाट किनारे की सड़कों पर जलाया जा रहा है। मतलब एक तो परिजन अपने को खोने का दुख झेल रहे हैं और दूसरी तरफ शव को जलाने के लिए जगह खोज रहे हैं।
तो सुना आपने परिजनों को शव जलाने में कितनी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, कहीं लकड़ियां गीली, कहीं बारी का इंतजार कहीं जमीन नहीं, तो कहीं पानी ही पानी... लेकिन इसांन प्रकृति के हाथों मजबूर हैय़ गंगा-यमुना का छोड़ा गया पानी जिस रफ्तार से बढ़ रहा है ,उसको देखते हुए संभावना जताई जा रही है कि प्रयागराज में गंगा और यमुना नदियां खतरे के निशान को पार कर लेगीं।
जिला प्रशासन और स्वाथस्य विभाग ने हेल्परलाइन नंबर किया जारी
फिल्हाल बाढ़ प्रभावित इलाकों में रहने वाले लोगों की सुविधा के लिए प्रशासन व्यवस्थााएं सुनिश्चित कर रहा है। बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को मदद मिले इसके लिए जिला प्रशासन और स्वाथस्य विभाग ने हेल्परलाइन नंबर जारी कर दिया है। 24 घंटे नंबर पर कॉल करने पर सुविधा दी जाएगी।