Ghaziabad News: 57 बच्चों से कराया जा रहा स्लॉटर हाउस में काम, पुलिस ने किया रेस्क्यू

Ghaziabad News: चाइल्ड वेलफेयर कमेटी ने पुलिस के साथ मिलकर कार्रवाई की है। पुलिस ने सभी 57 बच्चों को रेस्क्यू किया है।

Neeraj Pal
Report Neeraj Pal
Published on: 29 May 2024 12:24 PM GMT (Updated on: 29 May 2024 12:40 PM GMT)
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मौके पर पहुंची पुलिस। (Pic: Newstrack)

Ghaziabad News: मसूरी थाना क्षेत्र के डासना स्थित इंटरनेशनल एग्रो फूड्स नाम के स्लॉटर हॉउस में सीडब्ल्यूसी ने स्थानीय पुलिसे के साथ छापा मारा। इस दौरान अमानवीय परिस्थिति में 57 बच्चो कार्य कर रहे थे। पुलिस ने सभी को रेस्क्यू किया है। चाइल्ड वेलफेयर कमेटी की सूचना पर ये छापा मारा गया। नाबालिग लड़के लड़कियों से मीट कटिंग और पैकजिंग का काम कराया जा रहा था। इन बच्चों को पश्चिम बंगाल और बिहार से 300 रूपए की दिहाड़ी पर लाया गया था। इंटरनेशनल एग्रो फूड्स के खिलाफ पुलिस कार्यवाही कर रही है।

सभी बच्चों की आयु 18 से कम

गाजियाबाद के मसूरी थाना क्षेत्र में स्थित इंटरनेशनल एग्रो फूड्स के नाम से स्लॉटर हाउस चल रहा था। यहां पशुओं का मीट पैकिंग करने का कार्य किया जाता है। यहां से देश और विदेश के लिए पैकिंग कर मीट की सप्लाई की जाती है। मिली जानकारी के अनुसार चाइल्ड वेलफेयर कमेटी ने मसूरी थाना क्षेत्र की पुलिस के साथ मिलकर स्लॉटर हाउस में छापा मार कर 57 नाबालिक बच्चों को मुक्त कराया है। ये सभी बच्चे पश्चिम बंगाल और बिहार से लाए गए थे। जहां इनसे अमानवीय तरीके से कार्य लिया जा रहा था। किशोर किशोरियों से यहां मीट की पैकिंग और कटिंग का कार्य कराया जा रहा था। छुड़ाए गए सभी 57 बच्चों की आयु 18 वर्ष से कम है।

300 रुपए दिहाड़ी पर काम करते थे बच्चे

चाइल्ड वेलफेयर कमेटी के कार्यकर्ता करण सिंह ने बताया कि इंटरनेशनल एग्रो फूड्स नामक स्लॉटर हाउस में काफी समय से शिकायतें मिल रही थी। जिसके बाद कमेटी ने स्थानीय पुलिस को साथ लेकर कंपनी में छापा मारा। जहां से नाबालिक युवक युवतियों को छुड़ाया गया है। सभी बच्चे 300 रुपए की दिहाड़ी पर काम कर रहे थे। करण सिंह का कहना है कि कंपनी के स्लॉटर हाउस के मालिक पर मुकदमा दर्ज कराया जा रहा है। वहीं मसूरी थाना प्रभारी ने बताया कि चाइल्ड वेलफेयर कमेटी की तरफ से शिकायत दी गई है। उक्त मामले में सुसंगत धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कर आवश्यक वैधानिक कार्यवाही की जाएगी। फिलहाल बच्चों के नाम और पते पूछ कर उनके घर पहुंचाया जा रहा है।

Sidheshwar Nath Pandey

Sidheshwar Nath Pandey

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मेरा नाम सिद्धेश्वर नाथ पांडे है। मैंने इलाहाबाद विश्विद्यालय से मीडिया स्टडीज से स्नातक की पढ़ाई की है। फ्रीलांस राइटिंग में करीब एक साल के अनुभव के साथ अभी मैं NewsTrack में हिंदी कंटेंट राइटर के रूप में काम करता हूं। पत्रकारिता के अलावा किताबें पढ़ना और घूमना मेरी हॉबी हैं।

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