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बिचौलियों और अधिकारियों की सांठगांठ उजागर, सबकुछ कैमरे में हुआ कैद

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किसी भी कीमत पर किसानों का अहित न होने का फरमान अधिकारियों को सुना चुके हैं। मगर उनके अधिकारी बिचौलियों का हित साधने में जुटे हुए हैं। बाराबंकी में किसान लगातार रईस मिलर्स और अधिकारियों के बीच साँठगाँठ का आरोप लगाते रहे हैं।

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Published on: 24 Nov 2020 4:25 PM GMT
बिचौलियों और अधिकारियों की सांठगांठ उजागर, सबकुछ कैमरे में हुआ कैद
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बिचौलियों और अधिकारियों की सांठगांठ उजागर, सबकुछ कैमरे में हुआ कैद

बाराबंकी: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किसी भी कीमत पर किसानों का अहित न होने का फरमान अधिकारियों को सुना चुके हैं। मगर उनके अधिकारी बिचौलियों का हित साधने में जुटे हुए हैं। बाराबंकी में किसान लगातार रईस मिलर्स और अधिकारियों के बीच साँठगाँठ का आरोप लगाते रहे हैं।

रेस्टोरेन्ट के बन्द कमरे में चल रही थी मीटिंग

आज जो दिखा वह किसानों के इस आरोप को मजबूत करता ही है साथ ही मुख्यमंत्री के आदेशों की धज्जियाँ भी उड़ाने की बात को भी बल देता है, क्योंकि यहाँ एक रेस्टोरेन्ट के बन्द कमरे में जिले के खाद्य विपणन अधिकारी रईस मिलर्स के साथ गोपनीय बैठक करते दिखाई दिए और जब यह बैठक कैमरे में कैद हुई तो बहाने बनाते हुए कहने लगे कि यहाँ एक बर्थडे पार्टी चल रही है, लेकिन जब किसान वहाँ पहुँच गए तब कहा कि धान की गुणवत्ता को लेकर राइस मिलर्स के साथ मीटिंग कर रहे हैं। कुछ भी हो लेकिन पल पल बदलते बयानों से एक बात तो साफ है कि दाल में कुछ काला जरूर है।

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किसानों के हंगामा करने के बाद बदले सुर

जैसे ही किसानों को इस गोपनीय बैठक की भनक लगी और वह हंगामा करने लगे तो इनके सुर बदल गए और कहा कि धान की गुणवत्ता को लेकर राइस मिलर्स के साथ बैठक हो रही है । किसानों के धान क्यों रिजेक्ट किये जा रहे हैं यह गम्भीर विषय है और इसी को लेकर वह लोग चर्चा कर रहे हैं । बाराबंकी के किसानों ने कई बार पहले ही अधिकारियों और राइस मिलर्स के साथ साँठगाँठ होने का आरोप लगा चुके हैं।

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राइस मिलर्स एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष ने कही ये बात

गोपनीय बैठक में भाग ले रहे राइस मिलर्स एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष अमूल सिंह ने बताया कि सरकार की पॉलिसी है कि हाईब्रिड धान एक सीमित मात्रा में ही खरीदा जाएगा। लेकिन सरकार यह सर्वे करवा लें कि यहाँ 100 प्रतिशत हाईब्रिड धान पैदा होता है। एफसीआई से किसानों के धान रिजेक्ट हो रहे है इन्हीं समस्याओं को लेकर यहाँ चर्चा हो रही है। जहाँ तक राइस मिलर्स को लाभ पहुंचाने की बात है तो वह स्वयं परेशान हैं और रईस मिल बन्दी की कगार पर हैं जहाँ जिले में 250 से ज्यादा मिले होती थी वहाँ अब 60 ही बची है और वह भी घाटे पर चल रही है ।

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गोपनीय बैठक में पहले बर्थडे पार्टी का बहाना बनाने वाले बाराबंकी के डिप्टी आरएमओ सन्तोष द्विवेदी ने बताया कि एफसीआई पर धान का रिजेक्ट होना बड़ी समस्या है और इसी को लेकर यहाँ बैठक हुई है , कल वह एफसीआई जाकर देखेंगे कि आखिर धान क्यों रिजेक्ट हो रहे हैं । जिले में धान की खरीद कतई प्रभावित नही होगी ।

रिपोर्ट: सरफराज वारसी

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