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Kasganj News: पूर्व सांसद धर्मेंद्र यादव बोले-"अखिलेश यादव से बड़े दिल का कोई नेता नहीं "
Kasganj News: समाजवादी पार्टी के नेता और पूर्व सांसद धर्मेंद्र यादव ने कहा कि देश में अखिलेश यादव से बड़े दिल का कोई नेता नही है। गठबंधन छोड़ने वाले ही बताये की आखिर उन्होंने क्यों साथ छोड़ा है।
MP Dharmendra Yadav in kasganj source: Newstarck
Kasganj News: कासगंज से समाजवादी पार्टी के नेता और पूर्व सांसद धर्मेंद्र यादव ने एटा लोकसभा सीट से घोषित प्रत्याशी देवेश शाक्य के समर्थन में थाना ढोलना क्षेत्र के रानी अवंती बाई इंटर कॉलेज में एक जनसभा को संबोधित करने के लिए आये। इस दौरान उन्होंने रानी अवंतीबाई की मूर्ति पर पुष्प अर्पित किए। उसके बाद उन्होंने कहा कि देश में अखिलेश यादव से बड़े दिल का कोई नेता नही है। गठबंधन छोड़ने वाले ही बताये की आखिर उन्होंने क्यों साथ छोड़ा है। जयंत चौधरी को दो लोकसभा सीट दी थी। अब बताये की भाजपा में उन्हें कितनी सीट मिली है। यहीं नहीं स्वामी प्रसाद मौर्य के बयानों का तो उनकी बेटी भी समर्थन नहीं कर रही है।
स्वामी प्रसाद मौर्य पर साधा निशाना
पीडीए जनपंचायत में सम्बोधित करते हुए उन्होंने जन समुदाय और पार्टी के कार्यकर्ताओं से एटा लोकसभा से सपा प्रत्याशी देवेश शाक्य को जिताने की अपील की। इसके बाद सपा नेता धर्मेंद्र यादव ने स्वामी प्रसाद मौर्य पर निशाना साधते हुए कहा कि स्वामी जी अपनी नई पार्टी बना रहे है। वो अपनी पुत्री संघमित्रा को अपनी पार्टी के सिंबल और झंडे पर ही लोकसभा का चुनाव लड़ायें तो सही रहेगा। स्वामी जी लगातार पिछले दिनों से बयान बाजी कर रहे है। लेकिन उनकी बेटी ने भी उनके किसी बयान का समर्थन नही किया।
पीडीए जनपंचायत में सम्बोधित करते हुए source: Newstarck
मीडिया से हुए रूबरू
पूर्व सांसद धर्मेंद्र यादव मीटिंग के बाद मीडिया के सामने आकर बोले कि देश मे साम्प्रदायिक ताकतों को रोकने के लिए समाजवादी पार्टी के उम्मीदवारों को अधिक से अधिक संख्या मे जिताकर लोकसभा भेजने का काम कीजिए। जयन्त चौधरी के साथ ही अन्य कई साथियों द्वारा सपा का साथ क्यों छोड़ा जा रहा है। इसका जबाब तो जिन्होंने गठबंधन छोड़ा है वो लोग ही दे सकते हैं। आज देश मे सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव जैसे बड़े दिल का कोई नेता नही हैं। उन्होंने आगे कहा कि सलीम शेरवानी द्वारा सपा की सदस्यता छोड़े जाने की खबर भ्रामक है। वो सपा के साथ है और सेकुलर फ्रंट के अहम किरदार हैं। दस से पंद्रह दिनों के भीतर लोकसभा चुनाव की घोषणा हो सकती है। इसलिए कार्यकर्ता पूरी ताकत से चुनाव में एकजुट होकर देवेश शाक्य को जिताने का काम करे।