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पुण्यतिथि : बहुआयामी व्यक्तित्व एवं कृतित्व के धनी थे ज्ञानचंद्र द्विवेदी
ज्ञान चन्द्र द्विवेदी की 25वीं पुण्य तिथि के अवसर पर आज एक कार्यक्रम में उनके बहुआयामी व्यक्तित्व एवं कृतित्व का स्मरण करते हुए श्रद्धा-सुमन अर्पित किए गये। इस अवसर पर संविधान प्रदत्त मौलिक अधिकार तथा दायित्वों के सन्दर्भ में आम नागरिक
लखनऊ:ज्ञान चन्द्र द्विवेदी की 25वीं पुण्य तिथि के अवसर पर आज एक कार्यक्रम में उनके बहुआयामी व्यक्तित्व एवं कृतित्व का स्मरण करते हुए श्रद्धा-सुमन अर्पित किए गये। इस अवसर पर संविधान प्रदत्त मौलिक अधिकार तथा दायित्वों के सन्दर्भ में आम नागरिक की भूमिका विषय पर गोष्ठी का भी आयोजन भी किया गया। श्री द्विवेदी उत्तर प्रदेश बार काउंसिल के पूर्व अध्यक्ष, विधान परिषद के वरिष्ठ सदस्य व भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ प्रान्तीय उपाध्यक्ष, हिन्दी साहित्य सम्मेलन के सभापति और भारतीय मजदूर संघ के प्रदेश अध्यक्ष रहे हैं।
पं0 ज्ञान चन्द्र द्विवेदी स्मृति संस्थान के स्थानीय शिविर कार्यालय परिसर में आयोजित कार्यक्रम में प्रदेश के अधिवक्ताओं और संस्कृत अध्यापकों के व्यापक हितों के प्रति द्विवेदी द्वारा किए गये उल्लेखनीय कार्यों के स्मरण के साथ ही आपातकाल के समय नागरिक अधिकारों की बहाली और प्रेस की स्वतन्त्रता के लिए किए गये समर्पित प्रयासों की सराहना की गयी।
हिन्दी साहित्य सम्मेलन प्रयाग के लंबे समय तक रहे अध्यक्षीय कार्यकाल के अतिरिक्त भारत सरकार के केन्द्रीय विधि साहित्य मूल्यांकन परिषद के सदस्य के रूप में हिन्दी भाषा के प्रसार के प्रति उनकी भूमिका की भी वक्ताओं ने चर्चा की। वक्ताओं ने भारतीय मजदूर संघ के प्रदेश अध्यक्ष के नाते श्रमिक कल्याण के लिए द्विवेदी द्वारा किए गये अथक प्रयासों का भी स्मरण किया।
प्रदेश के अधिवक्ता पृष्ठभूमि के सभी दलों के विधायकों को संगठित कर अधिवक्ताओं की समस्याओं को बुलन्द आवाज के साथ प्रस्तुत किए जाने हेतु उनके द्वारा विधान परिषद के तत्कालीन सभापति एवं कालांतर में उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री रहे स्व. नित्यानंद स्वामी की अध्यक्षता में अधिवक्ता विधायक मंच की स्थापना को भी याद किया गया। इस अवसर पर उच्च न्यायालय की स्थानीय खण्डपीठ के वरिष्ठ अधिवक्ता नारायण स्वरूप चौरसिया, प्रदीप राजे, ओंकार पाण्डेय, वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी आशुतोष त्रिपाठी, श्रमिक नेता गिरिजा शंकर तिवारी, सेवानिवृत्त बीएसए उर्मिला तिवारी, लेखक व टिप्पणीकार आनन्द उपाध्याय ’सरस’, क्लीनिकल साइकोलॉजिस्ट प्रज्ञा, सम्पादक व वरिष्ठ पत्रकार शिवशरण त्रिपाठी, प्राध्यापिका मोनिका तिवारी, सॉफ्टवेयर विशेषज्ञ अभिषेक रंजन आदि मौजूद थे।