TRENDING TAGS :
Jhansi News: नेशनल बैम्बू मिशन के तहत वन विभाग द्वारा अनूठी पहल, क्षेत्र में उद्योगों को मिलेगा बढ़ावा
Jhansi News: झांसी में बांस (Bamboo Mission) आधारित कौशल विकास प्रशिक्षण से क्षेत्र में उद्योगो को बढ़ावा मिलेगा और यह लोगों की आय का बहुत बड़ा श्रोत बनेगा।
Jhansi News: बांस (Bamboo Mission) आधारित कौशल विकास प्रशिक्षण से क्षेत्र में उद्योगो को बढ़ावा मिलेगा और यह लोगों की आय का बहुत बड़ा श्रोत बनेगा। ये उद्गार बुन्देलखण्ड क्षेत्र, झाँसी के वन संरक्षक कैलाश प्रकाश ने झांसी नगर के भगवन्तपुरा कॉमन फैसिलिटी सेन्टर पर नेशनल बैम्बू मिशन (National Bamboo Mission) के अन्तर्गत बांस आधारित तीन दिवसीय प्रशिक्षण (three day training) के शुभारम्भ के अवसर पर दिये गये बांस आधरित यह कौशल विकास प्रशिक्षण (skill development training) भगवन्तपुरा में स्थापित कॉमन फैसिलिटी सेन्टर पर तीन दिन के लिए आयोजित किए जा रहे कार्यक्रम में दिए।
बांस की खेती में धैर्य रखना बहुत जरूरी होता
वन संरक्षक कैलाश प्रकाश ने कहा कि किसानों के लिए बांस की खेती मुनाफे का सौदा साबित हो सकती है। लेकिन बांस की खेती में धैर्य रखना बहुत जरूरी होता है। क्योंकि बांस की खेती रबी, खरीफ या जायद सीजन की खेती नहीं होती। इसको फलने-फूलने के लिए लगभग 3-4 साल का समय लग जाता है। हालांकि पहली फसल के कटते ही किसान की अच्छी आमदनी मिल जाती हैं। किसान चाहें तो बांस की खेती के साथ कोई दूसरी फसल भी लगा सकते हैं। बांस की खेती के साथ दूसरी फसलों की एकीकृत खेती करने से मिट्टी की उपजाऊ शक्ति भी बनी रहेगी। साथ ही, दूसरी फसलों से किसानों को समय पर अतिरिक्त आय भी मिल जाएगी।
सैकड़ों लोग प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे
उन्होंने कहा कि भारत सरकार द्वारा संचालित नेशनल बैम्बू मिशन के अन्तर्गत वन विभाग की यह अनूठी पहल है। बांस आधारित कौशल विकास प्रशिक्षण की जिम्मेदारी नवी मुम्बई की संस्था "सस्टेनेविलिटी एण्ड बेटर मैनेजमेंट" को दी गयी है। इस प्रशिक्षण में जनपद के 15 स्वयं सहायता समूह के सैकड़ों लोग प्रशिक्षण प्राप्त करेंगें। कहां की स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को प्रशिक्षण के माध्यम से जहां एक और स्वाबलंबी बनाए जाने का प्रयास किया जा रहा वहीं उनकी आर्थिक स्थिति में भी सुधार होगा।
डलिया, राखी, चटाई आदि बनाए जाने का दिया जाएगा प्रशिक्षण
भारत सरकार द्वारा संचालित नेशनल बैम्बू मिशन के अन्तर्गत झांसी नगर के भगवन्तपुरा में गत वर्ष कॉमन फैसिलिटी सेन्टर स्थापित किया गया था, जिसका उददेश्य क्षेत्रीय लोगों को बांस आधारित कौशल विकास प्रशिक्षण प्रदान कर और उनको विभिन्न प्रकार के बांस के उत्पाद तैयार करके आत्मनिर्भर बनाना है। वन विभाग द्वारा आज बांस आधारित कौशल विकास प्रशिक्षण का तीन दिवसीय कार्यक्रम का शुभारम्भ किया गया। इस अवसर पर प्रतिभागियों को सांकेतिक रूप से वन विभाग द्वारा बांस के पौधे भी भेंट किये गये। इस तीन दिवसीय कौशल विकास प्रशिक्षण की जिम्मेदारी देश की प्रसिद्धि प्राप्त संस्था सस्टेनेविलिटी एण्ड बेटर मैनेजमेंट' नवी मुम्बई, महाराष्ट्र को दी गयी है।
इस प्रशिक्षण में भाग ले रहे जनपद के विभिन्न स्वयं सहायता समूह के सैकड़ो लोगों को बांस से खिलौने, कुर्सी, अगरबत्ती, बायोचार, डलिया, फूलदान, राखी, चटाई इत्यादि बनाये जाने का प्रशिक्षण दिया जायेगा। इस अवसर पर प्रभागीय वनाधिकारी एम पी गौतम ने बताया कि इस कॉमन फैसिलिटी सेन्टर को किसी एफपीओ के माध्यम से संचालित कराया जायेगा, जिससे इसके उत्पाद को बाजार में बिक्री करने में सुविधा हो और कार्य करने वाले लोगों को अधिक से अधिक रोजगार व आय प्राप्त हो सके।
बिक्री करने की जिम्मेदारी संस्था लेगी
कार्यक्रम में सस्टेनेविलिटी एण्ड बेटर मैनेजमेंट के चेयरमेन पी कुमार ने प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे प्रतिभागियों को सम्बोधित करते हुये उनके उत्पादों को खुले बाजार में उचित दामों पर बिक्री करवाने के विभिन्न स्रोतों का उदाहरण देते हुये आश्वस्त किया कि जो भी उत्पाद इस कॉमन फैसिलिटी सेन्टर में बनाये जायेगें उनको बिक्री करने की जिम्मेदारी उनकी संस्था लेगी। कार्यक्रम का आयोजन झांसी रेंज के प्रभारी क्षेत्रीय वनाधिकारी संदीप रविकुल के निर्देशन में किया गया। कार्यक्रम में राजकुमार वरिष्ठ सहायक, रौनक अली उप क्षेत्रीय वनाधिकारी, अमित कुमार शर्मा वन दरोगा, लक्ष्मण यादव वन दरोगा, मनोज श्रीवास, वन रक्षक, पुष्पेन्द्र वन रक्षक, कु० पूजा कुशवाहा, वन रक्षक आदि उपस्थित रहे।