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गायत्री ने एक दशक में तय किया BPL कोटे से करोड़पति मंत्री बनने तक का सफर
लखनऊः यूं तो प्रदेश के खनन मंत्री रहे गायत्री प्रसाद प्रजापति का नाम साल 2002 की बीपीएल कार्ड धारकों की सूची में था लेकिन 2012 तक वह करोड़पति हो गए। आपको जानकर हैरानी होगी 2009-10 में गायत्री ने अपनी संपत्ति में 3.71 लाख सालान इनकम घोषित की थी। यह भी आरोप लगा कि सरकार में मंत्री बनने के बाद इनकी संपत्ति में करोड़ों का इजाफा हुआ।
गायत्री की बेटी को बीपीएल कोटे से मिला कन्या विद्या धन
गायत्री की बेटी को बीपीएल कोटे से कन्या विद्या धन मिला। इसको लेकर लोकायुक्त के यहां गायत्री के खिलाफ शिकायत हुई। इसमें करोड़पति मंत्री पर अपनी बेटी को गलत तरीके से कन्या विद्या धन दिलवाने का आरोप लगा।
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लोकायुक्त के यहां की गई पांच शिकायतें
-प्रतापगढ़ के ओम प्रकाश द्विवेदी ने लोकायुक्त के यहां शिकायत कर 942.57 करोड़ की संपत्ति हासिल करने का आरोप लगाया था।
-उन्होंने यह संपत्ति लखनऊ के मोहनलालगंज में बताई थी लेकिन बाद में दिवेदी ने यह शिकायत वापस ले ली।
-सुल्तानपुर के अभयराज यादव ने इनकी आय से अधिक संपत्ति की शिकायत की थी।
-अमेठी निवासी महेंद्र कुमार ने इनके पास करोड़ों की बेनामी संपत्ति होने का आरोप लगाया था।
-लखनऊ की आरटीआई एक्टिविस्ट नूतन ठाकुर ने अवैध खनने के मामले में शिकायत की थी।
-इस मामले में सपा मुखिया मुलायम सिंह का अमिताभ ठाकुर को समझाने संबंधी आडियो टेप भी सामने आया था। जिस पर खासा विवाद हुआ।
-सोनभद्र के यशवंत सिंह ने भी अवैध खनन को लेकर शिकायत की थी।
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गायत्री पर आरोपों की लम्बी फेहरस्ति
-इसके पहले गायत्री प्रसाद प्रजापति पर लखनऊ में ग्राम समाज की जमीन पर अवैध कब्जा कर प्लॉट बेचने का आरोप लगा था।
-इसके अलावा गायत्री के बेटे पर अमेठी में तहसील की सरकारी जमीन पर कब्जा करने का आरोप भी लग चुका है।
-पूर्व में अमेठी की एक विधवा ने गायत्री प्रसाद प्रजापति पर अपनी जमीन पर कब्जा करने का आरोप भी लगाया था।
-अपनी गुहार लेकर पीड़ित विधवा अपने परिवार के साथ लखनऊ में धरने पर बैठ गई थी|
-गायत्री के बेटे अनुराग पर एक महिला का अपहरण करने का भी आरोप लग चुका है।
-इस मामले में कोर्ट के दखल के बाद ही केस दर्ज किया जा सका।
-खनन मंत्री उस वक्त भी सुर्खियों में आ गए थे, जब नोएडा में अवैध खनन के खिलाफ IAS अफसर दुर्गा शक्ति नागपाल के अभियान को उन्होंने अपनी योजना बताया था।
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2013 में गायत्री बनें राज्यमंत्री
अमेठी के विधायक गायत्री प्रजापति को सरकार बनते ही मंत्री नहीं बनाया गया था। जब पहली बार फरवरी 2013 में मंत्रिमंडल का विस्तार हुआ, तब 11 मंत्रियों के साथ गायत्री को भी राज्यमंत्री बनाया गया और उन्हें खनन जैसे महत्वपूर्ण विभाग की जिम्मेदारी दी गई। बसपा सरकार में यह विभाग कभी मायावती के करीबी रहे पूर्व मंत्री बाबू सिंह कुशवाहा के पास था।