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Firozabad News: कचरी की फैक्ट्री पर छापा, दो लाख की कचरी सील, मिलावटी रंग के इस्तेमाल की होगी जांच
Firozabad News Today: खाद्य विभाग कभी मसाले की फैक्ट्री पर तो कभी रसगुल्ला की फैक्ट्री पर तो कभी कचरी- चुर्री की फैक्ट्री पर छापामार कार्यवाही करके सील करने की कार्यवाही कर रही हैं।
Firozabad News Today: जनपद में खाद्य विभाग ताबड़तोड़ कार्यवाहियां कर रहा है। कभी मसाले की फैक्ट्री पर तो कभी रसगुल्ला की फैक्ट्री पर तो कभी कचरी- चुर्री की फैक्ट्री पर, खाद्य विभाग की टीमें छापामार कार्यवाही करके सील करने की कार्यवाही कर रही हैं। इसी क्रम में जनपद फिरोजाबाद की सबसे बड़ी कचरी की फैक्ट्री पर छापा मार कर लाखों रुपए की तैयार कचरी को सील कर सेम्पल को लखनऊ प्रयोगशाला भेजा गया है।
बताते चलें खाद्य विभाग (food department) के असिस्टेंट कमिश्नर डॉक्टर सुधीर कुमार सिंह (Assistant Commissioner Dr Sudhir Kumar Singh) के निर्देशन में राजकुमार सिंह यादव व अन्य टीम के सदस्यों के साथ थाना रामगढ़ के अंतर्गत संचालित कचरी, चुर्री व पापड़ बनाने की फैक्ट्री में गत रात छापा मारने की कार्यवाही को अंजाम दिया जिसमें आरके सिंह व अन्य उनके सहयोगियों ने वहां पर निर्मित सैकड़ों बोरा तैयार कचरी जोकि सप्लाई के लिए रखी गई थी उसे सील किया है। साथ ही फैक्ट्री में निर्मित कचरी का सैंपल लेकर लखनऊ प्रयोगशाला भेजा है। सेम्पल की रिपोर्ट आने तक फैक्ट्री के उत्पादन पर रोक लगा दी है।
कपड़ों के रंगाई वाले रंगों से बनाई जा रही थी कचरी-चुररियाँ
फिरोजाबाद। असिस्टेंट कमिश्नर डॉक्टर सुधीर कुमार सिंह ने बताया कि जनपद में पप्पू कचरी वाले के नाम से प्रसिद्ध कचरी की फैक्ट्री है। फैक्ट्री में जो कचरी बनाई जाती है वो जिले के साथ साथ अन्य जनपदों में भी सप्लाई की जाती है।
कचरी -चुर्री व पापड़ बनाने में जिन रंगों का प्रयोग किया जाता है वह रंग, कपड़ों के रंग को रंगने वाले रंग होते है। उनका प्रयोग खाने के लिए बनाई जा रही कचरी में किया जा रहा था जो कि लीवर और किडनी को पूरी तरह से डैमेज करता है और उनके स्वास्थ्य पर बुरे प्रभाव डालता है। इसलिए सभी से अपील भी की जाती है कि जनहित में कोई भी खाने की चीज खरीदें तो गुणवत्ता पूर्ण ही देखकर खरीदें।