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Sonbhadra News: सेना की वर्दी की आड़ में नकली गड्डी थमा ठगी करने वाले अंतर्प्रांतीय गिरोह का भंडाफोड़
Sonbhadra News: सोनभद्र पुलिस ने अंतर्प्रांतीय गिरोह का भंडाफोड़ करने में कामयाबी पाई है जो सेना की वर्दी की आड़ में नकली गड्डी थमा व्यापारियों से ठगी करने में लगा हुआ था।
Sonbhadra News: क्राइम ब्रांच और राबटर्सगंज कोतवाली पुलिस ने सोमवार को एक ऐसे अंतर्प्रांतीय गिरोह का भंडाफोड़ करने में कामयाबी पाई है जो सेना की वर्दी की आड़ में नकली गड्डी थमा व्यापारियों से ठगी करने में लगा हुआ था। पकड़े जाने पर जहां इस गिरोह के सदस्य सेना का जवान होने का धौंस देकर मौके से निकल जाते थे। वहीं इस गिरोह का सरगना खुद को ब्रिगेडियर बताता था।
रविवार को पुलिस ने इस गिरोह के सरगना सहित तीन को दबोचने में कामयाबी पाई। वहीं उनके पास से ठगी के 500-500 के कई नोट, सेना की वर्दी-जूते, एवं अन्य कूटरचित प्रपत्र-आईडी आदि बरामद किए। यह गिरोह सामान की खरीदारी के वक्त गड्डी के दोनों तरफ असली नोट और बीच में कागजी नोट डालकर गड्डी थमा देता था। एएसपी आॅपरेशन विजयशंकर मिश्र ने सोमवार की दोपहर बाद पुलिस लाइन में कामयाबी का खुलासा किया। कहा कि पूछताछ में मिली जानकारियों के आधार पर, इस गिरोह की तरफ से अब तक कितनी ठगी की वारदात की गई? इसके बारे में पता लगाया जा रहा है।
ऐसे सामने आया गैंग का कारनामा
एएसपी ने बताया कि गत रविवार को अनिल कुमार सिंह निवासी निराला नगर दरोगा जी की गली, थाना रॉबर्ट्सगंज की दुकान अनिल ड्रेसेज पर एक व्यक्ति मुंह बांधे और दो व्यक्ति बिना मुंह बांधे पहुंचे। कहा कि आप के दुकान से खरीदारी करनी है। इसके बाद काली पन्नी में लिपटी सौ-सौ की पांच नोटो की गड्डी देकर कहा कि 30 हजार के पांच-पांच सौ के नोट की आवश्यकता है। जिसपर मै अपनी गल्ले से पांच-पांच सौ के कुल तीस हजार रुपये उन्हे दे दिए। कुछ देर बातों में उलझाने के बाद आरोपी वहां से गायब हो गए।
अनिल ने उनके द्वारा दी गयी नोटो की गड्डी में से एक को खोलकर चेक किया तो गड्डी के उपर और नीचे सौ-सौ की नोट लगे थे। बीच में सफेद कागज रखा था। इसके बाद भी आरोपियों ने दोबारा मोबाइल फोन के जरिए झांसे में लेकर ठगी करने की कोशिश की। पीड़ित की तरफ से थाना रॉबर्ट्सगंज में तहरीर दी गई, जिस पर धारा 420, 406 आईपीसी के तहत मामला दर्ज कर आरोपियों की छानबीन शुरू कर दी गई।
एसपी डॉ. यशवीर सिंह ने इसको लेकर अपर पुलिस अधीक्षक (मुख्यालय) और क्षेत्राधिकारी नगर राहुल पांडेय को विशिष्ट निर्देश दिए। इसके बाद क्राइम ब्रांच और रॉबर्ट्सगंज कोतवाली पुलिस की संयुक्त टीम गठित कर मामले की छानबीन कराई गई। मुखबिर से मिली सूचना के आधार पर सोमवार को रेलवे क्रासिंग के पास से घटना में शामिल रवि कुमार बिंद उर्फ बुल्लू पुत्र रामकृत राम, निवासी हाटा, थाना मुहम्मदाबाद, गाजीपुर, शिवपुजन कुमार पुत्र उमाशंकर यादव निवासी जाबर थाना दुद्धी और संदीप कुमार चौधरी पुत्र जयराम चौधरी निवासी घुरडांग आदर्श नगर, थाना कोलगांवा, जनपद सतना मध्यप्रदेश को गिरफ्तार कर लिया गया। तलाशी में उनके पास से नोट की नकली गड्डी बनाने के उपकरण, सेना की वर्दी, सेना का फर्जी परिचय पत्र बरामद किया गया। इसके बाद पूर्व में दर्ज मामले में धारा 419, 467, 468, 471 और 171 आईपीसी की बढ़ोत्तरी करते हुए उनका चालान कर दिया गया।
एएसपी ने बताया कि गिरोह के सरगना रवि कुमार से पूछताछ में जानकारी मिली है कि उसके घर में कुछ लोग आर्मी में हैं जिनके साथ रहते-रहते उनकी नकल कर ली। ठगी को अंजाम देने के लिए वर्दी, टोपी, बेल्ट, जूता और सेना की वर्दी खरीदा। कूटरचित पता व जाति अंकित कर कम्प्यूटर से फर्जी आईडी कार्ड तैयार करवाया। इसके बाद खुद को सेना का जवान और साथियों को सेना का चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी बताते हुए ठगी शुरू कर दी। इसके लिए गड्डी में उपर-नीचे असली नोट और बीच में गड्डी के आकार का पेपर लगाकर बैंक के आस-पास और दुकानों में जाकर नकली गड्डियां थमाई जाती और उनकी जगह सामान या नोट लेकर गायब हो जाते।
सोनभद्र के रेणुकूट, मुंबई के थाणे में कर चुके हैं वारदात
आरोपियों ने नवंबर 2022 में सोनभद्र के रेणूकुट में एक व्यक्ति को दो लाख रुपये की नकली गड्डी थमाकर, दोे लाख उड़ा लिए थे। वहीं मुम्बई के थाणे क्षेत्र में भी वर्ष 2022 में ही 20 लाख रुपये की ठगी कर ली थी। वहीं गत चार जनवरी को रॉबर्ट्सगंज कस्बे में भी 30 हजार रुपये की ठगी की थी और उसे फोन करके फिर से झांसे में फंसा रहे थे । सेना की वर्दी पहने के चलते लोग आसानी से झांसे में आ जाते थे।
इन-इन चीजों की हुई बरामदगी
पांच अलग-अलग कागज की गड्डी, जिसके उपर-नीचे पांच सौ के असली नोट लगे हैं। चार अलग-अलग कागज की गड्डी जिसके उपर-नीचे पचास के असली नोट लगे हैं। पांच कैची, तीन टेप, तीन रुपये के आकार का कागज तैयार किये जाने के लिए मोटे कागज का सांचा, एक लाइटरयुक्त नकली पिस्टल, तीन एंड्राएड मोबाइल फोन, 9500 नगद, दो कुटरचित सेना का परिचय पत्र, इंडियन आर्मी लिखी सेना की वर्दी और जूता।
इस टीम ने पाई कामयाबी
प्रभारी निरीक्षक रॉबर्ट्सगंज बाल मुकुंद मिश्रा, निरीक्षक साजिद सिद्दीकी प्रभारी सर्विलांस, निरीक्षक देवेंद्र प्रताप सिंह प्रभारी एसओजी, एसआई बालेंद्र यादव, चौकी प्रभारी कांशीराम आवास, रॉबर्ट्सगंज सहित अन्य।