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Garbage at Schools: सेंट फ्रांसिस व कैथेड्रल के पास सड़क पर उफना रहा सीवर, छात्र और पैरेंट परेशान
Garbage at Schools: लखनऊ में विकास कार्य जैसे तमाम मुद्दों पर जानकारी के लिए आज न्यूज़ट्रैक कि टीम कैथेड्रल और सेंट फ्रांसिस के बाहर सर्वे के लिए गई।
Garbage at Schools: नगर निकाय चुनाव (Lucknow Municipal Election) के लगभग 5 साल पूरे हो चुके हैं। इन 5 सालों में लखनऊ नगर निगम में क्या विकास कार्य हुए? स्वच्छता के लिए क्या प्रमुख कदम उठाए गए? जैसे तमाम मुद्दों पर जानकारी के लिए आज न्यूज़ट्रैक कि टीम कैथेड्रल और सेंट फ्रांसिस (St Francis and Cathedral) के बाहर सर्वे के लिए गई। जहां पर टीम को सड़कों पर उफनाती हुई नालियां व कुंडों के ढेर मिले। लोगों ने बताया कि तमाम शिकायतें पार्षद व नागफ निगम में में की गई, लेकिन उनकी तरफ से कोई कार्यवाही नहीं हुई। स्कूल के बच्चे बस बजाती नालियों के बदबू में पढ़ने के लिए मजबूर हैं।
प्रदेश में डेंगू तेजी से फैल रहा है। ऐसे में पानी इकट्ठा होना खतरे से खाली नहीं है। लेकिन यहां की ज्यादातर नालिया खुली है और जाम है। जिससे वहां डेंगू वाले मच्छरों के उत्पन्न होने का खतरा भी अधिक हो जाता है। छात्रों के पेरेंट्स को डर लगा रहता है कि कहीं बच्चों को डेंगू ना हो जाए। नालिया खुली है कोई भी बच्चा गिर सकता है। महापौर से तमाम शिकायतें की गई लेकिन महापौर की कान में जूं तक नहीं रेंग रहा। बस बजाती नालियों की बदबू क्लास तक जाती है। स्कूल द्वारा भी इसके लिए कई बार शिकायतें की गई लेकिन नगर निगम नगर निगम द्वारा इसके लिए कोई अभी तक कार्यवाही नहीं की गई है। बच्चे बदबू में पढ़ाई करने के लिए मजबूर हैं।
नहीं लगता झाड़ू
लखनऊ का दिल कहे जाने वाले हजरतगंज गंज के पास ही सेंट फ्रांसिस व कैथेड्रल कालेजों के पास गंदगी के ढेर हैं। यहां पर हजारों की संख्या में बच्चे पढ़ने के लिए आते हैं ऐसे में किसी बीमारी की चपेट में आ जाएंगे तो इसका जिम्मेदार कौन होगा। क्या नगर निगम इसकी जिम्मेदारी लेगा? अभी तक सफाई क्यों नहीं की गई। नगर निकाय चुनाव की को लेकर चर्चाएं तेज है। आरक्षण भी सूची भी जारी कर दी गई है। अब सभी पार्टियां अपने-अपने उम्मीदवारों को लड़ाने के लिए प्रचार प्रसार करेंगे लेकिन यहां पर गंदगी के लिए जिम्मेदार कौन है? क्या उस पर कार्यवाही की जाएगी? इसके अलावा कूड़ा उठाने की कोई गाड़ी नहीं आती है। लोग कूड़े को बाहर फेंकते हैं इसकी वजह से वहां से आने-जाने वाले व निवासियों को तमाम परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
सड़कों पर उफना रही नालियां
सेंट फ्रांसिस और कैथेड्रल के पास नालियां खुली है और जाम रहती हैं। नालियों में गंदे पानी भरे होते हैं। वहां पर पढ़ने के लिए आने वाले छात्रों को नालियों से निकलने वाली बदबू को झेलनी पड़ती है। लोगों ने न्यूजट्रैक की टीम को बताया कि इसके लिए कई बार पार्षद और नगर निगम में शिकायत की गई लेकिन अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुई। छात्र उफनाती नालियों के बदबू में पढ़ने के लिए मजबूर हैं।