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'जेब में है, अभी पहन रहा हूं', कहने पर गाजियाबाद में कटे 3628 लोगों के चालान

गाजियाबाद में पिछले 24 घंटे में 3628 लोगों के चालान किए गए।ये वो लोग हैं, जो बिना मास्क के सड़कों पर घूमते हुए नजर आए।

Bobby Goswami
Report By Bobby GoswamiPublished By Chitra Singh
Published on: 17 April 2021 6:46 AM GMT
जेब में है, अभी पहन रहा हूं, कहने पर गाजियाबाद में कटे 3628 लोगों के चालान
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चालान

गाज़ियाबाद। कोरोना का कहर लगातार बढ़ता जा रहा है। लेकिन लापरवाह लोगों की लापरवाही कम नहीं हो रही है। गाजियाबाद में पिछले 24 घंटे में 3628 लोगों के चालान किए गए।ये वो लोग हैं, जो बिना मास्क के सड़कों पर घूमते हुए नजर आए। लगातार पुलिस प्रशासन के अलावा अन्य सरकारी एजेंसी इन लोगों को कोरोना संबंधी नियम मानने के लिए प्रेरित कर रही हैं। लेकिन ऐसे लोग सब की मुश्किलें बढ़ा रहे हैं, जो नियमों को ठेंगा दिखाते हैं। 24 घंटे के भीतर मास्क ना पहनने वालों पर हुई ये सर्वाधिक बड़ी कार्रवाई है।

पुलिस और प्रशासन को लोगों से नाइट कर्फ्यू मनवाने के लिए भी काफी मशक्कत करनी पड़ रही है। कुछ लोग तो ऐसे हैं, जो कोई ना कोई बहाना बना देते हैं। हालांकि पुलिस और प्रशासन के लोग उन्हें रोड पर समझाते हैं, कि देश हित के लिए मास्क जरूर पहने,और नियमों का उल्लंघन ना करें। सभी के फायदे के लिए नाइट कर्फ्यू लगाया गया है। रात 8:00 बजे के बाद घरों से बाहर ना निकले और सुबह 7:00 बजे तक इसका पूरी तरह से पालन करें। कई बार तो चालान काटते समय पुलिस वालों को लोगों के विरोध तक का सामना करना पड़ रहा है।

युवक ने फाड़ दिया था चालान

इन तीन हजार से ज्यादा चालान में वह चालान भी शामिल है, जो कल शाम को किया गया था। लोहिया नगर इलाके में जब पुलिस युवक का चालान काट रही थी।उस समय उसने चालान की कॉपी ही फाड़ दी। यही नहीं,पुलिस वालों से बदसलूकी की गई।जानकारी करने पर यह भी पता चला कि युवक शराब के नशे में था,और बिना मास्क के घूम रहा था।पुलिस ने रोका तो पुलिस से बदसलूकी करने लगा।पुलिस ने आरोपी को हिरासत में लिया,और उसका मेडिकल भी करवाया है। इस तरह के लोग पुलिस के लिए बड़ा सिरदर्द बन रहे हैं। 1 दिन में 3500 से ज्यादा चालान इस बात को दर्शाते हैं कि गाजियाबाद के लोग कितने लापरवाह हैं।

कार्यवाही का विवरण

पहले भी कट चुके हैं कई लोगों के चालान

जैसे ही बिना मास्क पहने युवक पकड़े जाते हैं, वैसे ही वह बहाना बनाने लगते हैं। कई बार कहा जाता है कि जेब में है, अभी पहन रहा हूं। कई बार कहा जाता है कि घर पर भूल गया।हैरत की बात यह है कि ऐसे भी कई लोग पकड़े गए हैं जिनका पहले भी चालान हो चुका है। लेकिन उसके बावजूद सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं।

Chitra Singh

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