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फरेबी दूल्हे का सच जान उड़े लड़कीवालों के होश, विदा करने से किया इनकार, मामला दर्ज
जिंदगी में एक मुकाम हासिल करने के लिए कुछ व्यक्ति झूठ-फरेब का सहारा लेते हैं। कईयों को इसमें सफलता भी मिलती है। लेकिन कई बार यह दांव उल्टा भी पड़ जाता है।
सुलतानपुर: जिंदगी में एक मुकाम हासिल करने के लिए कुछ व्यक्ति झूठ-फरेब का सहारा लेते हैं। कईयों को इसमें सफलता भी मिलती है। लेकिन कई बार यह दांव उल्टा भी पड़ जाता है। ऐसा ही कुछ हुआ जिले के एक दूल्हे मियां के साथ। इस दूल्हे ने शादी की लालसा में फरेब का सहारा लेकर सात फेरे तो ले लिए , लेकिन दो दिन बाद ही उसके फरेब से पर्दा उठ गया और फिर दूल्हे मियां सुसराल से पुलिस के लॉकअप में पहुंच गए।
12 फरवरी को धूम धाम से हुई थी शादी
- जानकारी के अनुसार ज़िले के करौंदी कला थाना अंतर्गत दसगरपारा गांव निवासी शोभनाथ उपाध्याय ने अपनी बेटी की शादी जौनपुर जिले के वरपुर लेंदुका गांव के रहने वाले ओमकार दुबे के पुत्र सुधीर से की थी।
- शादी तय करते वक्त घर वालों व स्वयं सुधीर ने अपने को पुलिस अफसर बताया था।
- यही नहीं सुधीर की शादी की मध्यस्थता करने वाले जौनपुर निवासी संजय सिंह ने भी इस फरेब पर पर्दा डाले रखा।
- 12 फरवरी 2018 को धूमधाम से बारात आई और हिंदू रीति रिवाज के अनुसार सभी रस्में पूरी हुईं। लेकिन उसी समय से दूल्हे के उठने-बैठने के अंदाज से लड़की के घर वालों को दाल में काला नज़र आया। लेकिन बेटी के ब्याह को देखते हुए सब खामोश रहे, पर उन्होंने पड़ताल शुरू कर दी।
14 फरवरी को ऐसे खुला राज
- आखिर में लड़की के परिजनों का शक सच में बदलने लगा।
- पड़ताल में जो बात सामनें आई उसे जान कर परिजनों के पैरों तले ज़मीन खिसक गई।
- इस बीच 14 फरवरी को जब सुधीर अपने भाई, मध्यस्थता करने वाले संजय और एक रिश्तेदार के साथ दुल्हन की विदाई कराने पहुंचा तो लड़की वालों ने उससे सच्चाई पूछी।
- पोल खुलती देख सुधीर ने बताया कि वह पुलिस अधिकारी नहीं बल्कि आबकारी विभाग में है और फिर बताया कि वो संविदाकर्मी है।
एक के बाद झूठ सुनकर परिजनों ने बेटी को विदा करने से मना कर दिया। विदाई से मना करने के बाद अफरातफरी मच गई। फिर पंचायत बैठी तभी परिजनों ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने फरेबी दूल्हे और उसके साथ आए लोगों को लाकअप में डाल दिया है।