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गेल पाता को प्रथम स्थान: ऊर्जा क्षेत्र में बड़ा योगदान, पालिमर का किया रिकार्ड उत्पादन

गेल पाता ने गत वर्ष अब तक का उच्चतम वार्षिक पॉलीमर उत्पादन 7 लाख 56 हजार मेट्रिक टन करने में सफलता प्राप्त की जोकि आंतरिक उत्पादन लक्ष्य का 102% था।

SK Gautam
Published on: 17 Feb 2020 2:44 PM GMT
गेल पाता को प्रथम स्थान: ऊर्जा क्षेत्र में बड़ा योगदान, पालिमर का किया रिकार्ड उत्पादन
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औरैया: भारत सरकार की महारत्न कंपनी गेल इंडिया लिमिटेड के पाता पेट्रोकेमिकल संयंत्र में वॉल्यूम उत्पादन में लक्ष्य के सापेक्ष अब तक 102 फ़ीसदी प्रगति अर्जित कर ली है। ऊर्जा क्षेत्र में गेल पाता को देश में पहला स्थान मिला है। वित्तीय वर्ष के लिए गेल पाता ने 8.10 लाख मीट्रिक टन पाल्यूमर उत्पादन का टारगेट सेट किया है। इसके सापेक्ष अब तक 7. 56 लाख मीट्रिक टन पॉलीमर का उत्पादन किया जा चुका है।

पर्यावरण जल संरक्षण तथा स्वास्थ्य संबंधी परियोजनाएं

सोमवार को गेलगांव परिसर में गैल पेट्रोकेमिकल के कार्यकारी निदेशक सोमेश्वर रूद्र ने बताया कि गैल इंडिया लिमिटेड पाता पेट्रोकेमिकल परिसर में भारत सरकार के द्वारा निर्गत आदेशों के अनुपालन में कार्य किया जाता है। उन्होंने कहा कि पर्यावरण जल संरक्षण तथा स्वास्थ्य संबंधी परियोजनाओं को चलाया जाता है तथा उनके अनुपालन के क्रियान्वयन के लिए टीम बनाई गई है।

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जानकारी देते हुए कार्यकारी निदेशक ने बताया कि गेल पाता ने गत वर्ष अब तक का उच्चतम वार्षिक पॉलीमर उत्पादन 7 लाख 56 हजार मेट्रिक टन करने में सफलता प्राप्त की जोकि आंतरिक उत्पादन लक्ष्य का 102% था। उन्होंने बताया कि इस वित्त वर्ष में गेल पाता ने अभी तक लगभग 678000 मैट्रिक टन पालिमर का उत्पादन कर लिया है, कार्यकारी निदेशक ने कहा कि मेटालों सिंन गेट के पॉलीमर का उत्पादन सफलतापूर्वक किया गया है। इससे पहले इस ग्रेट का पॉलीमर पूर्ण रूप से विदेशों से आयात किया जा रहा था।

मनोज जैन के कुशलता एवं अनुभवी नेतृत्व में गेल तेज़ी से आगे बढ़ रहा है

मैटालिसिंग रेट को बना कर गेल ने भारत सरकार की महत्वाकांक्षी योजना इन इंडिया को सफल बनाने में अहम योगदान दिया है और इसी के साथ गैल भारत में किस ग्रेड का पानी बनाने वाला प्रथम निर्माता बन गया है। कार्यकारी निदेशक ने बताया कि गेल इंडिया लिमिटेड के नए अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक मनोज जैन ने हाल ही में कार्यभार ग्रहण किया है। मनोज जैन के कुशलता एवं अनुभवी नेतृत्व में गेल पाता संयंत्र तेजी से शिखर की ओर आगे बढ़ने के लिए उत्साहित है।

सीएमडी के रूप में कार्यभार ग्रहण करने से पहले मनोज जैन गैलवे निदेशक व्यापार विकास थे। व्यापार विकास के रूप में भी उनका सहयोग से गेल पाता ने पॉलीमर उत्पादन में कई आयाम स्थापित करते हुए नए कीर्तिमान बनाए हैं।

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12645 मेगा वाट घंटे से ज्यादा ऊर्जा का उत्पादन हो चुका है

उन्होंने बताया कि दिसंबर 2019 में गेल पाता के अनुभवी एवं योगय इंजीनियरों ने बिना लाइसेंस के सहयोग के मैटालिसिंग रेट के पॉलीमर का उत्पादन अपने प्रथम प्रयास में ही कर लिया। यह हम सबके लिए बहुत ही गर्व की बात है। बताया कि हरित ऊर्जा पहल के अंतर्गत गेल पाता में स्थित 5.76 मेगावाट क्षमता के सौर ऊर्जा संयंत्र से अभी तक 12645 मेगा वाट घंटे से ज्यादा ऊर्जा का उत्पादन हो चुका है।

कार्यकारी निदेशक ने बताया कि गैल इंडिया लिमिटेड भारत सरकार का एक महारत्न सार्वजनिक उपक्रम है और भारत की प्रमुख प्राकृतिक गैस कंपनी है। इस मौके पर गेल के कार्यकारी निदेशक एमबी रवि सोमेश्वर रूडू, मानव संसाधन महाप्रबंधक पतरी राव, उप महाप्रबंधक मानव संसाधन एसके कटिहार ,अनिल त्रिवेदी ,श्वेता रानी, एके अग्रवाल, राकेश मित्तल ,अजय त्रिपाठी, राहुल गौतम, प्रेम कुमार, सतीश कुमार दास ,ज्ञान प्रकाश आदि अधिकारी मौजूद रहे।

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