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Flood Alert In Bijnor: मूसलाधार बारिश से बिजनौर के दर्जनों गांवों में बाढ़ का खतरा, पुलिस प्रशासन ने जारी किया अलर्ट
Flood Alert In Bijnor: मानसून की पहली बारिश ने भले ही लोगों को गर्मी से निजात दिला दी हो लेकिन मूसलाधार बारिश गंगा किनारे बसे लोगों के लिए मुसीबत का सबब बन रही है।
Bijnor News: पहाड़ों व् मैदानी इलाकों में हो रही मूसलाधार बारिश (torrential rains) से जहां लोगों को गर्मी से राहत ज़रूर मिली है। तो वहीं बारिश की वजह से गंगा का जलस्तर तेज़ी से बढ़ रहा है। जिसकी वजह से गंगा किनारे बसे दर्जनों गांवों में बाढ़ का खतरा (flood) मंडराने लगा है। पुलिस प्रशासन गंगा किनारे बसे लोगों के लिए गांव-गांव जाकर एलान कर रही है कि गंगा पार पशुओं के लिए चारा न लाएं साथ ही गंगा के टापू पर बसे लोगों को जगह खाली कर सुरक्षित स्थानों पर चले जाने की हिदायत दी है।
मूसलाधार बारिश बनी गंगा किनारे बसे लोगों के लिए मुसीबत
मानसून की पहली बारिश ने भले ही लोगों को गर्मी से निजात दिला दी हो लेकिन पहाड़ो व् मैदानी इलाकों में घंटो से हो रही मूसलाधार बारिश गंगा किनारे बसे लोगों के लिए मुसीबत का सबब बन रही है। तेज़ी से गंगा का जलस्तर बढ़ रहा है। जिसकी वजह से गंगा किनारे बसे ग्रामीणों के चेहरे पर परेशानी की लकीरें साफ़ तौर से नज़र आ रही है।
सरकारी आंकड़ों की अगर बात करें तो जनपद बिजनौर का 80 -90 किलोमीटर के दायरे में गंगा किनारे 101 गांव आते हैं। जिसमें हर साल दो दर्जन से ज़्यादा गांव में बाढ़ आती है।
गंगा के तेज़ बहाव से लकड़ी की बनी बल्लिया भी पानी में डूब जाती हैं
हालाँकि पुलिस प्रशासन गंगा किनारे स्ट्डस भी लगाता है लेकिन गंगा के तेज़ बहाव से लकड़ी की बनी बल्लिया भी पानी में डूब जाती हैं। गंगा के बढ़ते जलस्तर के बाद बिजनौर के कोहरपुर में कटान होने लगी है। गंगा किनारे बसे सैकड़ो ग्रामीणों की हजारों बीघा लहलहाती फसल गंगा के कटान में समां जाती है। साथ ही गंगा किनारे बने घरों को गंगा अपने आगोश में ले लेती है ।
गंगा किनारे लोगों को सख्त चेतावनी
इस साल की पहली बरसात से ग्रामीणों के चेहरे मुरझाने लगे हैं। उन्हें चिंता है कि इस बार प्रशाशन ऐसा कोई इंतेज़ाम कर दे ताकि उनकी खेती की ज़मीन व् घर गंगा की चपेट में आने से बच जाए। इधर गंगा के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए पुलिस प्रशासन के अफसर गंगा किनारे खादर में रह रहे वन गुजर को सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए कह दिया है। गंगा किनारे टापू पर रह रहे लोगों को भी अपना स्थान बदलने की सख्ती से चेतावनी दे दी है और यही वजह है ग्रामीण व् पशु गंगा पार करके तेज़ी से सुरक्षित स्थानों पर जा रहे है।