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UP: गंगा एक्सप्रेस-वे के निर्माण में विदेशी कंपनियों ने भी दिखाई दिलचस्पी

गंगा एक्सप्रेस-वे परियोजना उत्तर प्रदेश सरकार की महत्वकांक्षी परियोजना है और इसके निर्माण कार्य के लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरु हो चुकी है। इस एक्सप्रेस-वे की लंबाई 594 किमी होगी और यह प्रदेश का सबसे लम्बा एक्सप्रेस-वे होगा।

Dharmendra kumar
Published on: 8 Jan 2021 5:12 PM GMT
UP: गंगा एक्सप्रेस-वे के निर्माण में विदेशी कंपनियों ने भी दिखाई दिलचस्पी
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मेरठ से प्रयागराज के बीच प्रस्तावित 36 हजार करोड़ रुपए से अधिक लागत वाली गंगा एक्सप्रेस-वे परियोजना के लिए 11 कंपनियों ने दिलचस्पी दिखाई है।

लखनऊ: उत्तर प्रदेश में मेरठ से प्रयागराज के बीच प्रस्तावित 36 हजार करोड़ रुपए से अधिक लागत वाली गंगा एक्सप्रेस-वे परियोजना के लिए 11 कंपनियों ने दिलचस्पी दिखाई है। इनमें विदेशी कंपनियां भी शामिल हैं। अपर मुख्य सचिव, गृह एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी, यूपीडा और अपर मुख्य सचिव, अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास विभाग की अध्यक्षता में गंगा एक्सप्रेस-वे के निर्माण हेतु निविदा मूल्यांकन समिति की ईओआई कान्फ्रेंस लोक भवन में आयोजित की गई।

इस बैठक में मेरठ से प्रयागराज तक प्रस्तावित गंगा एक्सप्रेसवे परियोजना के निर्माण से संबंधित गंगा एक्सप्रेस-वे के पीपीपी मोड के अन्तर्गत डिजाइन, बिड, फाइनेन्स, आॅपरेट, मेंटेन एवं ट्रांसफर के आधार पर गंगा एक्सप्रेस-वे परियोजना का विकास किये जाने हेतु इच्छुक 11 देशी-विदेशी कम्पनियों, जिसमें 1. M/s Welspun Enterprises Ltd. 2. M/s IJM Corporation Berhad (Malaysia) 3. M/s Adani Road Transport Ltd. 4. M/s Montecarlo Ltd. 5. M/s Gawar construction Ltd. 6. M/s PNC Infratech Ltd. 7. M/s Prakash Asphalting and Toll Highways India Ltd. 8. M/s Oriental Structural Engineers Pvt. Ltd. 9. M/s Ashoka Buildcon Ltd. 10. M/s Ircon International Ltd. 11. M/s Intopia Construction Pvt. Ltd. (South Korea) शामिल है, उनके प्रस्ताव प्राप्त हुए। बैठक में इच्छुक कम्पनियों से गंगा एक्सप्रेस-वे के निर्माण हेतु ई-टेंडर पोर्टल पर प्रस्तुत ईओआई प्रस्तावों को डाउनलोड किया गया।

बता दें कि गंगा एक्सप्रेस-वे परियोजना उत्तर प्रदेश सरकार की महत्वकांक्षी परियोजना है और इसके निर्माण कार्य के लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरु हो चुकी है। इस एक्सप्रेस-वे की लंबाई 594 किमी होगी और यह प्रदेश का सबसे लम्बा एक्सप्रेस-वे होगा, जो कि जनपद मेरठ से शुरु होकर हापुड़, बुलन्दशहर, अमरोहा, सम्भल, बंदायूं, शाहजहांपुर, हरदोई, उन्नाव, रायबरेली, प्रतापगढ़ पर होते हुए प्रयागराज पर समाप्त होगा। इसके निर्माण में देश ही नहीं विदेश की भी बड़ी सड़क निर्माण कम्पनियों द्वारा रुचि दिखाई जा रही है।

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मुख्य कार्यपालक अधिकारी अवनीश कुमार अवस्थी ने निविदाकर्ताओं के समक्ष प्रसन्नता व्यक्त करते हुए यह भरोसा दिलाया कि यूपीडा द्वारा गंगा एक्सप्रेस-वे के निर्माण के शुरुआती दौर की प्रक्रियाओं को शीघ्र पूरा करके एक्सप्रेस-वे से संबंधित भूमि अधिग्रहण का कार्य शुरु करने की दिशा में और तीव्रता से कार्य किया जा रहा है।

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उल्लेखनीय है कि गंगा एक्सप्रेस-वे के लिए भूमि अधिग्रहण का कार्य इसी माह जनवरी में शुरु हो चुका है। गंगा एक्सप्रेस-वे परियोजना 12 जिलों की 30 तहसीलों से होकर गुजर रहा है। गंगा एक्सप्रेस-वे की इस बैठक में अपर मुख्य सचिव, अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास विभाग, आलोक कुमार, अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी, श्रीशचन्द्र वर्मा सहित यूपीडा के सभी आला अधिकारी भी मौजूद थे।

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