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UP के संसदीय इतिहास में पहली बार नेता प्रतिपक्ष के लिए MLAs की परेड

Newstrack
Published on: 25 Jun 2016 7:39 AM GMT
UP के संसदीय इतिहास में पहली बार नेता प्रतिपक्ष के लिए MLAs की परेड
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लखनऊ: गयाचरण दिनकर के बीएसपी विधानमंडल दल के नेता चुने जाने के बाद यूपी के संसदीय इतिहास में पहली बार नेता प्रतिपक्ष के लिए विधायकों की परेड हुई। विधानसभा स्‍पीकर के समक्ष सभ्‍ाी विधायक उपस्थित हुए। स्‍पीकर माता प्रसाद पांडे ने छुट्टियों के चलते आज फैसला नहीं सुनाया। उन्‍होंने कहा है कि नेता प्रतिपक्ष के लिए सोमवार को विचार होगा।

- बीएसपी के राष्‍ट्रीय महासचिव नसीमुद्दीन ने कहा कि हमारे 71 एमएलए उपस्थित थे और 2 विदेश में हैं।

-सतीश मिश्र ने कहा कि मीटिंग के बाद विधानसभा अध्‍यक्ष को प्रस्‍ताव सौंप दिया गया है सोमवार को इस पर फैसला होगा।

-माता प्रसाद पाण्‍डे से जब पूछा गया की क्‍या स्‍वामी प्रसाद मौर्या ने कोई लेटर दिया था।

-इस पर उन्‍होंने कहा कि हां उन्‍होंने कहा था कि नेता प्रतिपक्ष चुनने से पहले एक बार बात कर लीजिएगा।

शनिवार को गयाचरण दिनकर बीएसपी विधानमंडल दल के नए नेता चुने गए हैं। गयाचरण बांदा से बीएसपी एमएलए हैं। शनिवार को बीएसपी की बैठक में उनके नाम पर मुहर लगी। पार्टी के अंदरखाने सेे मिली जानकारी के मुताबिक, इंद्रजीत सरोज का नाम लगभग तय हो गया था। लेकिन उनके दलित होने के कारण यह पद उन्‍हें नहीं दिया गया, क्‍योंकि पार्टी अति पिछड़े को विधायक दल का नेता बनाकर स्‍वामी प्रसाद मौर्या के जाने की भरपाई करना चाहती थी।

bsp

विधानमंडल दल के नेता चुने जाने के बाद गयाचरण ने क्‍या कहा

-बीएसपी विधानमंडल दल के नए नेता चुने जाने के बाद गयाचरण दिनकर ने बीजेपी और सपा पर हमला बोला।

-उन्होंने कहा कि सपा सरकार ने बीजेपी से मिलकर जो जाति और धर्म के नाम पर जहर बोया है उससे लोग असुरक्षित और चिंतित है।

-आम जनमानस की जरूरतों को पूरा करने के लिए बसपा अपनी बात रखेगी

-गयाचरण ने मौर्या के बयान पर कहा कि उनके साथ कोई नहीं है।

-इसके पहले पार्टी की दया दृस्टि पर वह पार्टी में कई पदों पर रहे हैं।

-मुझे लगता है की उन्हें लगा की बलराम यादव को बर्खास्त कर दिया गया है।

GayaCharan-Dinkar-02

-यह अच्छा समय है और एक पद खाली है और कैबिनेट मिनिस्टर बना जा सकता है।

-लेकिन अंत समय में सपा ने उन्हें दुत्कार दिया। अब वह पछता रहे हैं।

-जैसे अन्य लोगों का पार्टी छोड़ने के बाद हस्र हुआ है वही मौर्या का भी होगा।

-बिना विधानपरिषद और विधनासभा का सदस्य रहते इन्हें बसपा सरकार में मिनिस्टर बनाया गया था। वह इसे भी भूल गए।

-अभी चुनाव हो जाये 2 दर्जन से ज्यादा विधायक सपा के जीत कर नहीं आएंगे।

-बीजेपी और कांग्रेस में दम नहीं की वह सपा की गुंडागर्दी रोके।

गयाचरण ने दिया था बेतुका बयान

-बांदा जिले की नरैनी विधानसभा सीट से विधायक गयाचरण दिनकर ने बीते दिनों बेतुका बयान दिया था।

-उन्होंने कहा था कि बहुजन समाज की महिलाएं पढ़ी-लिखी नहीं है और अन्य वर्ग की महिलाओं से बीएसपी को कोई फायदा होने वाला नहीं है।

-इसलिए बीएसपी में महिलाओं को कम टिकट दिया जाता है।

-विधानसभा चुनाव में बाबू सिंह कुशवाहा ने गयाचरण दिनकर को बांदा की बबेरू सीट से हरवाकर विश्वम्भर सिंह को जिताने में अहम भूमिका निभाई थी।

-यह आरोप चार जनवरी, 2008 को पार्टी की चुनावी समीक्षा में दिनकर ने लगाया था।

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